राजकुमार गुप्ता 
मथुरा।मांट,जानकारी के अनुसार बता दें कि राशन डीलर सत्यदेव अपने ही गांव के राशन कार्डों में से फर्जीवाड़ा कर रहे हैं।।
जब से गोदाम से राशन का उठान होता है तब से लेकर महीने की अन्तिम तिथि से दो या तीन पहले ही गांव में आवाज लगवाता है फिर 
सिर्फ दो से तीन दिन ही मशीन चालू रखता है, बाकी के पहले दिनों में राशन की कोई जानकारी डीलर द्वारा गांव वालों को नही दी जाती है।।
वहीं के ही कुछ व्यक्तियों का कहना है कि राशन डीलर सत्यदेव हर महीने मशीन खराब होने का बहाना लेता है,
फिर कुछ अनपढ़ और बुजुर्ग लोगो का अंगूठा लग जाने के बाद उनसे मना कर देता है कि अंगूठा नही लगा है।।
और बोल देता है कि लगातार तीन बार प्रयास करने पर अंगूठा नही लगा तो अब नही लग सकता है।।
और कुछ लोगो के अंगूठे लगवाकर राशन नही देता है।
साथ ही गांव के ही कई व्यक्तियों ने बताया कि डीलर सत्यदेव कुछ राशन कार्डों से तहसील में सप्लाई इंस्पैक्टर मांट और कंप्यूटर ऑपरेटर से मिलके राशन कार्ड एवं यूनियों को डीलीट करवा आता है फिर 
कुछ दिन बीत जाने के बाद फिर यूनिट वृद्धि के लिए पैसे वसूलता है।

वहीं गांव के ही कृष्ण गोपाल वैष्णव ने कहा कि उनका राशन कार्ड फरवरी 2024 में सत्यदेव ने फर्जीवाड़े के तहत बिना जांच के सप्लाई इंस्पैक्टर मांट को 1000 रुपए रिश्वत के  देकर कमलेश W/o ओमप्रकाश का कार्ड कटवाकर सत्यदेव ने अपने ही परिवार के सदस्य का कार्ड फरवरी 2024 में चढवा दिया है।। 
कृष्ण गोपाल का कहना है कि पिछली एक डेढ़ साल से यदि मथुरा जिले के निर्धारित राशन कार्ड/यूनिट वृद्धि एवं नवीन राशन कार्ड वृध्दि का लक्ष्य पूरा हो चुका था और सप्लाई इंस्पेक्टर द्वारा साइड भी बंद बताई जा रही थी।।
तो अचानक फरवरी के महीने में बिना जांच किए राशन डीलर के कहने पर फूड इंस्पेक्टर द्वारा हमारा राशन कार्ड क्यों काट दिया गया और हमारे राशन कार्ड की जगह किसी अन्य व्यक्ति का राशन कार्ड उसी फ़रवरी में क्यों चढ़ा दिया गया।।। जब जिले का निर्धारण लक्ष्य पूरा हो चुका था तो हमारे राशन कार्ड को काटने की अनुमति किसने दी और कहां से दी,, 
राशन डीलर सत्यदेव द्वारा राशन बांटने को लेकर बहुत बड़ी अनिमियता बरती जा रही है 
जिन लोगों का राशन डीलर के पास रह जाता है डीलर उस राशन का कालाबाजारी करके अलग से पैसे से ब्लैक से बेचता है।।
शिकायतकर्ता द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल एवं मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नम्बर 1076 के जरिए मार्च से ही लगातार शिकायते की जा रही है।।
लेकिन सप्लाई इंस्पेक्टर अपने आप को घोटाले से बचाने के लिए स्वयं ही शिकायत का निस्तारण शिकायतकर्ता को बिना सूचना किए हुए ही बिना सम्पर्क किए हुए ही।
समस्या का निस्तारण आख्या रिपोर्ट बनाकर भेज देते हैं
लेकिन कोई उचित कार्यवाही प्रशासन द्वारा नही हो रही है।।
इसलिए शिकायतकर्ता 
कृष्ण गोपाल वैष्णव ने सप्लाई इंस्पेक्टर (मांट)एवं राशन डीलर के खिलाफ डीएम, एसडीएम, जिला पंचायती राज अधिकारी को शिकायत दर्ज करते हुए 
मामले की जांच करने एवं राशन दुकान को सस्पेंड करने और घोटाले का खुलासा करने की मांग की है।।

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