मुख्यमंत्री ने रविदास मंदिर में टेका मत्था
सीएम ने मंदिर के लंगर हाल का भी निरीक्षण किया
सर्किट हाउस में सीएम से मिला अधिवक्ताओं का
प्रतिनिधिमंडल
वाराणसी, 14 फरवरी: उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी दौरे के दूसरे दिन बुधवार को सीरगोवर्धन स्थित
रविदास मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने मत्था टेका एवं विधिवत दर्शन पूजन किया।
उन्होंने मंदिर के महंत से भी वार्ता की एवं उनका कुशलक्षेम पूछा। इस दौरान मुख्यमंत्री
ने मंदिर के लंगर हाल का भी निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री के हाथों लोकार्पित होने
वाली मूर्ति सहित अन्य कार्यों का भी सीएम ने अवलोकन किया। खराब मौसम व बारिश के
बीच सीएम ने दो दिवसीय दौरे पर देर रात तक कई विकास कार्यों की जमीनी हकीकत भी
देखी।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सर्किट
हाउस में अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मंडल भी मिला और वार्ता की। निरीक्षण के दौरान
उत्तर प्रदेश के आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र 'दयालु', जिला
पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, विधान परिषद सदस्य हंसराज विश्वकर्मा, विधायक
डॉ. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव समेत प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद
रहे।
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बसंत पंचमी पर भाजपा के सातों प्रत्याशियों ने किया
नामांकन
राज्यसभा चुनाव
सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी
लोकसभा चुनाव प्रभारी बैजयंत पांडा की उपस्थिति में दाखिल किया पर्चा
लखनऊ, 14 फरवरीः बसंत पंचमी के पावन
पर्व पर उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के सातों प्रत्याशियों ने राज्यसभा
चुनाव के लिए नामांकन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, लोकसभा
चुनाव प्रभारी बैजयंत पांडा की मौजूदगी में प्रत्याशियों ने पर्चा भरा। बुधवार को
विधान भवन में प्रत्याशी भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी,
आरपीएन सिंह, संगीता
बलवंत, साधना
सिंह, अमरपाल
मौर्य, तेजवीर
सिंह, नवीन
जैन ने पर्चा दाखिल किया।
इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष
भूपेंद्र सिंह चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश
पाठक, कैबिनेट
मंत्री सुरेश खन्ना, सूर्य प्रताप शाही, स्वतंत्र
देव सिंह आदि मौजूद रहे।
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जीबीसी 4.0: चंदौली में इंटीग्रेटेड टाउनशिप तो
झांसी में बनेंगे रेलवे कोच
ललितपुर, बस्ती, एटा, बुलंदशहर, अमेठी और
मुरादाबाद जैसे जिलों की बदलेगी तकदीर और तस्वीर
जीबीसी में महत्वपूर्ण होगी यूपीसीडा की भूमिका, 1.5 लाख
करोड़ की परियोजनाओं को उतारेगा धरातल पर
इंटीग्रेटेड टाउनशिप, मॉल्स, प्राइवेट
इंडस्ट्रियल पार्क, रेल कोचेस जैसी परियोजनाओं का होगा शुभारंभ
लॉजिस्टिक एंड वेयरहाउसिंग, फूड
प्रॉसेसिंग, सीमेंट, हॉस्पिटल, बायो
फ्यूल और मैन्युफैक्चरिंग जैसे प्रोजेक्ट्स भी लगेंगे
लखनऊ, 14 फरवरी। योगी सरकार 19 फरवरी को
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होने जा रही जीबीसी 4.0 में 10 लाख करोड़ के निवेश
प्रस्तावों को धरातल पर उतारने जा रही है। इसमें उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक
विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) की भूमिका बेहद अहम होने वाली है। जीबीसी के लिए तय
लक्ष्य का करीब 15 प्रतिशत निवेश यूपीसीडा के माध्यम से जमीन पर उतरने वाला है। इसमें कई ऐसे बड़े प्रोजेक्ट्स भी शामिल हैं, जिनके
धरातल पर उतरने से जिलों की तस्वीर और तकदीर बदल जाएगी। इन परियोजनाओं में
इंटीग्रेटेड टाउनशिप, मॉल्स, प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क, रेल
कोचेस, लॉजिस्टिक
और वेयरहाउसिंग,
फूड
प्रॉसेसिंग, सीमेंट
इंडस्ट्री, हॉस्पिटल, बायो
फ्यूल और मैन्युफैक्चरिंग जैसे तमाम बड़े सेक्टर्स में निवेश किया जाना है। इनमें
से कई सारी परियोजनाएं चंदौली, ललितपुर, बस्ती, एटा, बुलंदशहर, अमेठी, मुरादाबाद
और झांसी जैसे जिलों में लगेंगी, जिससे इन जिलों की अर्थव्यवस्था में सुधार
होगा और प्रदेश में इनका योगदान और बेहतर हो सकेगा। उल्लेखनीय है कि यूपीसीडा ने
पिछले वर्ष फरवरी में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से रिकॉर्ड तोड़
3.5 लाख करोड़ से ज्यादा के प्रस्ताव (एमओयू) हासिल किए थे। इनमें से वह 1.5 लाख
करोड़ के प्रस्तावों और परियोजनाओं को जीबीसी में उतारने जा रहा है। उल्लेखनीय है
कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 2024 का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा
किया जाएगा।
चंदौली में इंटीग्रेटेड टाउनशिप परियोजना से
मिलेंगे 18 हजार रोजगार
जीबीसी के माध्यम से पूर्वांचल के चंदौली में 7
हजार करोड़ से सॉलिड प्लाई प्रा. लि. इंटीग्रेटेड टाउनशिप का निर्माण करने जा रहा
है। जीबीसी में इस परियोजना को पीएम मोदी हरी झंडी दिखाएंगे। 333 एकड़ में बनने
वाली यह इंटीग्रेटेड टाउनशिप टूरिज्म पॉलिसी 2022, लॉजिस्टिक
पॉलिसी 2022, इंडस्ट्रियल
पॉलिसी 2022,
(नॉन पॉल्यूटिंग इंडस्ट्री) एजुकेशन, हेल्थ, हाउसिंग, पीएम
आवास और ईओडब्ल्यू आदि में कवर होगी। इसके माध्यम से प्रदेश सरकार चंदौली में 6
हजार रोजगार का सृजन कर सकेगी। इसके अलावा चंदौली में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर नोएडा
डेवलपमेंट कंपनी के द्वारा इंटीग्रेटेड टाउनशिप और मॉल्स का विकास किया जाएगा।
इसके जरिए 12 हजार रोजगार का सृजन होगा। अकेले इन दोनों परियोजनाओं के माध्यम से
ही चंदौली में 18 हजार रोजगार सृजित होंगे। इसके अतिरिक्त वाराणसी में
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के तहत भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स 1325 करोड़ की लागत से
इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स का निर्माण करेगी। इसके जरिए 100 लोगों को रोजगार मिलेगा, जबकि
एपेक्स वेलकेयर ट्रस्ट 325 करोड़ से हॉस्पिटल और कॉलेज की स्थापना करेगा जिससे 50
लोगों को रोजगार मिलेगा। अनीता डिस्टलरी बस्ती में 300 करोड़ से बायो फ्यूल सेक्टर
के तहत एथेनॉल,
ईएनए
और बॉटलिंग डीडीजीएस प्रोड्यूस करेगी, जिससे 1500 रोजगार मिलने की
संभावना है।
झांसी में बनेंगे एलबीएस कोच, चित्रकूट
में फूड प्रॉसेसिंग प्लांट
बुंदेलखंड में भी यूपीसीडा की कई बड़ी परियोजनाएं
जीबीसी 4.0 के माध्यम से मूर्त रूप लेंगी। इसके तहत झांसी में रेल विकास निगम लि.
