बलरामपुर, 08 फ़रवरी - 2023
गर्भवती की सुरक्षित प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) और बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के उद्देश्य से प्रत्येक माह की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस मनाया जाता है | इसी क्रम में गुरुवार नौ फ़रवरी को जिला महिला चिकित्सालय, संयुक्त जिला चिकित्सालय, समस्त नगरीय / ग्रामीण प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों समेत कुल 20 केन्द्रों पर उत्सव के माहौल में यह दिवस मनाया जाएगा | इस मौके पर एमबीबीएस चिकित्सक की देखरेख में दूसरे व तीसरे तिमाही वाली गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें चिकित्सीय जाँच एवं परामर्श की सेवा दी जाएगी |
इस सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील कुमार की ओर से जनपद के समस्त अधीक्षक / प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को पत्र जारी कर दिशा-निर्देश दिए गए हैं | सीएमओ ने निर्देशित किया है कि पीएमएसएमए दिवस आयोजन में इस बात का विशेष ध्यान रखें कि स्वास्थ्य इकाई तक आने वाली कुछ गर्भवती महिलाएं संसाधन विहीन दूर-दराज के गावों से आती हैं | अत: प्रयास करना है कि अभियान दिवस पर आने वाली समस्त गर्भवती की समस्त आवश्यक प्रसव पूर्व जांचें जैसे- ब्लड प्रेशर, वजन, रक्त व पेशाब की जांच, मधुमेह, एचआइवी, सिफलिस व अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा उसी दिन प्रदान की जाए ताकि उन्हें बार-बार स्वास्थ्य इकाइयों पर न आना पड़े | अभियान के दौरान आवश्यक समस्त दवा व जांच की सुविधा शत-प्रतिशत उपलब्ध कराई जाए | सीएमओ ने जिले के सात अपर व एक उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों एवं सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों समेत कुल 19 अधिकारियों को दिवस के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए नामित किया है |
वहीं एसीएमओ आरसीएच डॉ बीपी सिंह ने बताया कि इस दिवस पर गर्भवती को चिन्हित स्वास्थ्य इकाइयों तक लाने व वापस ले जाने के लिए 102 एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा | चिन्हित उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाओं का उपचार उसी स्वास्थ्य इकाई में किया जाएगा अथवा उच्च स्तरीय इकाई पर रेफर करते हुए उनकी सूची आशा व एएनएम को उपलब्ध कराई जाएगी | गर्भवती को ग्रुप काउंसिलिंग के माध्यम से पोषण एवं परिवार नियोजन संबंधी परामर्श भी प्रदान किया जाएगा | परिवार नियोजन का एक अलग से काउंटर बनाकर उससे संबंधित साधन व सामग्री उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी |
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के दिशा-निर्देश के अनुसार सभी स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देशित किया गया है कि गर्भवती का पंजीकरण किए जाने के लिए अलग से पीएमएमवीवाई का स्टाल लगाना सुनिश्चित करें | साथ ही लाभार्थियों के लिए बैठने के लिए उचित व्यवस्था, पीने का पानी आदि व्यवस्था का विशेष ध्यान रखें |
निजी सेंटरों पर भी मिलेगी नि:शुल्क अल्ट्रासाउंड सुविधा –
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता विनोद त्रिपाठी ने बताया कि कई बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं होंने से समस्या होती है | ऐसे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों को संबद्ध कर गर्भवती को नि:शुल्क जांच सुविधा दी जाए |
ई-रूपी बाउचर से होगी जांच –
गर्भवती को परामर्श देने वाले चिकित्सक ओपीडी पर्चे पर अल्ट्रासाउंड जांच की जरूरत पड़ने पर लिखेंगे | गर्भवती को एएनएम व चिकित्सक द्वारा ई-रूपी बाउचर की जानकारी दी जाएगी, वे जिस नंबर से पंजीकरण कराएंगी, उस पर यह ई-रूपी बाउचर भेजा जाएगा | इस पर महिला का नाम, मोबाइल नंबर आदि लिखा जाएगा | फिर इसके जरिए वह निजी केंद्र पर जाकर एक महीने के अन्दर कभी भी जांच करा सकेंगी | बुधवार को यह सुविधा पीपीपी मोड पर जिले के दो एफआरयू (प्रथम संदर्भन इकाई) सीएचसी तुलसीपुर व उतरौला में प्रसुताओं को दी जाएगी | इसके बाद अगले बार से सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर लाभार्थियों को ये निःशुल्क सेवा उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी |
उमेश चन्द्र तिवारी
हिन्दी संवाद न्यूज
बलरामपुर
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know