14 नवम्बर 2025


सपने देखिये, बड़े सपने देखिये - आपके सपने ही भारत का कल हैं: युवाओं को डॉ. राजेश्वर सिंह का सन्देश


डिजिटल शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और स्पोर्ट्स - युवा विकास के तीन मूल स्तंभ: डॉ. राजेश्वर सिंह


युवा की नहीं होती कोई जाति, युवा स्वयं में है एक शक्ति - डॉ. राजेश्वर सिंह


AI युग में बदल रहा नौकरी का स्वरूप, युवाओं को लगातार स्किल अपग्रेड करने की आवश्यकता - डॉ. राजेश्वर सिंह


जब हम एकजुट नहीं थे, 2 लाख से कम अंग्रेजों ने 200 साल राज किया - अब संगठित युवा बनाएंगे नया भारत 


"रेड रोज स्कूल के वार्षिकोत्सव में पहुंचे विधायक राजेश्वर : मेधावी छात्रों को दिए लैपटॉप, डिजिटल क्लासरूम का किया वादा"


लखनऊ। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने बाल दिवस के अवसर पर शुक्रवार को विष्णुलोक कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित रेड रोज पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होकर बच्चों की मनमोहक प्रस्तुतियों का आनंद लिया। उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रेरित किया, प्रोत्साहित किया और सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 95% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले पाँच मेधावी छात्र-छात्राओं को विधायक की ओर से लैपटॉप प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही, डिजिटल शिक्षा के विस्तार के संकल्प के तहत डॉ. सिंह ने विद्यालय में दो नए स्मार्ट क्लास स्थापित कराने का आश्वासन भी दिया।


शिक्षा, अनुशासन और सपनों पर जोर :

डॉ. सिंह ने अपने उद्बोधन में डॉ. सिंह ने कहा कि “माता-पिता बच्चे के प्रथम शिक्षक हैं, और हमारे शिक्षक दीपक की तरह स्वयं जलकर बच्चों के भविष्य को रोशन करते हैं।” उन्होंने स्कूल के सांस्कृतिक कार्यक्रम को अनुशासन, धैर्य और परिश्रम का अद्भुत संगम बताया और कहा कि “इन बच्चों के चेहरों के आत्मविश्वास में मुझे भारत का सुरक्षित भविष्य नजर आता है।”


डिजिटल शिक्षा ही आधुनिक ‘साक्षरता’ :

उन्होंने कहा कि आज शिक्षा के मायने बदल चुके हैं, “आज वही साक्षर है, जो digitally skilled है। टेक्नोलॉजी तेजी से बदल रही है, इसलिए बच्चों को लगातार अपनी स्किल्स अपग्रेड करनी होंगी।” उन्होंने बताया कि Artificial Intelligence और Intelligent Machines आने वाले वर्षों में नौकरियों की प्रकृति को पूरी तरह बदल देंगी। “आज 17 वर्ष के बच्चे अगले 10 वर्षों में ऐसी मशीनों का सामना करेंगे, जिनकी संयुक्त बुद्धिमत्ता मानव बुद्धि से कई गुना अधिक होगी। उन्हें इन्हें नियंत्रित करने के लिए डिजिटल कौशल में पारंगत होना होगा।”


युवाओं पर राष्ट्र निर्माण की जिम्मेदारी :

पर्यावरण और तकनीक को “21वीं सदी की दो सबसे बड़ी चुनौतियाँ” बताते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि हर पीढ़ी की अपनी चुनौतियाँ होती हैं। “आज भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। अब युवाओं का सपना होना चाहिए कि देश को पहली पंक्ति पर लाना है।” उन्होंने एकता पर जोर देते हुए कहा, “युवा की कोई जाति, धर्म या क्षेत्र नहीं होता; युवा स्वयं एक शक्ति है। भारत को अगले स्तर तक ले जाने के लिए युवाओं का एकजुट रहना अनिवार्य है।”


सफल युवा उद्यमियों का उदाहरण :

डॉ. सिंह ने बताया कि कैसे मात्र 22 वर्ष की उम्र में दो भारतीय मूल के युवाओं आदर्श हिरेमठ और सूर्या मिधा ने अपने एक अन्य साथी के साथ, मार्क जुकरबर्ग को पीछे छोड़ अपनी AI कंपनी Mercor को 10 बिलियन डॉलर वैल्यूएशन तक पहुँचाया,  “उन्होंने 30,000 से अधिक लोगों को कॉन्ट्रैक्ट रोजगार दिया है। यह उदाहरण बताता है कि बड़े सपने देखिए और उन्हें पूरा करने का साहस रखिए।”


स्पोर्ट्स एवं डिजिटल स्किल्स - भविष्य की सफलता:

सरोजनीनगर विधायक ने बच्चों को खेलकूद में नियमित रूप से हिस्सा लेने की प्रेरणा देते हुए कहा, “अब युवाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार होना है। इसके लिए उन्हें शारीरिक रूप से फिट और मानसिक रूप से अलर्ट रहना होगा। स्पोर्ट्स और डिजिटल लिटरेसी का संयोजन ही बच्चों को अगले स्तर तक ले जाएगा।”


इस दौरान डॉ. सिंह ने विद्यालय के संस्थापक आर सी मिश्र, अध्यक्ष स्मिता मिश्रा, डॉ. प्रशांत मिश्रा, प्राचार्या अनुपमा शुक्ला सहित पूरे विद्यालय परिवार को इस भव्य कार्यक्रम के आयोजन की बधाई भी दी। कार्यक्रम में भाजपा नेता शिव शंकर सिंह शंकरी, पार्षद सौरभ सिंह मोनू, पार्षद लवकुश रावत, प्रीतम सिंह, पवन सिंह व अन्य सम्मानित जन मौजूद रहे।

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