2840 करोड़ की लागत से एलबीएस कोच और ट्रैक वर्क्स की स्थापना करेगी। इसके जरिए
1500 रोजगार सृजित होंगे। वहीं, चित्रकूट के बारगढ़ में वरुण बेवरेजेस लि.
1252 करोड़ रुपए से फूड प्रॉसेसिंग सेक्टर में निवेश करेगी। इसके माध्यम से वह
फ्रूट पल्प और फ्रूट जूस बेस्ड ड्रिंक्स के प्रोजेक्ट को स्थापित करेगी। इससे 1500
रोजगार सृजित होने की संभावना है। इसी तरह, ललितपुर
में एफएसकेफॉइल इंडिया प्रा. लि. 250 करोड़ की लागत से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में
निवेश करेगी। वह एल्युमीनियम टेप, एल्युमीनियम फॉइल वुवेन, एल्युमीनियम
फॉइल पे कोटिंग,
क्राफ्ट
फेसिंग, हीट
सीलिंग जैसे प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग करेगी।
मुरादाबाद में लॉजिस्टिक तो अमेठी में फूड
प्रॉसेसिंग में होगा निवेश
निवेश के लिहाज से प्रदेश का पश्चिमांचल हिस्सा हॉट
स्पॉट रहा है और जीबीसी 4.0 के माध्यम से यहां कुल लक्ष्य के 50 प्रतिशत से ज्यादा
परियोजनाओं की शुरुआत होने जा रही है। यूपीसीडा के अंतर्गत भी इस क्षेत्र में कई
परियोजनाओं पर मुहर लगेगी। इनमें गाजियाबाद में 6000 करोड़ से स्वदेशी इंडस्ट्रियल
पार्क प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना करेगी, जिससे
करीब 5 हजार रोजगार उत्पन्न होंगे। मुरादाबाद में हिंद टर्मिनल (शराफ ग्रुप)
लॉजिस्टिक और वेयरहाउसिंग में 1250 करोड़ निवेश करेगा और 1250 रोजगार भी सृजित
करेगा। अमेठी में वरुण बेवरेजेस 780 करोड़ से फूड प्रॉसेसिंग में निवेश करेगी, जिसके
माध्यम से 250 रोजगार प्राप्त होंगे, वहीं मून बेवरेजेस लि. हापुड़ में
756 करोड़ से कोक, फैंटा, लिमका, स्पाइस, थम्सअप, किनले
सोडा, माजा
और रिमझिम जैसे प्रोडक्ट्स का प्रोडक्शन करेगा। मेरठ में विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल
स्टेट 626 करोड़ से प्राइवेट इंडस्ट्रिय पार्क डेवलप करेगी, जिससे
6570 रोजगार प्राप्त होने की संभावना है। एटा में श्री सीमेंट नॉर्थ इंडिया 600
करोड़ से नॉन मेटेलिक मिनरल प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग करेगी, जिससे
245 रोजगार प्राप्त होंगे। वहीं बुलंदशहर में कनोडिया सीमेंट लि. 452 करोड़ से नॉन
मेटेलिक मिनरल प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाएगी। इससे 250 लोगों रोजगार
मिलेगा। मेरठ में ही मानसरोवर इंफ्राबिल्ड 265 करोड़ से प्राइवेट इंडस्ट्रियल
पार्क (करीब 10 हजार रोजगार) स्थापित करेगी तो आरके लक्ष्मी लॉजिस्टिक संतकबीरनगर
में लॉजिस्टिक एंड वेयरहाउसिंग (380 रोजगार) में 250 करोड़ रुपए निवेश करेगी।
45 से अधिक जिलों में परियोजनाओं का होगा शुभारंभ
यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने बताया की
प्राधिकरण ने प्रदेश के 45 से अधिक जिलों में लगभग 1.5 लाख करोड़ के एमओयू जीबीसी
के लिए तैयार किए हैं। इसमें लगभग 3500 से अधिक इकाइयां अपना उद्योग स्थापित
करेंगी, जिनमें
मथुरा के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में 6660 करोड़ का निवेश प्राप्त होगा। वहीं
बुलन्दशहर में 3915 करोड़ का निवेश, अमेठी में 1693 करोड़ का निवेश, मेरठ में
1455 करोड़ का निवेश, गौतमबुद्ध नगर में 1129 करोड़ का निवेश , अलीगढ़
में 213 करोड़ का निवेश प्राप्त होगा। इससे न केवल नए-नए रोजगार के अवसर उत्पन्न
होंगे, बल्कि
प्रदेश आर्थिक रूप से भी सशक्त होगा, साथ ही भारत की जीडीपी में यूपी
का योगदान भी बढ़ेगा।
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जीबीसी 4.0 : यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर व
ईवी चार्जिंग स्टेशन का भव्य स्टॉल पेश करेगा बदलाव की तस्वीर
-सीएम योगी के विजन अनुसार ग्राउंड ब्रेकिंग
सेरेमनी के अंतर्गत 19 से 21 फरवरी के मध्य आयोजित होने वाली प्रदर्शनी में यूपीडा
भी निभाएगा महत्वपूर्ण भूमिका
-75 स्क्वेयर मीटर के एग्जिबिशन स्टॉल की स्थापना
के जरिए प्रदेश में बदलाव, वर्तमान विकास और भविष्य की उज्ज्वल छवि को
यूपीडा करेगा प्रदर्शित
-उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे, डिफेंस
कॉरीडोर और ईवी चार्जिंग स्टेशंस के परिदृश्य के बारे में जागरूकता का प्रसार होगा
इस प्रयास से सुनिश्चित
लखनऊ, 14 फरवरी। उत्तर प्रदेश को विकास
के नए सोपानों की ओर अग्रसर कर रही योगी सरकार ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी)
4.0 के जरिए नया इतिहास रचने जा रही है। लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में
19 से 21 फरवरी के मध्य आयोजित होने जा रहे जीबीसी-4 के जरिए योगी सरकार 10 लाख
करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स को धरातल पर उतारने जा रही है। इस बड़ी उपलब्धि को
हासिल करने की ओर बढ़ रही योगी सरकार प्रदेश की विकास गाथा, वर्तमान
उन्नति और भविष्य की संभावनाओं को प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का
कार्य करने जा रही है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ही आयोजित होने वाली इस तीन
दिनी प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा)
भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने जा रहा है। प्रदेश में एक्सप्रेसवे के विकास
व संचालन और इनसे जुड़े टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट्स, डिफेंस
कॉरीडोर के अंतर्गत जारी विकास कार्यों तथा ईवी चार्जिंग स्टेशन की स्थापना व
संचालन से जुड़े तमाम तथ्यों की जानकारी देने के उद्देश्य से यूपीडा द्वारा 75
स्क्वेयर मीटर के वर्ग क्षेत्र में एक भव्य एग्जिबिशन स्टॉल का संचालन किया जाएगा।
यह प्रयास प्रदेश की वर्तमान उन्नति के साथ ही भविष्य की अपार संभावनाओं को
दर्शाने का माध्यम बनने के साथ ही उनके प्रति जागरूकता विकसित करने का भी एक सशक्त
माध्यम बनकर उभरेगा।
विभिन्न माध्यमों से प्रदेश की विकासगाथा को किया
जाएगा पेश
सीएम योगी के विजन अनुसार तैयार की गई कार्ययोजना
को क्रियान्वित करते हुए यूपीडा ने जीबीसी 4.0 के अंतर्गत आयोजित हो रही प्रदर्शनी
