न्यूज रणजीत जीनगर
उदयपुर:- पत्रकारों के अधिस्वीकरण के मामलों में स्वतंत्र पत्रकार से कहीं अधिक ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने वालें पत्रकार साथियों को ज्यादा मुश्किल आती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट में अधिस्वीकरण के नियमों में सरलीकरण की घोषणा की है, इस सरलीकरण में सरकार को ग्रामीण पत्रकारों का ध्यान रखना होगा। 
यह बात जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान ‘जार’ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा ने शनिवार को उदयपुर दौरे के दौरान उदयपुर व चित्तौड़गढ़ जार इकाई के पदाधिकारियों की महाकाल मंदिर में हुई बैठक में कही। एक दिवसीय दौरे पर उदयपुर आए प्रदेश अध्यक्ष ने कोरोना के कारण असमय छोड़ गए सभी पत्रकारों को भी सहायता की घोषणा पर मुख्यमंत्री गहलोत का आभार व्यक्त किया। अब तक यह सहायता अधिस्वीकृत पत्रकारों तक ही सीमित थी। अब उन दिवंगत पत्रकारों के परिवारों को भी राहत मिल सकेगी जो अधिस्वीकृत नहीं हैं। 
साथ ही, शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार डिजिटल मीडिया के सम्बंध में भी नीति का निर्धारण शीघ्र करे, ताकि इस क्षेत्र में कार्य कर रहे पत्रकारों के अधिस्वीकरण की राह भी खुल सके। उन्होंने यह पक्ष भी रखा कि कम से कम खालिस पत्रकारिता के क्षेत्र में पांच साल काम करने वालों को अधिस्वीकरण का पात्र माना जाना चाहिए। 
बैठक में प्रदेश महासचिव संजय सैनी ने संगठन की मजबूती को लेकर दोनों जिलों के पदाधिकारियों से पत्रकारों के हितों को लेकर लगातार आवाज उठाने का आह्वान किया। साथ ही, ग्रामीण पत्रकारों के हितों को भी सरकार तक पहुंचाने के लिए जुटने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि जार की ओर से पत्रकार आवासीय योजना के लिए भी विभिन्न सुझाव सरकार को प्रेषित किए गए हैं जिसमें ग्रामीण पत्रकारों की आवाज भी शामिल की गई है। 
इस दौरान पत्रकार एवं साहित्यकार कल्याण समिति के सदस्य पंकज शर्मा ने मेवाड़ी पगड़ी व उपरणा पहनाकर दोनों का स्वागत किया। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष शर्मा, प्रदेश सचिव कौशल मूंदड़ा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजेश वर्मा, उदयपुर जार जिलाध्यक्ष नानालाल आचार्य, चित्तौड़गढ़ जिलाध्यक्ष विवेक वैष्णव, उदयपुर महासचिव भरत मिश्रा, चित्तौड़ जिला सचिव मनोज सोनी, उदयपुर कोषाध्यक्ष गोपाल लोहार, प्रिया दुबे, दिनेश भट्ट, हेमंत सिंह चदाणा, नरेन्द्र कहार, हरीश नवलखा, दिनेश हाड़ा, जितेन्द्र माथुर, यतीन्द्र दाधीच, बाबूलाल ओढ़ आदि ने भी विचार रखे। 
इससे पूर्व, महाकाल मंदिर प्रन्यास के सचिव वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रशेखर दाधीच के सान्निध्य में सभी जार सदस्यों ने महाकाल मंदिर में दर्शन किए और महाशिवरात्रि के लिए चल रही तैयारियों को देखा।

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