बलरामपुर:- सेवानिवृत्त कर्मचारी ने करोड़ों की सरकारी जमीन पर किया अवैध कब्जा
उतरौला(बलरामपुर)
वन विभाग उतरौला की जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को अभी तक हटवाया नहीं गया। जिससे अतिक्रमण की चपेट में आए आसपास के लोग व दुकानदारों में भारी रोष व्याप्त है। प्रशासन पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगा रहे हैं। वन विभाग की जमीन पर एक रिटायर कर्मचारी ने बड़े भूभाग पर मकान व टीन शेड डाल कर अवैध कब्जा कर रखा है। वन विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अभी तक सेवानिवृत्त कर्मचारी से सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त नहीं कराया जा सका है। सेवानिवृत्त कर्मचारी के अवैध कब्जे पर अभी तक बाबा का बुलडोजर ना चलने से उसके हौसले इतने बुलंद है कि वह वन विभाग कार्यालय से लेकर उतरौला बलरामपुर मुख्य मार्ग तक अपना अवैध कब्जा जमाए हुए हैं। प्रशासन द्वारा पूरे शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर अवैध कब्जे हटवाए गए। पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने रखें सभी ढाबलीयों, व गुमटीयों को हटवा दिया गया। बगल में ही सटे वन विभाग कार्यालय के सामने सेवानिवृत्त कर्मचारी द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण को छुआ तक नहीं गया। सेवानिवृत्त कर्मचारी अपने साथ अन्य लोगों का भी गुमटी, ढाबली वन विभाग की जमीन पर रखवा कर उनसे अच्छा खासा किराया वसूल रहा है। कई वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त होने के बाद भी कर्मचारी लकड़ी का कारोबार फैला कर बेशकीमती सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा जमाए हुए हैं। सेवानिवृत्त होने के बाद विभाग ने भी कर्मचारी से मकान खाली कराना मुनासिब नहीं समझा। और ना ही सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए कोई नोटिस दिया।
लगभग दस वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त होने के बाद कर्मचारी ने वन विभाग की जमीन पर निर्माण व टीन शेड डाल कर कब्जा कर लिया। अवैध कब्जा जस का तस बना हुआ है। मुख्यमंत्री का आदेश है कि किसी भी तरह सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा नहीं रहना चाहिए। लेकिन उतरौला प्रशासन पता नहीं क्यों सेवानिवृत्त कर्मचारी पर इतना मेहरबान है कि मुख्यमंत्री के आदेश को भी नहीं मान रहा है।
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