में एग्जिबिशन स्टॉल के संचालन की प्रक्रिया शुरू की है। यह कई मायनों में विशिष्ट
होगा। प्रदर्शनी स्टॉल में एलईडी टेलीविजन, पी2 उच्च
गुणवत्ता वाली एलईडी वॉल, ब्रोशर व लीफलेट् जैसे विभिन्न माध्यमों के
जरिए एक्सप्रेसवे, डिफेंस कॉरिडोर और ईवी चार्जिंग स्टेशनों के नवीनतम
अपडेट के साथ राज्य में विभिन्न अवसरों को प्रदर्शित किया जाएगा। वहीं, यहां
ऑडियो-विजुअल माध्यम को प्रयोग में लाते हुए शॉर्ट फिल्म्स (जो कि प्रदेश में
एक्सप्रेसवे, डिफेंस
निर्माण व ईवी चार्जिंग स्टेशंस के विकास व बदलते परिदृष्यों को शोकेस करेंगे) की
स्क्रीनिंग, एडवर्टिजमेंट्स
व योगी सरकार की उपलब्धियों तथा पॉलिसीज को हाइलाइट करने के लिए शॉर्ट क्लिपिंग्स
को शोकेस किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, यहां आकर्षक फ्लेक्स, बैनर तथा
डिस्प्ले स्टैंडीज़ समेत विभिन्न माध्यमों के जरिए आने वाले लोगों को सभी संबंधित
विषयों की विविध जानकारी उपलब्ध कराने का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा। साथ ही, यहां आने
वाले इन्वेस्टर्स को डायरी, स्मृति चिन्ह और 8 जीबी के अच्छी गुणवत्ता
वाली ड्राइव कार्ड भी प्रदान किया जाएगा।
रक्षा उपकरणों के 3डी मॉडल बनेंगे आकर्षण का केंद्र
प्रदर्शनी में एग्जिबिशन स्टॉल के निर्माण व संचालन
के लिए यूपीडा ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस कार्य को करने के लिए यूपीडा द्वारा
एजेंसी का चयन किया जाएगा तथा यह प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। प्रदर्शनी स्टॉल
का फ्रंट फैकेड भव्य रूप से आकर्षक बनाया जाएगा जो कि 15 फीट से ऊंचा होगा। यहां
दो एंट्री व एक्जिट डोर होंगे तथा एक कॉन्फ्रेंस हॉल समेत निवेशकों व गणमान्यों के
बैठने के लिए उत्तम व्यवस्था की जाएगी। इसके अतिरिक्त, यहां
रक्षा उपकरणों के डमी व 3डी मॉडल को शोकेस किया जाएगा जो आकर्षण का केंद्र बनेंगे।
इनमें एयरक्राफ्ट, मिसाइल्स व टैक्स के डमी शामिल होंगे तथा आकर्षक
रोशनी व साज-सज्जा इस पूरे स्टॉल को अलग ही आभा प्रदान करेंगे। यहां वर्किंग
स्टेशन, अच्छी
तरह से क्यूरेटेड रिसेप्शन एरिया, मैगज़ीन स्टैंड तथा डिस्प्ले शेल्फ का भी
निर्माण व संचालन किया जाएगा।
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अब अयोध्या में सुग्रीव पथ बनवाएगी योगी सरकार
-हनुमानगढ़ी से राम मंदिर के बीच आवागमन का मार्ग
होगा सुगम
-सुग्रीव पथ के निर्माण पर आएगी 11.81 करोड़ की लागत
-लोक निर्माण विभाग बनाएगा 290 मीटर लम्बा कॉरिडोर
अयोध्या, 14 फरवरी। रामलला के दर्शन के लिए
आने वाली लाखों की भीड़ को देखते हुए योगी सरकार ने रामलला के मंदिर तक एक नया पथ
बनाकर आवागमन के मार्ग को सुलभ करने का निर्णय लिया है। इसके लिए एक नया कॉरिडोर
बनाया जाएगा। सुग्रीव पथ के नाम से बनाए जाने वाले कॉरिडोर की लंबाई 290 मीटर
रहेगी। यह हनुमानगढ़ी और राम मंदिर परिसर के बीच भक्तों के आवागमन के लिए एक
आयताकार सर्किट के रूप मे बनाया जाएगा।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से
प्रतिदिन लगभग दो से ढाई लाख श्रद्धालु रामलला का दर्शन करने आते हैं। इसे लेकर आए
दिन जाम की समस्या सामने आ रही है। इसे देखते हुए योगी सरकार ने अयोध्या में
सुग्रीव पथ नाम से एक नए कारीडोर के निर्माण पर कार्य करना प्रारंभ कर दिया है।
कॉरिडोर निर्माण पर आएगी 11.81 करोड़ की लागत
अयोध्या में हनुमानगढ़ी मंदिर से रामजन्मभूमि मंदिर
तक बनने वाले सुग्रीव पथ पर लगभग 11.81 करोड़ की लागत आएगी, जिसमें
से 5.1 करोड़ का उपयोग भूमि अधिग्रहण के लिए किया जाएगा। कॉरिडोर की चौड़ाई लगभग
17 मीटर होगी। पथ के पांच मीटर दोनों तरफ पैदल मार्ग के विकास के लिए इस्तेमाल किया
जाएगा।
लोक निर्माण विभाग करेगा सुग्रीव पथ का निर्माण
अयोध्या में बनने वाले सुग्रीव पथ के निर्माण के
लिए कार्यदायी संस्था के रूप में लोक निर्माण विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता एसबी सिंह ने बताया कि सुग्रीव पथ के
निर्माण के लिए पहले भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके बाद निर्माण
कार्य प्रारंभ होगा।
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अप्रैल से कन्या सुमंगला योजना में मिलेंगे 25 हजार
रुपये : सीएम योगी
सामूहिक विवाह समारोह में सम्मिलित हुए मुख्यमंत्री, नव
दम्पतियों को दिया आशीर्वाद
252 करोड़ रुपये की लागत वाली 91 विकास परियोजनाओं
का किया लोकार्पण
गोरखपुर, 14 फरवरी। मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप डबल इंजन की
सरकार महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सम्मान के लिए पूरी प्रतिबद्धता से
कार्य कर रही है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए सरकार अप्रैल से मुख्यमंत्री कन्या
सुमंगला योजना की धनराशि को प्रति लाभार्थी 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये
करने जा रही है।
सीएम योगी बसंत पंचमी के पावन पर्व पर खाद कारखाना
परिसर में एक हजार जोड़ों के मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रहे
थे। इस अवसर पर उन्होंने 252 करोड़ रुपये की लागत वाली 91 विकास परियोजनाओं का
लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी आबादी की सुरक्षा, सम्मान
और स्वावलंबन को लेकर 2014 में पीएम मोदी ने "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" अभियान
चलाया। बेटी बचेगी तभी पढ़कर आगे बढ़ेगी और देश व समाज के लिए योगदान दे पाएगी। एक
बेटी कुल खानदान को आगे बढ़ाने का काम करती है। बेटियों को बचाने और उन्हें आगे
बढ़ाने के लिए आज केंद्र और राज्य सरकार के स्तर पर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में जब वह सीएम बने तो
प्रदेश में यह समस्या आई कि बेटी को बचाने के लिए क्या और प्रयास करने चाहिए। इसके
लिए पहला कार्यक्रम सुमंगला योजना का बनाया गया। इसमें बेटी के जन्म से लेकर
स्नातक तक पढ़ाई की व्यवस्था की गई। इस योजना में सरकार अब तक 17 लाख से अधिक
