थाना कोतवाली कर्नलगंज में बढ़ा दलालों का वर्चस्व,पत्रकारों की हो रही उपेक्षा                                    
                                                              
(कुर्सी पर बैठकर मामला निपटाते हैं दलाल, पत्रकार रहते हैं खड़े) 

गोण्डा।  जिले के थाना कोतवाली कर्नलगंज में कटरा बाजार से स्थानान्तरित होकर आये प्रभारी निरीक्षक सुधीर सिंह के चार्ज लेने के बाद से थाने में दलालों का वर्चस्व कायम हो गया है। जहां अक्सर पुलिस कर्मी व पत्रकार खड़े रहते हैं जिन्हें जानबूझकर कोतवाली के जिम्मेदारों द्वारा नजरंदाज किया जाता है।वही कुर्सी पर बैठकर दलाल किस्म के लोग मामला निपटाते देखे जाते हैं। जिससे प्रभारी निरीक्षक की कार्यप्रणाली सवालिया घेरे में है। 

मालूम हो कि थाना कोतवाली कर्नलगंज की पुलिस दलालों को बहुत सम्मान देती है। वहीं निष्पक्ष व निर्भीक पत्रकारों को जो कोतवाली के जिम्मेदार लोगों की चापलूसी व चरण वंदन नहीं करते और बेबाक खबर लिखते हैं ऐसे लोगों से द्वेष भावना से ग्रसित पुलिस विभाग के अधिकारियों व उनके मातहतों द्वारा उपेक्षा करते हुए सही और गरिमामयी मर्यादित व्यवहार नहीं किया जाता है और ना ही थाना, चौकी में उन्हें उचित सम्मान दिया जाता है। यही नहीं थाना और चौकी में अक्सर दलाल कुर्सी पर बैठे देखे जा रहे हैं जबकि पुलिस कर्मी और पत्रकार आये दिन खड़े होकर जी हुजूरी करते दिखते हैं। बताते चले कि थाने में बीते कुछ समय से दलालों का वर्चस्व काफी बढ़ गया है। जिससे पीड़ित पुलिस के बजाए दलालों के पास जाने लगे है। कुछ यही हाल शनिवार को थाना कोतवाली कर्नलगंज में देखने को मिला। यही नहीं इसका फोटो भी पत्रकारों के कैमरे में कैद हो गया। जब कुछ क्षेत्रीय पत्रकार किसी सिलसिले में जानकारी करने हेतु कोतवाली कर्नलगंज पहुंचे तो वहां प्रभारी निरीक्षक की कुर्सी खाली दिखी और कुछ पुलिस कर्मी और कोतवाली से जुड़े खास लोग कुर्सी पर बैठे काम करते दिखाई पड़े जिनमें से किसी की भी नजर आगंतुक पत्रकारों पर नहीं पड़ी और ना ही किसी अपने पद की गरिमा के अनरूप उन्हें उचित सम्मान देते हुए कुर्सी पर बैठने को कहा गया और ना ही कोतवाल सुधीर सिंह ने उनसे मिलने की जहमत ही उठाई, जिससे काफी देर तक पत्रकार साथी कोतवाल की कुर्सी के सामने रखी कुर्सियों पर बैठकर इंतजार करने के बाद वापस लौटकर गेट पर पहुंचे ही थे कि तभी कुछ खास लोग कोतवाली पहुँच गये जिस पर कोतवाल सुधीर सिंह ने पहुँच कर उनसे हालचाल करना शुरू कर दिया गया लेकिन इसके बावजूद उनकी नजर गेट के पास खड़े पत्रकारों पर नहीं पड़ी या जानबूझकर अनदेखी की गई। जिससे प्रभारी निरीक्षक व कोतवाली पुलिस की पत्रकारों के प्रति द्वेष भावना परिलक्षित हो रही है। इससे काफी संख्या में पत्रकारों मे कोतवाली पुलिस के प्रति काफी असंतोष व्याप्त है।

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