खरगापुर/टीकमगढ़स्थान,,,खरगापुरहेड लाइन,,,पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम का जन्मदिन बड़े ही धूमधाम से मनायाटीकमगढ़ जिले के अंतर्गत नगर खरगापुर मे आज पैगंबर साहब हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम का जन्मदिन ईद मिलादुन्नबी का त्योहार मुख्य मार्गों से डीजे के साथ जुलूस निकालकर मनाया गया है।इस्लाम को मानने वाले लोगों के लिए ईद मिलादुन्नबी एक बेहद अहम पर्व है।इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने की रवि अव्वल की शुरुआत हो चुकी है इस महीने की 12 तारीख को अंतिम पैगंबर हजरत मोहम्मद का जन्म हुआ था।जाहिर है कि पैगंबर हजरत मोहम्मद पूरी दुनिया में बसे मुसलमानों के लिए खास है लिहाजा उनके जन्म का दिन मिलादुन्नबी भी इस्लाम को मानने वालों के लिए दुनिया भर में खासकर भारतीय में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है।इस दिन को ईद मिलादुन्नबी या फिर 12वीं शरीफ कहा जाता है मक्का में जन्म लेने वाले पैगंबर साहब का पूरा नाम पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम था। उनकी माता जी का नाम आमना बीबी और पिताजी का नाम अब्दुल्ला था।वह पैगंबर हजरत मोहम्मद ही थे जिन पर अल्लाह ने कुरान शरीफ नाजिल की इसके बाद ही पैगंबर साहब ने पवित्र पाक क़ुरान का संदेश लोगों तक पहुंचाया।हजरत मोहम्मद का उपदेश था कि मानवता को मानने वाला ही महान होता है।पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की पैदाइश के दिन को ईद मिलादुन्नबी के रूप में मनाया जाता है।आज के दिन ईद मिलादुन्नबी के मौके पर यकीदद मंद रात भर खास इबादत पढ़ते हैं।और कई जगहों पर लोग जुलूस भी निकालते हैं इस दिन इस्लाम को मानने वाले हजरत मोहम्मद के पाक पवित्र बचनो को पढ़ा करते हैं लोग घरों और मस्जिदों में पाक पवित्र कुरान को पढ़ते हैं और नबी के बताए नेकी के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित होते हैं पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन पर घरों को तो सजाया ही जाता है इसके साथ ही मस्जिदों में खास सजावट होती है उनके संदेशों को पढ़ने के साथ-साथ गरीबों में दान देने की प्रथा है दान या जकात इस्लाम में बेहद अहम माना जाता है। मान्यता है कि जरूरतमंद और गरीबों की मदद करने से अल्लाह खुश होते है
ब्यूरो चीफ टीकमगढ़ दिनेश रैकवार
0
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know