बेटियों को 15 हजार उपलब्ध करा चुकी है। अप्रैल से यह धनराशि बढ़कर 25 हजार हो
जाएगी।
सामूहिक विवाह योजना में तीन लाख से अधिक बेटियों
के हाथ पीले
सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश सरकार
"मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह" योजना के तहत वर्ष 2017 से अब तक तीन लाख
से शादियां करा चुकी है। प्रति जोड़े विवाह पर 51 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं।
इसमें 35 हजार रुपये कन्या के खाते में भेजे जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह सुखद है
कि गरीब के साथ संपन्न परिवारों के बच्चे सामूहिक विवाह के कार्यक्रम में शामिल हो
रहे हैं।
बाल विवाह, दहेज और
तलाक की कुप्रथा अमानवीय
सीएम योगी ने कहा कि एक सदगृहस्थ के लिए विवाह भी
एक संस्कार है और उस संस्कार से वह पैतृक परंपरा को आगे बढाने का कार्य करता है।
सृष्टि की रचना,
जीवन
चक्र इसी से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि समय के अनुरूप विकृतियां भी आईं। कहीं
बाल विवाह, दहेज
तो कहीं तलाक जैसी कुप्रथाएं हैं। ये कुप्रथाएं आधी आबादी की विरोधी थीं। इनसे
बचने के लिए बेटी हो ही न हों, इसके लिए तमाम कुत्सित प्रयास होने लगे।
शपथ लें न दहेज लेंगे न देंगे, बाल
विवाह भी नहीं करेंगे
मुख्यमंत्री ने लोगों को संकल्प दिलाया कि बाल
विवाह नहीं होने देना है। दहेज न लेना है, न देना
है। तलाक जैसी कुप्रथाओं को सदैव के लिए समाप्त करना है। कहा कि हमें यह सुनिश्चित
करना होगा। ये कुप्रथाएं अमानवीय हैं, आधी आबादी का अपमान और उन पर
अत्याचार हैं।
आधी आबादी को हर संभव सहयोग करेगी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी आबादी के साथ सरकार खड़ी
है। उन्हें हर संभव सहयोग करेगी, प्रोत्साहन देगी। उन्होंने बताया कि आधी आबादी
की सुरक्षा, सम्मान
और स्वावलंबन के लिए महिला स्वयंसेवी समूह संचालित हैं। व्यवस्था दी गई है कि किसी
गांव में राशन कोटे का विवाद होगा तो वहां की महिला स्वयंसेवी समूह व्यवस्था
संचालित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 55 लाख गरीबों को पीएम आवास
योजना से मकान दिए गए हैं, उनमें आधे से अधिक महिलाओं के नाम पर दिए गए
हैं। पीएम स्वामित्व योजना में जिस जमीन पर मकान है, उसमें 90
लाख का मालिकाना हक महिलाओं के नाम पर दिया गया है। सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए
पीएम मोदी के विजन को आगे बढाने का कार्य कर रही है।
माता सरस्वती कुपित होती हैं तो कुंभकर्ण को
सिंहासन की बजाय निद्रासन मिल जाता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि आज बुद्धि और विवेक
की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती के पूजन का दिन है। उनकी कृपा से प्राप्त विवेक से
सारे कार्य हो जाते हैं। जबकि माता सरस्वती कुपित होती हैं तो कुंभकर्ण को सिंहासन
की बजाय निद्रासन मिल जाता है। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी का पावन पर्व है।
प्रकृति सौंदर्य के चरम की ओर अग्रसर है। इस मौके पर उन्होंने दाम्पत्य जीवन में
प्रवेश कर रहे एक हजार जोड़ों को हृदय से बधाई देते हुए उनके मंगलमय जीवन की कामना
की। उन्होंने कहा कि यदि किसी की व्यक्तिगत शादी होती तो व्यस्तता के कारण मैं
शायद नहीं आ पाता। पर, आज आ गया हूं। यहां सबको रविकिशन जी का गाना सुनने
को भी मिला।
शुद्ध जल से स्वास्थ्य पर खर्च होगा कम
सीएम योगी ने कहा कि सामूहिक विवाह के कार्यक्रम के
साथ आज 252 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उपहार भी मिल रहा है। इसमें
सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, बाढ़ बचाव, पेयजल के
कार्य शामिल हैं। पेयजल की परियोजना से हर घर नल से शुद्ध जल मिलेगा। पानी के लिए
भटकना नहीं पड़ेगा। शुद्ध जल से मनुष्य स्वस्थ होगा। बीमारियों से बचाव होगा और
स्वास्थ्य पर खर्च बचेगा। मुख्यमंत्री ने सबको शुभकामनाएं देने के साथ ही कहा कि
500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में रामलला अपने मंदिर में विराजमान हुए
हैं। उनका आशीर्वाद भी सबको प्राप्त हो रहा है।
सीएम ने दस नवयुगलों को प्रमाण पत्र व उपहार भी
किया भेंट
समाज कल्याण विभाग की तरफ से आयोजित इस समारोह में
एक हजार जोड़े विवाह के पावन बंधन में बंधे। नवयुगलों में हिन्दू, मुस्लिम
दोनों शामिल रहे। सभी नव दम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए मुख्यमंत्री ने उनके
सुखमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने मंच से दस नवयुगलों को प्रमाण पत्र
और उपहार-शगुन किट भेंट किया। प्रमाण पत्र देने के दौरान मुख्यमंत्री ने जोड़ों से
आत्मीय संवाद भी किया।
गरीबों की बेटियों के विवाह की चिंता दूर कर दी
सीएम योगी ने : रविकिशन
सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि एक गरीब परिवार की
सबसे बड़ी चिंता बिटिया के विवाह की होती है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम से सीएम योगी
ने उनकी यह चिंता दूर कर दी है।
कार्यक्रम में और भी कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
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सुरक्षा के समृद्धि और खुशहाली डबल इंजन सरकार की
गारंटी : मुख्यमंत्री
गांव चलो अभियान के अंतर्गत सीएम योगी ने वनटांगिया
गांव रजही में लगाई चौपाल
बिना भेदभाव सबको योजनाओं का लाभ मिलना ही रामराज्य
: मुख्यमंत्री
गोरखपुर, 14 फरवरी। मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने कहा है कि सुरक्षा के बेहतर वातावरण के साथ समाज के हरेक तबके की
समृद्धि और खुशहाली ही भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार की गारंटी है। यही
मोदी जी की गारंटी है और इस गारंटी को पूरा करने के सरकार पूर्ण प्रतिबद्धता से
आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन की सरकार
लोगों को सुरक्षा और सम्मान देने के साथ उन्हें स्वावलंबी भी बना रही है।
सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की हकीकत जानने और
