जौनपुर। मप्र व उप्र पुलिस ने कुख्यात आनंद सागर को जौनपुर में मार गिराया

सतना में शराब कंपनी के मुनीम की हत्या कर 22 लाख रुपये लूटने वाले आरोपित आनंद सागर उप्र के जौनपुर में मुठभेड़ में ढेर

जौनपुर। शराब कंपनी के मुनीम की हत्या और 22 लाख रुपये लूटने के आरोपित कुख्यात आनंद सागर को पुलिस की संयुक्त टीम ने मार गिराया है। मप्र की सतना पुलिस और उप्र की जौनपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गुरुवार सुबह वाराणसी-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बक्शा के अलीगंज के पास मुठभेड़ में सतना में मुनीम की हत्या व लूट में शामिल शूटर आनंद सागर यादव को मार गिराया। 
      
आनंद जौनपुर के केराकत क्षेत्र के उसरापुर पचवारा का रहने वाला था। इस मुठभेड़ में दो आरोपितों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जिसमें वारादात में शामिल सुभाष यादव और जिलेदार उर्फ जेडी शामिल है। जबकि अन्य की तलाश की जा रही है। पुलिस अधीक्षक डा. अजयपाल शर्मा ने बताया कि 10 दिन पूर्व मध्य प्रदेश के सतना जिले में सुभाष यादव गिरोह ने एक शराब कंपनी के मुनीम की हत्या कर 22 लाख की लूट की थी। मध्य प्रदेश पुलिस ने उस पर इनाम घोषित किया था। तभी से दोनों प्रांतों की पुलिस गिरोह की तलाश में सरगर्मी से जुटी थी, इस गिरोह ने जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़, सतना आदि जिलों में कई आपराधिक घटनाएं की है। मुठभेड़ में मारे गए आनंद सागर यादव का आपराधिक रिकार्ड जुटाया जा रहा है।

ऐसे हुई मुठभेड़

उल्लेखनीय है कि विगत कई दिनों से सतना पुलिस जिला पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता के नेतृत्व में जौनपुर में डेरा डाली हुई थी। जिसके बाद जौनपुर पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई के बाद टीम को यह सफलता मिली है। वहीं रीवा रेंज के एडीजी केपी वेंकटेश्वरराव ने जानकारी दी है कि जौनपुर में तड़के सुबह हुई मुठभेड़ के बाद दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। जिसमें सुभाष यादव और जिलेदार उर्फ जेडी को गिरफ्तार हो चुके हैं, जिन्हें देर रात तक सतना लाया जाएगा। जानकारी अनुसार जौनपुर के थाना बक्सा के अलीगंज इलाके में हाइवे के किनारे रेलवे लाइन के पास बदमाशो की सतना पुलिस को लोकेशन मिली, जिसके बाद सतना पुलिस और जौनपुर पुलिस द्वारा संयुक्त कार्रवाई कर कर इलाके की घेराबंदी की गई, घेराबंदी तोड़ कर फायर करते हुए बदमाश आनंद सागर यादव ने भागने के प्रयास किया। लेकिन जवाबी फायरिंग में बदमाश घायल हो गया, जिसे ईलाज के लिए ले जाया गया जहां अस्पताल में उसकी मौत हो गई, वहीं गिरोह का दुर्दांत अपराधी जेडी यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पिस्टल और कार बरामद

मुठभेड़ में मारे गए बदमाश के कब्जे से 2 पिस्टल और स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की गई है, बताया जा रहा है कि बदमाश आनंद के खिलाफ जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़ में हत्या, लूट व रंगदारी के कई मुकदमे दर्ज हैं।

