मुंगराबादशाहपुर (जौनपुर) : पंवारा थाना क्षेत्र के महेंद्रू गांव में पति की हत्या के आरोप में हिरासत में ली गई शिक्षामित्र पत्नी का मंगलवार को दूसरे दिन चालान नहीं हो सका। पुलिस एफआइआर दर्ज करने के लिए मृतक के भाई के मुंबई से आकर तहरीर देने की बाट जोह रही है। घर में किसी संरक्षक के न होने के कारण उसके तीनों बच्चे भी थाने में रखे गए हैं।

सोमवार को उक्त गांव निवासी मनोज कुमार चौहान व उसकी पत्नी बीना चौहान के बीच मारपीट हो गई थी। सिर में गहरी चोट आने से मनोज कुमार की मौत हो गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पति हत्यारोपित शिक्षामित्र बीना चौहान को हिरासत में ले लिया था। बच्चों की देखरेख के लिए किसी के न होने के कारण मजबूर होकर पुलिस उसके तीनों बच्चों को लाकर थाने में बैठाए हुए है। मृत मनोज कुमार व बीना की शादी 2003 में हुई थी। उनकी तीन संतानों में सबसे बड़ी 14 वर्षीय बेटी ब्यूटी सातवीं कक्षा में पढ़ती है। दूसरे नंबर का 11 वर्षीय पुत्र जिमी कक्षा चार जबकि सबसे छोटी नौ साल की बेटी स्वीटी कक्षा दो में पढ़ रही है।

मनोज के माता-पिता का देहांत हो चुका है। मृतक का बड़ा भाई मृत्युंजय सपरिवार मुंबई रहता है। मनोज को शराब पीने की लत लग गई थी। वह कोई कामकाज नहीं करता था। बीना को शिक्षामित्र के तौर पर मिलने वाले मानदेय से ही परिवार का खर्च चलता था। शराब पीने के लिए मनोज के रोज पैसा मांगने से आएदिन विवाद होता था। बच्चे अपनी मां को बेकसूर बता रहे हैं।

उनका कहना है कि पापा अक्सर शराब पीकर मम्मी को पीटते थे। बीच-बचाव करने पर हम लोगों की भी पिटाई करते थे। सोमवार को भी पापा मम्मी को डंडे से मार रहे थे। छीना-झपटी में उनका सिर दीवार से टकरा गया जिससे मौत हो गई। बच्चों को थाने में रखे जाने के संबंध में थानाध्यक्ष मनोज कुमार का कहना है कि घर पर उनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं था। अब बच्चों को ननिहाल वालों को बुलाकर सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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