योजनाओं के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए देश स्तर पर शुरू हुए गांव चलो
अभियान के अंतर्गत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गांव में चौपाल लगाई। बुधवार
को गोरखपुर के रजही आजादनगर (वनटांगिया गांव) पहुंचकर उन्होंने घर-घर दस्तक दी।
ग्रामीणों से संवाद कर उन्हें मिले लाभ के बारे में जानकारी ली। बच्चों पर प्यार
लुटाया, उनकी
पढ़ाई के बारे में पूछा और चॉकलेट गिफ्ट कर खूब पढ़ने, आगे बढ़ने
का आशीर्वाद दिया।
लाभार्थियों से संवाद के बाद मुख्यमंत्री ने रजही
में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार आने के बाद देश
और प्रदेश में व्यापक परिवर्तन हुआ है। 2014 के पहले गांव को कोई पूछता नहीं था।
गरीबों के बारे में कोई सोचने वाला नहीं था। महिलाओं के बारे में कोई बोलता नहीं
था। नौजवानों का हाल-चाल लेने वाला कोई नहीं था। किसान तबाह था, गरीब
भूखों मरता था,
किसान
आत्महत्या करता था। उन्होंने कहा कि जबकि आज गांव, गरीब, किसान, महिला, नौजवान
समेत समाज के हरेक तबके के लिए सरकारी योजनाएं बेहद प्रभावी ढंग से आगे बढ़ रही
हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अकेले उत्तर प्रदेश में
डबल इंजन की सरकार ने 55 लाख 83 हजार लोगों को एक-एक आवास उपलब्ध कराया है। ये
आवास 2014 के पहले भी मिल सकता था लेकिन इन गरीबों को आवास नहीं मिल पाया। 2 करोड़
63 लाख से अधिक गरीबों को एक-एक शौचालय मिला। प्रदेश में 15 करोड लोग फ्री में
राशन की सुविधा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। 10 करोड लोगों को आयुष्मान भारत
योजनाकी सुविधा का लाभ अकेले उत्तर प्रदेश में प्राप्त हो रहा है। हर योजना का लाभ
हर गरीब तक पहुंचाने के लिए सरकार के द्वारा कार्य किया जा रहा है।
हर परिवार को देंगे फैमिली आईडी कार्ड
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीणों को यह भी
बताया कि योजनाओं का लाभ देने के साथ ही सरकार सरकार एक नया कार्ड यानी फैमिली
आईडी कार्ड जारी करने वाली है। हम फैमिली आईडी कार्ड हर परिवार को देंगे। इसमें
जिन लोगों को योजनाओं का लाभ मिला है, उनका उल्लेख होगा और जिनको नहीं
मिला है उनको आने वाले समय में जरूर मिलेगा। उन्होंने कहा कि यही रामराज्य है जहां
बिना भेदभाव के शासन की योजना का लाभ हर गरीब, किसान, नौजवान, महिला को
उपलब्ध हो रहा है।
अच्छी सरकार चुनेंगे तो आएंगे अच्छे परिणाम
सीएम योगी ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि जब
अच्छी सरकार चुनी जाती है तो उसके परिणाम भी अच्छे ही आते हैं। इसके लिए पूर्व और
वर्तमान सरकार के बीच तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि यही उत्तर प्रदेश है जहां
पूर्व में दंगे होते थे। गरीबों पर अत्याचार होते थे। योजनाओं का बंदरबांट होता
था। आस्था को चोट पहुंचाई जाती थी। अच्छी सरकार चुनी गई तो आज तो कावड़ यात्रा भी
निकल रही है भगवान राम का भव्य मंदिर भी बन गया है। भव्य दीपावली का उत्सव भी हो
रहा है। गरीबों को योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है और सुरक्षा का बेहतर वातावरण भी
प्रदेश-देश को मिल रहा है।
10 लाख करोड़ की परियोजनाओं को उतारेंगे धरातल पर
सीएम योगी ने कहा कि इसी माह की 19 तारीख को
प्रधानमंत्री लखनऊ आ रहे हैं। यहां होने वाले ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में हम 10
लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं को धरातल पर उतारेंगे। आप कल्पना करिए कितने
नौजवानों को नौकरी और रोजगार मिलेंगे। गोरखपुर में नौकरियां आएंगी। गोरखपुर के
नौजवानों को रोजगार और नौकरी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
वनटांगिया गांवों में रामलला के विराजमान होने से
पहले ही आ गया रामराज्य
मुख्यमंत्री ने वनटांगिया गांवों में आए बदलाव की
चर्चा करते हुए कहा कि अयोध्या में तो भगवान रामलला 500 वर्ष के बाद अपने मंदिर
में विराजमान हुए लेकिन वनटांगिया गांव में रामराज्य पहले ही आ गया। इस दौरान
उन्होंने वनटांगिया बस्तियां के पूर्व के हालात और वर्तमान के विकास का तुलनात्मक
खाका भी सबके सामने रखा। कहा कि यह रजही गांव 2009 में गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में
आया। इससे पहले यह बांसगांव संसदीय क्षेत्र का हिस्सा था। गोरखपुर महानगर क्षेत्र
से सटे होने के बावजूद यह सुविधाओं से पूरी तरह वंचित था। न सड़क थी, न बिजली, न पानी, न स्कूल
था और न ही यहां पर किसी प्रकार की कोई सुविधा थी। यहां पक्का मकान बनाना भी लोगों
के लिए कठिन था।
सीएम ने कहा कि दस-पंद्रह साल पहले आरपीएसएफ के साथ
एक विवाद हुआ था तब भी हम लोग आए थे और उस समय आंदोलन करना पड़ा था। कभी वन विभाग
तो कभी पुलिस या प्रशासन के लोग यहां के लोगों को परेशान करते थे। और, आज देखिए
मोदी जी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार यहां के लोगों को सम्मान भी दे रही है, सुरक्षा
भी दे रही है और लोगों के स्वावलंबन के लिए कार्य भी कर रही है। इन वनटांगिया गांव
में जहां पहले कोई जाता नहीं था, आज उनकी अपनी ग्राम पंचायतें हैं। वहां पर हर
योजना का लाभ मिल रहा है। 1000 से ज्यादा आवास यहां ही मिले हैं। उज्ज्वला योजना
में रसोई गैस के सिलेंडर मिले हैं, बिजली मिली है, अच्छी-खासी
सड़क बन गई है। महिला स्वयं समूह भी आत्मनिर्भर बनकर कार्य कर रही हैं। राशन की
सुविधा का लाभ सभी गरीबों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वह इस गांव में
यह जानकारी लेने आए हैं कि कितने लोगों को योजनाओं का लाभ मिल गया है और कितने लोग
बाकी हैं। जिन लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिला है उनका भी पंजीकरण कराकर उन्हें
लाभ दिलाया जाएगा।
सब्जी की खेती को आगे बढ़ाकर एक्सपोर्टर बन सकते हैं
रजही के लोग
शासन की योजनाओं पर चर्चा करने के साथ ही
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रजही गांव के लोगों को समृद्धि का नया मंत्र भी
दिया। उन्होंने कहा कि यहां के लोग सब्जी की खेती को आगे बढ़कर एक्सपोर्टर बन सकते
