109 परिषदीय विद्यालय जल्द बिजली की रोशनी में नहायेंगे 

      गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों चीफ
अम्बेडकरनगर।  जिले के 109 परिषदीय विद्यालय जल्द ही बिजली की रोशनी से जगमग होंगे। इसका सीधा फायदा यहां पढ़ाई कर रहे करीब 11 हजार छात्र-छात्राओं को मिलेगा। चिह्नित विद्यालयों में बिजली कनेक्शन लेने के लिए प्रधानाध्यापकों को शीघ्र झटपट पोर्टल पर आवेदन के लिए निर्देशित किया गया है।बिजली कनेक्शन हो जाने से यहां अध्ययनरत नौनिहाल भी पंखे की हवा व बल्ब की रोशनी में बेहतर तरह से पढ़ाई कर सकेंगे।
इसके साथ ही 398 परिषदीय विद्यालयों में जल्द ही चारदीवारी का निर्माण कार्य भी कराया जाएगा। इसके लिए सभी ग्राम पंचायत अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह ग्राम प्रधान के माध्यम से प्राथमिकता के आधार पर चारदीवारी का निर्माण सुनिश्चित कराएं।
परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को कॉन्वेंट स्कूल जैसी सुविधा मिल सके, इसके लिए केंद्र व प्रदेश सरकारों द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत डेस्क व बेंच की सुविधा के साथ ही बिजली की रोशनी व पंखे इत्यादि की व्यवस्था भी विद्यालयों में मुहैया करायी जा रही है।
शासन की तरफ से परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को दोपहर का भोजन निशुल्क दिए जाने के साथ ही ड्रेस, स्कूली बैग, जूता-मोजा, कॉपी, पेंसिल समेत अन्य स्टेशनरी सामग्री पहले से ही निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कुल 1582 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं।
इनमें से 109 विद्यालय ऐसे हैं, जहां अभी तक बिजली कनेक्शन की सुविधा नहीं है। इसी कारण यहां पढ़ने वाले लगभग 11 हजार छात्र-छात्राओं को कक्षा में बिना पंखे व बल्ब की रोशनी के पढ़ाई करने को विवश होना पड़ता है। बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि चिह्नित सभी 109 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया गया है कि बिजली कनेक्शन पाने के लिए वह तत्काल झटपट पोर्टल पर आवेदन करें, ताकि बिजली सुविधा मुहैया करायी जा सके।
बिजली खंभा करीब होने पर तत्काल कनेक्शन
आवेदन बाद यदि विद्यालय से 40 मीटर सीमा के अंदर बिजली खंभा होगा, तो तत्काल कनेक्शन हो जाएगा, लेकिन यदि 40 मीटर सीमा से दूर बिजली खंभा होगा, तो इसके लिए पावर कॉर्पोेरेशन द्वारा स्टीमैट बीएसए कार्यालय के माध्यम से शासन को भेजा जाएगा। बजट आने के बाद कनेक्शन होगा।
सुरक्षा के लिए बनेगी चारदीवारी
जिले के 398 परिषदीय विद्यालय ऐसे हैं, जहां चारदीवारी नहीं है। इससे संबंधित विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। असुरक्षित विद्यालय परिसर में आए दिन मवेशियों के घुस जाने से भी बच्चों व शिक्षकों को परेशानी उठानी पड़ती थी। इस परेशानी से छुटकारा दिलाने के लिए डीपीआरओ कार्यालय को उन विद्यालयों की सूची उपलब्ध करा दी है, जहां चारदीवारी नहीं है। डीपीआरओ अवनीश कुमार ने बताया कि सभी ग्राम पंचायत सचिवों को निर्देशित किया गया है कि राज्य वित्त एवं मनरेगा के तहत ग्राम प्रधानों के सहयोग से विद्यालयों में चारदीवारी का निर्माण कराएं।

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