उतरौला बलरामपुर - शुक्रवार को अधिवक्ता संघ भवन में लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती पर एक गोष्ठी का आयोजन  किया गया। गोष्ठी के मुख्य अतिथि सिविल जज जूनियर डिविजन योगेश चौधरी के साथ साथ अधिवक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे। गोष्ठी के मुख्य अतिथि सिविल जज जूनियर डिविजन योगेश चौधरी ने भारत के निर्माण में सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदानों पर चर्चा की और उनके द्वारा 562 रियासतों के एकीकरण में दृढ़ इच्छा शक्ति कूट नीति के माध्यम से हो पाया है। ये साधारण परिवार से लेकर भारत के प्रथम गृहमंत्री बनने तक उनके कार्यों पर प्रकाश डाला गया है। अपर सिविल जज जूनि यर डिविजन सिद्धांत सोलंकी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के अखण्ड भारत के निर्माण में भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उनके बताए गए मार्गो का अनुसरण करने की बात कही गई। बार संघ अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि आजादी के आन्दोलन में सरदार वल्लभ भाई पटेल की भूमिका व स्वतंत्रता के बाद भारत केएकीकरण में सरदार के योगदानों पर विस्तृत रूप से चर्चा की। बार संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रह्लाद यादव ने सरदार पटेल के जीवन से हम सभी को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।अधिवक्ता मनीष कुमार पांडेय ने सरदार पटेल की दृढ़ इच्छा शक्ति त्याग कीप्रतिमूर्ति थे, वह इतिहास रचने के लिए नहीं बल्कि इति हास लिखने में विश्वास करते थे। चौधरी शम शाद अली ने सरदार पटेल के कार्यों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर रमेश कुमार गुप्ता, रामचन्द्र जाय सवाल,रमेश चौबे,लाल जी मिश्रा, तुलसी राम यादव,अमित कुमार श्रीवास्तव ने अपने अपने विचार रखे। गोष्ठी में मारुति नन्दन गुप्ता, रश्मि सिंह, दीपक, आलोक कुमार गुप्ता, रवि मिश्रा,मोहम्मद कैफ, मोहम्मद आरिफ, आशीष कुमार यादव, अशोक कुमार दुबे, नवनीत श्रीवास्तव, गणेश नन्दन मिश्र, सुशील कुमार श्रीवास्त व सहित भारी संख्या में अधिवक्तागण मौजूद रहे।

        हिन्दी संवाद न्यूज से
       असगर अली की खबर
        उतरौला बलरामपुर। 

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