जनपद वासियों को आखिर एनटीपीसी से कब मिलेगी सौगात


               गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों
 अंबेडकर नगर। थर्मल पावर स्टेशन अम्बेडकर नगर जिले के विद्युत नगर टाण्डा  बिजली संयंत्र एनटीपीसी के कोयला आधारित बिजली संयंत्रों में से एक है। बिजली संयंत्र के लिए कोयला उत्तरी कर्णपुरा कोयला क्षेत्रों से प्राप्त किया जाता है। बिजली संयंत्र के लिए पानी का स्रोत सरयू नदी पर टांडा पंप नहर से है।
ज्ञात हो कि एनटीपीसी द्वारा अम्बेडकर नगर जनपद में पावर प्लांट लगा दिया गया इस दौरान अभी कुछ समय पहले एनटीपीसी द्वारा(भारत सरकार) जबरन आसपास के लगभग कई किलोमीटर तक का क्षेत्र अधिग्रहण कर लिया जहां ग्रामीणों द्वारा विरोध किया गया तो उन्हें मुकदमा दिया गया परन्तु उनकी मांगो को नहीं माना गया(सरकार से कौन जीत सकता हैं) नतीजा मजबूरन हजारों लोग कौड़ी के भाव मुवावजा लेने के लिए विवश हो गए आखिरकार एनटीपीसी द्वारा ग्रामीणों पर बुलडोजर चलवाकर जमीनो पर कब्जा कर लिया गया।
लेकिन यहां सबसे बड़ा यक्ष प्रश्न यह खड़ा हो गया कि जिस अम्बेडकर नगर के लोगों का घर ज़मीन कब्जा कर लिया गया। जिनको टीबी जैसी घातक बीमारी का सौगात दिया जा रहा उनके लिए बिजली सप्लाई क्यो नहीं दिया जा रहा है।
जहां एनटीपीसी द्वारा निकली राख सीमेंट फैक्टरी में स्तेमाल किया जा रहा है तो वही आसपास के लोगों के लिए नुकसानदेह साबित हो रहा उड़ रही राख वजह tv जैसी दमा रोग जैसे घातक बीमारी के शिकार भी हो रहे लोग फिर भी इनको नहीं मिल रहा बिजली जहां एनटीपीसी द्वारा घाघरा नदी से पानी उठाकर अपना फायदा कमा रही हैं तो वही अम्बेडकर नगर जनपद वासियों के लिए इनके पास बिजली की व्यवस्था ही नही है।
जहां एक तरफ बिजली की महामारी का दंश जनपद के 2,397,888 लोग झेल रहे हैं।तो वही मात्र1757 गांवों में विद्युत आपूर्ति करने में नाकाम रहा एनटीपीसी टाण्डा जहां लोग अंधेरे में जीने के लिए विवश हैं तो वहीं एनटीपीसी द्वारा सप्लाई अन्य जगहों पर आपूर्ति कर रही है।लेकिन जनपद को बिजली मुहैया कराने में नाकाम रही हैं। एनटीपीसी मात्र2350वर्ग किलोमीटर में आपूर्ति करने में सक्षम नहीं हैं ।

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