हैं। सीएम ने समझाया कि रजही में समूह बनाकर सब्जी की खेती करेंगे, पॉली
हाउस बनाएंगे तो हर सीजन में सब्जी उपलब्ध होगी और आपकी आमदनी भी बढ़ेगी। इसके लिए
शहर का इतना बड़ा मार्केट आपके पास पड़ा है। यहां एफपीओ बनाकर कोल्ड स्टोरेज का
निर्माण कर देंगे तो कई कई दिनों तक आप सब्जी को सुरक्षित रख सकेंगे। इससे मार्केट
की मांग के अनुसार सप्लाई कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट यहां पर है पर है, कार्गो
की सेवा यहां पर शुरू हो जाएगी। दुनिया के बाजार में भी आपकी सब्जी पहुंच जाएगी और
आपको कई गुना लाभ मिलेगा।
आपकी कृपा से जीवन बदल गया महराज जी
ग्रामीणों से संवाद करने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने सरकार के विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से आत्मीय संवाद किया।
योजनाओं के लाभ से उनके जीवन में आए बदलाव की कहानी सुनी। लाभार्थियों ने
मुख्यमंत्री के समक्ष अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि आपकी कृपा से जीवन बदल गया
है महाराज जी। ये ग्रामीण योगी आदित्यनाथ को महाराज जी के संबोधन से ही बुलाते
हैं। सीएम आवास योजना की लाभार्थी राजपति देवी ने बताया कि पहले वह झोपड़ी में रहती
थीं। बारिश में भारी दिक्कत होती थी। पक्का आवास के साथ राशन कार्ड, शौचालय
का भी लाभ मिल गया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की लाभार्थी सरला देवी, उज्ज्वला
योजना की शीला देवी, ओडीओपी की लाभार्थी अलका सोनी ने भी अपने अनुभव
सुनाकर पीएम मोदी और सीएम योगी का आभार जताया। आयुष्मान योजना की लाभार्थी चंदा
देवी ने बताया कि इस कार्ड से उनकी आंख का ऑपरेशन हो जाने से जीवन आसान हो गया है।
चंदा देवी ने पूर्व में गांव की हालत पर पहले की सरकार को खूब खरी खोटी सुनाई। कहा
कि पहले सरकार में दम नहीं था। उस सरकार के नेता आज चेहरा दिखाने की भी हिम्मत
नहीं करते। जबकि महराज जी ने पूरे गांव को खुशहाल कर दिया है।
सभी लाभार्थियों की बात सुनने के बाद मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने उनसे कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए आप सभी
को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने सीएम
आवास योजना ग्रामीण, एनआरएलएम, उज्ज्वल, आयुष्मान, विश्वकर्मा
श्रम सम्मान योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व मिष्ठान्न का वितरण भी किया।
इस अवसर पर सांसद रविकिशन शुक्ल, जिला
पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक
विपिन सिंह, भाजपा
के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, भाजपा के
क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय आदि, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर
अध्यक्ष राजेश गुप्ता, ब्लॉक प्रमुख वंदना सिंह, रणविजय
सिंह आदि भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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प्रोयागात्मक परीक्षा देने से वंचित रहे इंटरमीडिएट
के छात्रों को मिला एक और मौका
योगी सरकार की पहल पर माध्यमिक शिक्षा परिषद 16
फरवरी को फिर आयोजित करेगा प्रयोगात्मक परीक्षाएं
बोर्ड परीक्षाओं से पहले प्रयोगात्मक परीक्षाएं
देने से छूटे,
वंचित
छात्र-छात्राओं को मिला अंतिम अवसर
लखनऊ/प्रयागराज, 14
फरवरी। नकलविहीन बोर्ड परीक्षाएं संपन्न कराने के साथ ही प्रदेश के सभी छात्रों को
आगे बढ़ने के अनेक अवसर दिलाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार ने एक और पहल की है।
इसके तहत सरकार माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित प्रयोगात्मक परीक्षाओं में
छूटे और वंचित छात्रों के लिए 16 फरवरी को एक और अवसर उपलब्ध करा रही है। इस दिन
छात्र प्रयोगात्मक परीक्षाओं में सम्मिलित होकर अपने भविष्य को बेहतर दिशा प्रदान
कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 22 फरवरी से 9 मार्च तक बोर्ड परीक्षाओं का
आयोजन होगा। उससे पहले सरकार सुनिश्चित करना चाहती है कि प्रत्येक छात्र अपनी
प्रयोगात्मक परीक्षाएं संपन्न कर खुले मन से प्रमुख परीक्षाओं में हिस्सा ले सकें।
सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगी परीक्षा
माध्यमिक शिक्षा परिषद् के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने
बताया कि 25 जनवरी 2024 से 09 फरवरी के मध्य आयोजित की गई वर्ष 2024 की
इण्टरमीडिएट प्रयोगात्मक परीक्षाओं के छूटे हुए, वंचित रह
गए छात्र/छात्राओं को अंतिम अवसर प्रदान करते हुए उनकी प्रयोगात्मक परीक्षाएं 16
फरवरी, 2024
को पुनः आयोजित कराई जाएंगी। यह प्रयोगात्मक परीक्षा मुख्य परीक्षा की भांति ही
सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में परिषद के क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा नियुक्त
परीक्षकों द्वारा सम्पादित कराई जाएंगी।
बोर्ड परीक्षा से पहले अंतिम अवसर
सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि किसी विद्यालय के
सभी परीक्षार्थियों की छूटी हुई परीक्षा उनके ही विद्यालय में तथा एकल रूप से
कहीं-कहीं छूटे हुए परीक्षार्थियों की परीक्षा जिला विद्यालय निरीक्षक / क्षेत्रीय
कार्यालयों द्वारा जनपद मुख्यालय स्तर पर निर्धारित किए गए केन्द्र पर कराई जाएगी।
इस सन्दर्भ में छूटे हुए छात्र/छात्राएं अपने पंजीकृत विद्यालय/जिला विद्यालय निरीक्षक
कार्यालय से सम्पर्क स्थापित कर प्रयोगात्मक परीक्षाओं के सम्बन्ध में उनके अपने
जनपद में निर्धारित किए गए केन्द्र/विद्यालय की सूचना प्राप्त कर निर्धारित तिथि
को परीक्षा में सम्मिलित हों। इसके बाद प्रयोगात्मक परीक्षा हेतु कोई अवसर प्रदान
नहीं किया जाएगा।
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अपने 'महराज' को पाकर
चहक उठे वनटांगिया गांव के लोग
सीएम योगी का फूल बरसाकर किया गया स्वागत, लोगों की
खुशी आसमान छूने वाली
गोरखपुर, 14 फरवरी। दशकों तक समाज और विकास
की मुख्य धारा से कटे रहे वनटांगियों के लिए उद्धारक की भूमिका निभाने वाले
