संस्कृति विभाग के अन्तर्गत अकादमियों/संस्थानों के विकास के लिए संस्कृति मंत्री ने किया विचार-विमर्श

युवाओं को क्षेत्रीय लोक कलाओं/विधाओं से जोड़ने के लिए तैयार की जायेगी संस्कृति नीति

कला एवं प्रतिभाओं को निखारने/संवारने के लिए प्रत्येक जनपद में महोत्सव आयोजित किया जायेगा

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए महिला कलाकारों को प्रोत्साहित
 किया जायेगा
-डाॅ0 नीलकंठ तिवारी


लखनऊ: 06 जनवरी, 2021
                 
संस्कृति मंत्री डाॅ0 नीलकंठ तिवारी की अध्यक्षता में आज पर्यटन भवन गोमती नगर लखनऊ के सभागार में संस्कृति विभाग के अन्तर्गत अकादमियों/संस्थानों के विकास हेतु विचार-विमर्श के लिए मा0 अध्यक्ष/उपाध्यक्ष तथा सदस्यगणों के साथ बैठक आयोजित की गयी। संस्कृति मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार शीघ्र ही संस्कृति एवं क्षेत्रीय लोक कलाओं को संरक्षित एवं विकसित करने के लिए संस्कृति नीति बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि संस्कृति नीति में युवाओं एवं सभी वर्गों कलाकारों को जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि ऐसी संस्कृति नीति तैयार की जायेगी जो नये युवाओं को आकर्षित करने में कामयाब होगी। क्षेत्रीय लोक कलाओं/विधाओं एवं सभी अच्छे तत्वों का संकलन तैयार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बनवासी एवं जनजातियों की लोक कलाओं को भी संस्कृति नीति में शामिल किया जायेगा।
संस्कृति मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने क्षेत्रीय संस्कृति एवं लोक कलाओं को आगे बढ़ाने के लिए सभी जनपदों में महोत्सव आयोजित करने की कार्ययोजना तैयार कर रही है। महोत्सव में सभी क्षेत्रीय कलाओं का प्रदर्शन कराने का सरकार द्वारा प्रयास किया जायेगा ताकि क्षेत्रीय लोग अपनी कला से परिचित हो सकें। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में कला एवं प्रतिभाओं को निखारने, संवारने के लिए कार्यशाला/वर्कशाप भी आयोजित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि गांवों में भजन, रामकथा तथा कृष्ण कथा कहने वाली मंडलियों को प्रशिक्षण देने पर विचार किया जायेगा। डाॅ0 तिवारी ने कहा कि सभी जनपदों में सर्वे कराकर बिरहा, भजन, संगीत कला, शास्त्रीय संगीत, ड्रामा तथा अन्य कलाओं को संरक्षित एवं संवर्धन करने का कार्य किया जायेगा।
डाॅ0 तिवारी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए महिला कलाकारों को भी प्रोत्साहित किया जायेगा। उन्होंने सभी अध्यक्षों, उपाध्यक्षों एवं सदस्यों से 20 दिन के अन्दर अपने बहुमूल्य सुझावों को देने के लिए कहा। बैठक में आये हुए सभी लोगों ने अपने सुझावों को मंत्री जी के सामने व्यक्त किये। बैठक में प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मुकेश मेश्राम, संस्कृति विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ0 वाई0पी0 सिंह तथा अन्य सम्बंधित अधिकारी, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यगण उपस्थित थे।

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