रविवार की शाम छह बजे रत्तापुर निवासी 26 वर्षीय युवक की सांड़ के हमले से मौत हो गई।रामनगर में सांडों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि लगभग हर रोज कहीं न कहीं हादसे होते रहते हैं। जब कोई हादसा होता है तो पालिका प्रशासन पशुओं को पकड़ने का अभियान एक दो दिन चलाता है उसके बाद फिर स्थिति जस की तस बन जाती है।
संदीप विश्वकर्मा अपने पिता काशी नरेश विश्वकर्मा के साथ पड़ाव में मोटर मैकेनिक का काम करता था। रविवार की शाम लगभग छह बजे वह सामान खरीद कर चौक से घर जा रहा था। बटाऊबीर से कुछ आगे जाने पर सांड़ ने उस पर हमला बोल दिया। गर्दन की हड्डी टूटने पर मौके पर ही मौत हो गई।आसपास जुटे लोग संदीप को लेकर शास्त्री अस्पताल पहुंचे, चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। संदीप के एक छोटे भाई की एक साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। चार बहनों के बीच वह सबसे बड़ा और इकलौता भाई बचा था।
संदीप विश्वकर्मा अपने पिता काशी नरेश विश्वकर्मा के साथ पड़ाव में मोटर मैकेनिक का काम करता था। रविवार की शाम लगभग छह बजे वह सामान खरीद कर चौक से घर जा रहा था। बटाऊबीर से कुछ आगे जाने पर सांड़ ने उस पर हमला बोल दिया। गर्दन की हड्डी टूटने पर मौके पर ही मौत हो गई।आसपास जुटे लोग संदीप को लेकर शास्त्री अस्पताल पहुंचे, चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। संदीप के एक छोटे भाई की एक साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। चार बहनों के बीच वह सबसे बड़ा और इकलौता भाई बचा था।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know