जौनपुर। परमात्मा की भक्ति के लिए संसाधनों का महत्व नहीं- कोषाध्यक्ष

जौनपुर। श्री सर्वेश्वरी समूह संस्थान शाखा समोधपुर का 31 वां स्थापना दिवस धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ शाखा के मंत्री श्रीकृष्ण पाल द्वारा पूजा अर्चना एवं परम पूज्य अघोरेश्वर महाप्रभु एवं पूज्यपाद संभवराम जी के चित्र पर माल्यार्पण से किया गया। तत्पश्चात अघोरान्ना परो मंत्रः नास्ति तत्वम गुरौः परम् का संकीर्तन संगीत शिक्षक प्रेमनाथ सिंह द्वारा संगीतमय प्रस्तुति के साथ किया गया।
          
शाखा के उपाध्यक्ष हृदय प्रसाद सिंह ने राष्ट्र एवं संपूर्ण समाज के लिए श्री सर्वेश्वरी समूह संस्थान के योगदान को सराहा। अपने वक्तव्य में उपाध्यक्ष ने कहा कि आज प्राणि-मात्र के कल्याण के लिए श्री सर्वेश्वरी समूह उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि केवल समोधपुर शाखा ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह संस्थान मानव मात्र की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह निजी स्वार्थ के लिए व्यक्तिगत पूजा-पाठ से बढ़कर है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह संस्था ईश्वर के साकार और निराकार दोनों स्वरूपों का पक्षधर है। उन्होंने कहा कि संस्थान नर सेवा-नारायण सेवा की विचारधारा पर कार्य कर रहा है।शाखा के कोषाध्यक्ष डा. रणजीत सिंह ने कहा कि  जो अत्यधिक सरल, सुगम एवं सौम्य है,कठोर नहीं है वही अघोर है। इससे बड़ा कोई मंत्र नहीं तथा गुरु से बड़ा कोई शब्द नहीं। उन्होंने कहा कि यह संस्थान इस मत में विश्वास करता है कि पूजा न करने का वास्तविक एहसास ही ईश्वर की सच्ची पूजा है। कोषाध्यक्ष ने कहा कि परमात्मा की भक्ति के लिए संसाधनों का कोई विशेष महत्व नहीं है। सूर्य को दीप, जल को नैवेद्य तथा वायु को गंध मानकर ईश्वर का स्मरण किया जा सकता है। सभी के प्रति दया भाव रखते हुए मानवता में सच्चा विश्वास, कर भला, हो भला का स्वभाव ही अघोर है। इसमें आडंबर का कोई स्थान नहीं है। संस्थान तन की शुद्धि के बजाय मन की शुद्धि का पोषक है। स्थापना दिवस समारोह में शामिल होकर मशहूर गायक सुरेश शुक्ल अत्यंत भाव विभोर हो उठे।

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