यह था पूरा मामला, 11 लोग हैं आरोपित

मध्य प्रदेश के सतना जिले में शहर के सर्किट हाउस चौराहे के पास सेंट्रल बैंक के सामने छह मार्च को दिनदहाड़े गोली मारकर शराब कंपनी के मुनीम की हत्या और 22 लाख रुपये की लूट की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह में उप्र के शूटर शामिल थे। वारदात की योजना सतना केंद्रीय जेल में बनी थी सरगना ने जेल से निकलने के बाद स्थानीय लोगों से संपर्क किया और जौनपुर (उप्र) के अपने साथी शूटरों को बुलवाकर वारदात को अंजाम दे दिया। 11 में से तीन आरोपित सतना पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं जबकि आज एक कुख्यात आरोपित को उप्र पुलिस व मप्र पुलिस के संयुक्त अभियान में मार गिराया गया है, एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि वारदात को अंजाम देने पांच बदमाश उप्र के जौनपुर से आए थे। इन सबका सरगना जिलेदार उर्फ जेडी उर्फ छोटू यादव (35) पुत्र मुरली यादव निवासी जेंडलपुर थाना महाराजगंज जिला जौनपुर (उत्तर प्रदेश) था। उसने अपने साथी सुभाष यादव (35) पुत्र घुरहू यादव निवासी बंबावन देवरिया थाना गड्डी केराकत जौनपुर, शिवम उर्फ पोनू सरोज (23) पुत्र सत्यदेव सरोज निवासी पचवार जौनपुर, आनंद सागर यादव पुत्र सूबेदार यादव निवासी उसरापुर पचवार जौनपुर, नीलेश उर्फ नीलू यादव (22) पुत्र जनार्दन यादव निवासी शबुद्दीनपुर केराकत जौनपुर और अभिषेक निषाद (23) पुत्र विनोद निषाद निवासी बंबावन देवरिया थाना गड्डी केराकत जौनपुर को सतना बुलाया था।

आरोपितों पर पहले से हैं आपराधिक मामले

उप्र में अभिषेक निषाद के विरुद्ध पांच, सुभाष यादव के खिलाफ 13 और जेडी के खिलाफ छह मामले दर्ज हैं जेडी पर सतना में भी हत्या-लूट के दो मुकदमे दर्ज हैं। दीपनारायण उर्फ दीपक पांडेय पर चार, गौरव बरगाही पर तीन, दीपक पटेल पर नौ, मनीष बरगाही पर दो और राहुल जायसवाल पर छह मुकदमे सतना जिले के थानों में दर्ज हैं।

जिलेदार ने रची थी साजिश

पुलिस के अनुसार मुनीम की हत्या कर नकदी लूटने की वारदात की साजिश उप्र के शातिर बदमाश जिलेदार सिंह उर्फ जेडी ने बनाई थी। 2014 में सतना के अमदरा में हत्या और लूट व नादन में बैंक डकैती मामले में वह सतना जेल में बंद था, जहां उसकी मुलाकात दीपक पटेल से हुई थी। दीपक के साथ जेल में ही उसने बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी। जेडी ने पांच साथी उप्र से बुलाए जिनमें से दो ट्रेन से आए जबकि तीन सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार यूपी-14 सीसी-7730 से सोहागी पहाड़ और रीवा के रास्ते सतना पहुंचे। इन सभी को राहुल जायसवाल के घर पर ठहराया गया था। वारदात के बाद आरोपित कार से चित्रकूट, बरगढ़ और प्रयागराज होते हुए केराकत जौनपुर भाग गए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो पता चला कि कार रैगांव में मनीष सिंह के यहां देखी गई है। पुलिस मनीष सिंह तक पहुंची तो कड़ियां जुड़ती गई एसपी ने बताया कि जेडी समेत छह आरोपितों की धरपकड़ के लिए सतना पुलिस की एक टीम जौनपुर में डेरा डाले हुए थी। एसपी गुप्ता ने बताया कि वारदात में 11 आरोपी शामिल थे। एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि वारदात में शामिल सतना के तीन आरोपितों मनीष सिंह बरगाही (24) पुत्र अमरजीत उर्फ उमेश बरगाही निवासी दुर्गा नगर नई बस्ती, गौरव सिंह बरगाही (28) पुत्र सतीश सिंह बरगाहीनिवासी रैगांव सिंहपुर और दीपनारायण उर्फ दीपक पांडेय (32) पुत्र आदित्य पांडेय निवासी सोहास कोटर जिला सतना को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें सतना के दो आरोपित राहुल जायसवाल और दीपक सिंह अभी भी फरार हैं।

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