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को उनके बीच एक सामान्य भाजपा कार्यकर्ता की
भांति पहुंचे थे। पर, वनटांगिया लोगों के लिए तो वह हर भूमिका में उनके
वही 'महाराज
जी' हैं
जिन्होंने उनके जीवन की दशा बदल दी। सरकारी राजस्व अभिलेखों में लंबे समय तक
नागरिक के दर्जे तक से वंचित रहे इन लोगों को शासन की हर योजना से लाभान्वित कर
दिया। महाराज जी जब उनके बीच थे तो वनटांगियों की खुशी आकाश की ऊंचाई तक छाने वाली
होनी स्वाभाविक थी।
बुधवार को वनटांगिया गांव रजही में मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ भाजपा के गांव चलो अभियान के अंतर्गत पार्टी कार्य से पहुंचे थे।
एक आम कार्यकर्ता की भूमिका में सीएम ने घर-घर जाकर अभियान का पैम्फलेट वितरित
किया। उनका कुशलक्षेम जानने के साथ उनसे सरकार की योजनाओं से मिले लाभ की जानकारी
ली। यह भी पूछा कि कहीं कोई दिक्कत तो नहीं हुई। मुख्यमंत्री के साथ दीपावली मनाने
का सौभाग्य पाने वाले वनटांगिया उन्हें आज एक बार फिर अपने बीच पाकर निहाल थे। हर
घर के सामने उनका फूल बरसाकर स्वागत किया गया। इसके लिए महिलाएं पहले से फूलों की
पंखुड़ियां थाली में सजाकर खड़ी थी। सीएम योगी ने हाथ जोड़कर सबका अभिवादन स्वीकार
किया। जहां भी लोगों की तरफ से उनके साथ फोटो खिंचवाने का आग्रह हुआ उसे भी
उन्होंने मुस्कुराते हुए स्वीकार किया।
गांव चलो अभियान का पैम्फलेट वितरित करते हुए सीएम
योगी लोगों को सरकार की योजनाओं के बारे में भी जानकारी देते रहे। ग्रामीणों के
बीच बाबा, माई, चाची जैसे
यथोचित संबोधन से उन्होंने लोगों का हालचाल पूछा तो सबके चेहरे खुशी से दमक उठे।
सीएम ने गांव के बच्चों को दुलार किया और चॉकलेट भी दिया। टॉफी, चॉकलेट
देने का यह सिलसिला तबसे जारी है जब वह सांसद के रूप में इन वनटांगियों के बीच
दिवाली मनाने आए थे। कुछ मासूमों को उन्होंने खुद अपने हाथ से चॉकलेट खिलाई। गांव
भ्रमण करते समय एक दरवाजे पर सीएम की नजर एक खरगोश पर पड़ गई। मुख्यमंत्री वहीं रुक
गए। खरगोश को दुलारने के साथ ही उन्होंने उसे चारा भी खिलाया।
वनटांगियों से है योगी का बेहद आत्मीय नाता
करीब सौ साल तक उपेक्षा का दंश झेलने को अभिशप्त
रहे वनटांगिया लोगों और योगी आदित्यनाथ के बीच बेहद आत्मीय नाता है। कभी ये लोग हद
दर्जे की उपेक्षा के शिकार थे। योगी के कदम पड़ने के साथ ही वनटांगियों की बदहाली
खुशहाली में बदलती चली गई। बतौर सांसद उन्होंने लोकसभा में वनटांगिया अधिकारों के
लिए लड़कर 2010 में अपने स्थान पर बने रहने का अधिकार पत्र दिलाया। 2017 में
मुख्यमंत्री बने तो वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा देकर उन्हें शासन
प्रदत्त सभी सुविधाओं का हकदार बना दिया। वनटांगिया गांवों को आवास, सड़क, बिजली, पानी, स्कूल, जैसे
संसाधनों के साथ ही यहां रहने वालों को जनहित की सभी योजनाओं से आच्छादित कर दिया।
योगी यहां वर्ष 2009 से ही बतौर सांसद यहां दीपावली मनाते रहे हैं और सात साल पहले
मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उन्होंने खुद द्वारा शुरू की गई परंपरा में रुकावट
नहीं आने दी।
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हर घर शुद्ध जल पहुंचाने पर सरकार का जोर: मुख्य
सचिव
दो दिवसीय वाटर कॉन्क्लेव का आयोजन
प्रदर्शनी में विभिन्न कम्पनियों ने किया प्रतिभाग
लखनऊ, 14 फरवरी: नगर विकास विभाग व उप्र
जल निगम (नगरीय) के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय वॉटर कॉनक्लेव का आयोजन किया
गया। कार्यशाला के दूसरे दिन बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर
मिश्रा ने अमृत 2.0 कार्यक्रम की व्यापकता की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए हर घर
शुद्ध जल पहुंचाने और अमृत 2.0 कार्यक्रम को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने पर बल
दिया। उन्होंने बताया कि अमृत 2.0 कार्यक्रम द्वारा प्रदेश में 43 लाख से अधिक
घरों को पेयजल कनेक्शन और 5 लाख घरों को सीवर हाउस कनेक्शन दिया जायेगा। उन्होंने
टेक्नोलॉजी के अधिक से अधिक प्रयोग, पेयजल, सीवरेज
प्रबन्धक, री-यूस्ड
और यूस्ड वाटर पर बल दिया। उन्होंने शहरों को स्वच्छ बनाने, वातावरण
को प्रदूषण मुक्त बनाने, अमृत योजना के अन्तर्गत सरोवरों का
जीर्णोद्धार, वर्षा
जल संचयन, प्राकृतिक
जल स्त्रोतों का बेहतर रख-रखाव आदि अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर विचार प्रकट किए।
मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री जी के 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को मूर्तरूप
प्रदान करने में सभी की भागीदारी सुनिश्चित किए जाने पर विशेष बल दिया। नगर विकास
विभाग से अपेक्षा की गई कि अमृत 2.0 कार्यक्रम के अन्तर्गत समस्त नगरीय निकायों को
स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में परियोजनाएं तैयार कर
उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाय। अवगत कराया कि उड़ीसा के पुरी शहर में
क्रियान्वित 24×7
जलापूर्ति के सफल मॉडल पर आधारित रामनगरी अयोध्या में 24×7
जलापूर्ति की परियोजना का क्रियान्वयन प्रगति पर है। आगामी दो वर्षों में अयोध्या
नगरवासियों को यह सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इस कॉनक्लेव के आयोजन में यूएसएआईडी व
केपीएमजी ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वच्छ पेयजल आपूर्ति
एवं जलोत्सारण के क्षेत्र में विभिन्न तकनीकी प्रौद्योगिकी एवं नवाचारों को लेकर
पूरे प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए हुए लगभग 350 मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण
अभियन्ता, अधिशासी
अभियन्ता, सहायक
अभियन्ता, जूनियर
इंजीनियर व विभिन्न नगर निगमों, नगर निकायों एवं जलकल विभाग के वरिष्ठ
अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। अमृत 2.0 के अन्तर्गत प्रदेश में 10 लाख से
अधिक घरों में नल कनेक्शन दिये जा चुके हैं। साथ ही 166 अमृत सरोवरों के
