राजकुमार गुप्ता 
मथुरा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित सहकारी सब्जी मंडी में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है दुकानदार निर्धारित जगह को छोड़कर सड़क को घेर कर लगाते हैं सब्जियों के फड़ बाकी बची हुई सड़क पर जुगाड़ मोटरसाइकिल, रिक्शा ई रिक्शा, टेंपो और मेटाडोर खड़े रहते हैं सब्जी खरीदने आने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है मंडी प्रशासन और मंडी के लिए बनी पुलिस चौकी भी मूक दर्शन बनी हुई है। 

जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के हितों के लिए विशाल अनाज और सब्जी मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर दशकों पूर्व बनाई गई थी जिसमें करीब तीन दर्जन से अधिक फल और सब्जी मंडी में दुकाने है। इससे अधिक अनाज मंडी में है दोनों का परिसर अलग-अलग है । 
मंडी के दोनों ही परिसरों को काफी लंबी चौड़ी जगह खाली छोड़कर इस आशय के साथ बनाया गया था। मंडी में आने वाले फल सब्जी और अनाज बेचने वालों को कोई असुविधा ना हो वहीं दूसरी ओर फल सब्जी और अनाज खरीदने वालों को भी किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े, दुकानदारों की मनमानी के चलते फल सब्जी के फड़ निर्धारित जगह को छोड़कर आवागमन के लिए बनी रास्ता को घेरकर दुकान लगाई जाती है । 
इस बात की भली भाँति जानकारी मंडी सचिव और उनके अधीनस्थों को है लेकिन अपनी खाओ पियो नीति के चलते इस ओर से मूकदर्शक बने हुए हैं। 
मंडी परिसर में वाहन पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह है वाहन स्वामी जिसका उपयोग न करके मंडी के अंदर वाहनों को ले जाकर आवागमन को बाधित करते हुए जाम की स्थिति पैदा कर देते हैं । 
जिससे फल और सब्जी खरीदने आने वाले महिला पुरुष बच्चे और बुजुर्ग भारी परेशान रहते हैं ऐसा लगता है मंडी से फल सब्जी खरीद कर निकलना किसी जंग से काम नहीं है। महिला पुरुष और वृद्धो को प्रशासन और पुलिस को कोसते हुए भी देखा जा सकता है मंडी परिसर में दुकानदारों वाहन स्वामिओं की खुलेआम गुंडागर्दी मंडी परिसर में होती रहती है यदि कोई व्यक्ति इसे संबंध में कुछ कहने की हिम्मत करता है तो सभी एकजुट हो जाते हैं और उस व्यक्ति को अपमानित होना पड़ता है। 
मंडी को बनाते समय मंडी की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस चौकी की स्थापना की गई थी जो आज भी बरकरार है चौकी प्रभारी और उनके अधीनस्थ पुलिस कर्मचारी मंडी में होने वाली गुंडागर्दी वाहनों की जबरन प्रवेश और निर्धारित जगह को छोड़कर अवैध रूप से फल सब्जी बेचने वालों पर कार्रवाई नहीं करते हैं जिससे उनके हौसले बुलंद रहते हैं । 
पुलिस कर्मचारी सुबह से लगने वाली मंडी में गस्त करना भी जरूरी नहीं समझते हैं इस संबंध में जब पुलिस चौकी पर जाकर जानकारी की तो बताया चौकी प्रभारी सुंदर सिंह कसाना छुट्टी पर गए हुए हैं चौकी पर एक भी पुलिसकर्मी मुस्तेद पूर्वक कार्य करते हुए नहीं मिला। कार्यवाहक चौकी प्रभारी से उनके मोबाइल पर संपर्क किया तो उन्होंने कार्य व्यवस्था के कारण मौके पर आने से इनकार कर दिया । 
जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को मंडी में होने वाली लोगों को परेशानी की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है।

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