आगरा || मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग, नीती आयोग भारत-सरकार द्वारा पंजीकृत संस्था ने जैन समाज पर कोरोना महामारी फैलाने का आरोप लगाते हुए विष वमन करने वाली संस्था अनूप मंडल पर प्रतिबंध लगाने और मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमृत प्रजापति सहित अन्य दोषियों की पहचान कर उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की है।

आयोग के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सन्तोष शर्मा ने संस्था के चेयरमैन रविन्द्र सिंह तोमर को फोन वार्ता में अनूप मंडल द्वारा जैन समाज पर अनर्गल छद्म आरोप लगाकर अपमानित करने पर गहरी चिंता व्यक्त की । सन्तोष शर्मा ने कहा कि अनूप मंडल नामक संस्था वामपंथी विचारधारा से पोषित है और वह जैन समाज के विरुद्ध दुर्भावना से प्रेरित होकर लांछित कर रही है। मानवाधिकार आयोग के प्रदेश प्रवक्ता अधिवक्ता बीपी सिंह चौहान ने आज जारी बयान में यह जानकारी देते हुए बताया कि चेयरमैन रविंद्र सिंह तोमर ने सन्तोष शर्मा से फोन पर वार्ता के उपरांत कहा है कि अनूप मंडल के कार्यकर्ता जैन समाज पर कोरोना महामारी फैलाने का छद्म आरोप लगाकर प्रदर्शन कर रहे हैं , जो किसी विदेशी साजिश से प्रेरित प्रतीत होता है । उन्होंने कहा कि जैन पंथ सनातन संस्कृति का अविभाज्य अंग है और किसी को भी जैन पंथ की भावनाओं और मानसम्मान से खिलवाड़ करने की अनुमति नही दी जा सकती । 

सन्तोष शर्मा ने अनूप मंडल पर विधर्मियों और इस्लामिक - ईसाई मिशनरियों के इशारे पर जैन पंथ के खिलाफ एक सोची समझी साजिश के अंतर्गत इस प्रकार का अभियान चलाने का आरोप लगाया है । उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य सनातन संस्कृति की अनेकता में एकता के ताने बाने को छिन्न भिन्न कर देश को गृहयुद्ध में झोंकने की भावना से प्रेरित है । उन्होंने सरकार से अनूप मंडल और उसके कार्यकर्ताओं के विरुद्ध देशद्रोह और ईशनिंदा के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

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