परिषदीय विद्यालय के बच्चों को मध्यान्ह भोजन में मिलेगा मशरूम 

त्रिपक्षीय एमओयू पर हुए हस्ताक्षर

बहराइच 22 मार्च। बहराइच जिले के महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गयी। बहु विभागीय अभिसरण के माध्यम से एम.बी.एम. योजना के अन्तर्गत त्रिपक्षीय एम.ओ.यू. हस्ताक्षर कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग उ.प्र. की टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फाॅउंडेशन समर्थित) के समर्थन द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, बेसिक शिक्षा विभाग एवं शिवा एग्रो किसान उत्पादक कम्पनी लि. बहराइच के बीच त्रिपक्षीय एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। जिसके तहत बेसिक शिक्षा विभाग के प्राइमरी एवं अपर प्राइमरी विद्यालय के बच्चों को मीड-डे-मिल योजना में पोषण दृष्टि से सप्ताह में एक दिन मशरूम उपलब्ध कराया जायेगा। 
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी शम्भु कुमार, मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, डीसी एनआरएलएम, डीसी बेसिक शिक्षा, कृषि विभाग, उ.प्र. की टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फाॅउंडेशन समर्थित) और एमपीओ की महिला किसान सदस्य के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जिले में एमडीएम परियोजना के तहत मशरूम के एकीकरण के लिए त्रिपक्षीय एमओयू (मेमोरेंडम आॅफ अण्डरस्टैडिंग) पर हस्ताक्षर किये गये। 
उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी व सीडीओ के दिशा निर्देशन में मिशन शक्ति के अन्तर्गत स्वतः रोजगार माध्यम से शिवा एग्रो एफपीसी की महिलाओं के आजीविका संवर्धन व महिला शक्तिकरण की दिशा में एक अभिनव पहल की गयी है। एफपीसी मशरूम का मूल्य संवर्धन करते हुए सदस्यों को बेहतर मार्केट दिलाने में प्रमुख भूमिका निभाएगी जिससे न केवल महिलाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे बल्कि छात्रों को पौष्टिक आहार के रूप में मशरूम मिल पायेगा और फार्मर प्रोडूसर कम्पनी को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
एमओयू के अन्तर्गत एफपीओ की महिला-किसानों को मशरूम की खेती में प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके उपरान्त प्रशिक्षित महिला किसानों द्वारा उत्पादित मशरूम को मिड-डे-मील में शामिल किया जायेगा। यह कार्यक्रम तीन चरणों में विभाजित है। कार्यक्रम के पहले चरण की शुरूआत मिहींपुरवा ब्लाक से होगी। ब्लाक की अधिक से अधिक महिलाओं को रोजगार का अवसर प्रदान करते हुए ब्लाक के लगभग 229 विद्यालयों के छात्रों को मीड-डे मील में मशरूम शुरूवाती दौर में उपलब्ध कराया जायेगा। प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को सप्ताह में एक बार 15 ग्राम  तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को 20 ग्राम मशरूम मध्याहन भोजन में दिया जायेगा। परियोजना के तीन चरण के अंत तक जिले के सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को इस अभियान से जोड़ा जायेगा। 
त्रिपक्षीय एम.ओ.यू. हस्ताक्षर कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिया कि मशरूम की खेती पर आधारित वर्कशाप आयोजित कराएं और इसमें मनरेगा व एन.आर.एल.एम. योजना से सहयोग प्राप्त कर कार्य को आगे बढ़ाया जाय। श्री कुमार ने यह भी निर्देश दिया कि द्वितीय चरण की तैयारी का कार्य भी अभी से प्रारम्भ कर दिया जाय। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्र, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ सहित अन्य अधिकारी व सम्बन्धित लोग मौजूद रहे।


तहसील सदर से चंद्रशेखर अवस्थी की रिपोर्ट।

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