वन्यजीव संरक्षण की अनूठी पहल की सी.एम.एस. छात्र दर्श अग्रवाल ने

सबसे उम्र में वन्यजीव को गोद लेने का बनाया रिकार्ड

लखनऊ, 12 जनवरी। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर द्वितीय कैम्पस के इण्टरनेशनल कैम्ब्रिज सेक्शन के कक्षा-5 के प्रतिभाशाली छात्र दर्श अग्रवाल ने वन्यजीव संरक्षण की अनूठी पहल कर जनमानस को खासकर किशोर व युवा पीढ़ी को वन्यजीव संरक्षण हेतु प्रेरित किया है। सी.एम.एस. के इस प्रतिभाशाली छात्र ने पूरे एक वर्ष के लिए लखनऊ चिड़ियाघर के मगरमच्छ को गोद लिया है, जिसका खर्च उन्होंने पूरी तरह से अपनी पाॅकेट मनी से उठाया है। खास बात यह है कि लखनऊ में दर्श अग्रवाल ने मात्र 10 वर्ष अर्थात सबसे उम्र में वन्यजीव को गोद लेने का रिकार्ड बनाया है। दर्श ने अपने इस नए दोस्त का नाम ‘स्नैपी’ रखा है। यह जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. छात्र का यह अनूठी पहल वन्यजीवन में सकारात्मक बदलाव की उसकी प्रतिबद्धता का दर्शाती है, साथ ही अन्य छात्रों को भी पशु कल्याण में योगदान हेतु प्रेरित करती है। श्री शर्मा ने बताया कि इसके अलावा, दर्श अग्रवाल ने अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी एक आंदोलन शुरू किया है, जिसमें आम जनमानस से वन्यजीवों को गोद लेने, प्यार करने और सुरक्षा करने के  हेतु प्रेरित किया गया है। 

श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. अपने छात्रों को वन्यजीवन संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण व सामाजिक जागरूकता विभिन्न कार्यक्रमों में बढ-चढ़ कर प्रतिभाग हेतु प्रोत्साहित करता है, जिससे भावी पीढ़ी प्रकृति प्रदत्त संसाधनों के संरक्षण व सामाजिक विकास में रचनात्मक भूमिका निभा सकें। सी.एम.एस. का मानना है कि वन्यजीव भी प्रकृति प्रदत्त संसाधनों में से एक हैं जो इस प्राकृतिक व्यवस्था को सुचारू ढंग से चलाये रखनें में अनुपम भूमिका निभाते हैं, अतः वन्य जीवों का संरक्षण प्रत्येक नागरिक कर्तव्य है। सी.एम.एस. के इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप विद्यालय के छात्रों ने शैक्षिक क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित करने के साथ ही सामाजिक जागरूकता की भी अनूठी मिसाल प्रस्तुत की है।


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