लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंत्रिमंडल 2.0 का हुआ पहला विस्तार , उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राज भवन में दिलाई शपथ ।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विधायक ओम प्रकाश राजभर ने कैबिनेट मंत्री पद की ली शपथ ।
भारतीय जनता पार्टी के एमएलसी दारा सिंह चौहान ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली ।
RLD के विधायकअनिल कुमार ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली
भारतीय जनता पार्टी विधायक सुनील शर्मा ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार का पहला मंत्रीमंडल विस्तार खत्म ,योगी आदित्यनाथ सरकार का पहला मंत्रीमंडल विस्तार हुआ राजभवन में एक संक्षिप्त कार्यक्रम में चार मंत्रियों ने शपथ ली जो चार नए मंत्री बनाए गए हैं उनमें दो पूर्वी उत्तर प्रदेश से व दो पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हैं इनमें तीन कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री बनाए गए हैं नए मंत्रियों में दो ओबीसी, एक ब्राह्मण और एक जाटव को जगह दी गई है
यह विस्तार भले ही छोटा है लेकिन है भाजपा के लिए राजनीतिक रूप से खासा असरदार होने वाला है भाजपा इस विस्तार से कई तरह के संतुलन साधने की कोशिश कर रही है राजनीतिक नजरिए से देखा जाए तो गाजीपुर के जहूराबाद विधानसभा से विधायक ओमप्रकाश राजभर को मंत्रीमंडल में शामिल कर पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में राजभर बिरादरी को साधने की कोशिश की गई है विधानसभा चुनाव में राजभर सपा के साथ थे, इससे गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, अम्बेडकरनगर सहित इस क्षेत्र में भाजपा को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था ओमप्रकाश राजभर काफी दिनों से मंत्रीमंडल में शामिल होना चाह रहे थे लेकिन अब जाकर उन्हें जगह मिल पाई है विधानसभा चुनाव में भाजपा का साथ छोड़कर सपा चले गए और पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ की घोसी सीट से सपा विधायक रहे दारा सिंह चौहान को भाजपा फिर से अपने साथ ले आई चौहान पहले सपा से इस्तीफा दिया, फिर भाजपा से घोसी से चुनाव लड़े हालांकि परिणाम विपरीत मिला और दारा चुनाव हार गए हार के बाद भी भाजपा की नजर में दारा की अहमियत कम नहीं हुई, उन्हें विधान परिषद सदस्य बना दिया गया अब मंत्रीमंडल के सदस्य बन गए हैं कैबिनेट दर्जा मिला है भाजपा के सहिबाबाद से विधायक सुनील शर्मा को भी मंत्री पद से नवाजा गया है सुनील शर्मा क्षेत्रीय स्तर पर ब्राह्मणों के मान्य नेताओं में गिने जाते हैं महेश शर्मा से नाराजगी को कम करने के उद्देश्य से इन्हें मंत्रीमंडल में शामिल किया है वैसे सुनील शर्मा के नाम एक रिकार्ड भी है वह सबसे अधिक वोट से विधानसभा चुनाव जीते थे मंत्रीमंडल में एक जगह रालोद को भी मिली है अनिल कुमार रालोद कोटे से मंत्री बने रालोद पश्चिमी उत्तर प्रदेश और जाटों को साधने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है किसान आंदोलन से भाजपा के प्रति उपजी नाराजगी को कम करने में यह मददगार साबित होगा रालोद को लोकसभा चुनाव में भी बागपत और बिजनौर दो सीटें दी गई हैं ।
हिन्दी संवाद न्यूज़ से
वी. संघर्ष✍️
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बलरामपुर l
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