पुनरूद्धार की परियोजनायें शासन द्वारा स्वीकृत की जा चुकी हैं। इस दौरान
प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।
इस दौरान नगर विकास के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात, सचिव अजय
कुमार शुक्ला,
विशेष
सचिव अमित कुमार सिंह आदि ने संबोधित किया। उ०प्र० जल निगम (नगरीय) के प्रबंध
निदेशक राकेश कुमार मिश्र ने अतिथियों के प्रति आभार जताया।
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हरित सड़क निर्माण टेक्नोलॉजी से रूबरू हुए 16 नगर
निगमों के अफसर
- सीएम ग्रिड्स योजना को गति देने के लिए नगर विकास
विभाग द्वारा तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
- विशेषज्ञों ने अफसरों को सिखाया कैसे कम लगत में
तैयार की जा सकती हैं नगरों की सड़कें
- यूपी में हरित सड़क निर्माण के लिए योगी सरकार
प्रतिबद्ध, अफसरों
को दी जा रही ट्रेनिंग
लखनऊ, 14 फरवरी। मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में हरित सड़कों के निर्माण को
बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में बुधवार को नगर विकास विभाग द्वारा
नगरीय निकाय निदेशालय में सीएम ग्रीड योजनान्तर्गत एकीकृत हरित सड़कों के निर्माण
के लिए एक दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का
उद्देश्य नगरीय निकायों के अधिकारियों को नई तकनीकों के उपयोग और लागत को कम करने
के तरीकों के बारे में प्रशिक्षित किया गया।
नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने
बताया कि सीएम ग्रिड्स योजना राज्य में हरित सड़कों के निर्माण की दिशा में एक
महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम में सीआरआरआई के डॉ अम्बिका, सीनियर
प्रिसिपल साइंटिस्ट, डॉ मनोज शुक्ल, प्रिंसिपल
साइंटिस्ट एवं उप निदेशक डॉ वसंत हवांगी द्वारा नई तकनीकों के उपयोग पर एक
प्रस्तुति दी गई। उन्होंने एफडीआर टेक्नोलाजी और अन्य नई तकनीकों के बारे में
विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन तकनीकों का उपयोग करके नगरीय सड़कों
का निर्माण कम लागत में किया जा सकता है।
कार्यक्रम में 16 नगर निगमों के मुख्य अभियंताओं और
अन्य सम्बंधित अधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने नई तकनीकों के बारे में जानकारी
प्राप्त की और अपने अनुभवों को साझा किया।
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पूरे देश के औद्योगिक विकास को गति देगी ग्राउंड
ब्रेकिंग सेरेमनी-4.0
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4.0 में 10 लाख 15 हजार
583 करोड़ की 14 हजार 537 परियोजनाएं धरातल पर उतरने को तैयार
500 करोड़ की 300 परियोजनाएं, 100 से 500
करोड़ की 895 परियोजनाएं, 10 से 100 करोड़ की 4 हजार 577 परियोजनाओं का
शुभारंभ
01 से 10 करोड़ की 8 हजार 735 परियोजनाएं भी उतरेंगी
जमीन पर, 34 लाख से अधिक रोजगार का होगा
सृजन
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नन्दी ने की
जीबीसी की तैयारियों की समीक्षा, कार्यक्रम स्थल का पैदल भ्रमण कर किया
निरीक्षण
लखनऊ, 14 फरवरी। प्रदेश को वन ट्रिलियन
इकॉनमी बनाने को तत्पर योगी सरकार के प्रयासों से 19 फरवरी को राजधानी लखनऊ के
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी 4.0 का आयोजन होने जा रहा
है। इसके माध्यम से प्रदेश में कुल 10 लाख 15 हजार 583 करोड़ की 14 हजार 537
परियोजनाएं धरातल पर उतरने को पूरी तरह तैयार हैं। इनमें 500 करोड़ की 300
परियोजनाएं, 100
से 500 करोड़ की 895 परियोजनाएं, 10 से 100 करोड़ की 4 हजार 577 परियोजनाएं, 01 से 10
करोड़ की 8 हजार 735 परियोजनाएं शामिल हैं। सभी परियोजनाओं के धरातल पर आने के बाद
34 लाख से अधिक रोजगार सृजित होंगे। कुल मिलाकर ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4.0
प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के औद्योगिक विकास को नई गति प्रदान करेगी।
बदलाव और रफ्तार यूपी की पहचान बना
बुधवार को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4.0 की
तैयारियों को लेकर सम्बंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान औद्योगिक
विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर आयोजन को
भव्यतम बनाने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी की प्रेरणा एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में नए भारत के नए
उत्तर प्रदेश को विकसित प्रदेश के रूप में एक नई पहचान मिली है। 2018 में आयोजित
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के बाद आयोजित पहले भूमि पूजन समारोह में 60 हजार करोड़ के
निवेश प्रस्ताव को शामिल किया गया था। वहीं अब छह वर्ष बाद 2024 में 10.15 लाख
करोड़ के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारा जाएगा। यही बदलाव व रफ्तार यूपी की
पहचान है।
अराजक तत्वों पर कड़ी निगरानी
समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों ने मंत्री नन्दी
को तैयारियों के साथ ही अयोजन की भी जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि जीबीसी के
दौरान ही 20 और 21 फरवरी को विभिन्न विषयों पर सेक्टोरल सेशन आयोजित किए जाएंगे, जिसमें
ज्ञानार्जन की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी विभिन्न तकनीकी, प्रौद्योगिकी
और प्रबंधन संस्थानों के छात्रों को आमंत्रित किया जाएगा। पुलिस कमिश्नर लखनऊ ने
बताया कि जीबीसी के दौरान अराजक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। जीबीसी के दौरान
ही एफडीआई को लेकर इमर्जिंग डेस्टीनेशन फाॅर फाॅरेन इन्वेस्टमेंट इन इंडिया
काॅक्लेव का आयोजन होगा।
बैठक में आईआईडीसी मनोज कुमार सिंह, प्रमुख
सचिव औद्योगिक विकास अनिल कुमार सागर, सीईओ इन्वेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश, कमिश्नर
लखनऊ रोशन जैकब,
पुलिस
कमिश्नर लखनऊ,
डीएम
लखनऊ के साथ ही गृह, लोक निर्माण, पर्यटन, पुलिस के
अधिकारी उपस्थित रहे।
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