गोंडा/मसकनवां में दिनदहाड़े धोखाधड़ी: बाइक सवार युवकों ने वृद्ध महिला से छीनीं सोने की दो अंगूठियां,पुलिस सीसीटीवी से  जांच में जुटी 

गोंडा। जिले के थाना छपिया अंतर्गत
मसकनवां कस्बे में शुक्रवार दोपहर सवा चार बजे एक सनसनीखेज घटना ने इलाके में दहशत फैला दी। मसकनवां-गौराचौकी मार्ग पर इंडियन बैंक इलाहाबाद शाखा के निकट स्थित स्वर्गीय ओम प्रकाश कसौंधन के आवास पर दो बाइक सवार अज्ञात युवकों ने दिनदहाड़े एक वृद्ध महिला के साथ धोखाधड़ी कर उनके दोनों हाथों में पहनी सोने की दो कीमती अंगूठियां छीन लीं। पीड़िता वृद्धा की हालत इतनी बिगड़ गई कि वे कुछ देर तक बोलने की हिम्मत न जुटा सकीं। घटना की सूचना मिलते ही कस्बे में सनसनी फैल गई और व्यवसायियों के बीच असुरक्षा की भावना व्याप्त हो गई। घटना उस समय घटी जब वृद्धा अपने घर के बाहर बैठी हुई थीं। दो युवक बाइक पर सवार होकर अचानक पहुंचे। उनमें से एक ने महिला के पुत्र अमित गुप्ता का नाम लेते हुए खुद को उनका परिचित बताया। उसने कहा, "हम मसकनवां रेलवे स्टेशन पर मिले थे। आप हमारे माता-पिता के लिए सोने की अंगूठी बनवा दें। इसके लिए नाप ले लीजिए।" यह कहते हुए युवक ने वृद्धा से हाथ आगे बढ़ाने को कहा। जैसे ही वृद्धा ने निशंक होकर हाथ बढ़ाया, दूसरे युवक ने फुर्ती से उनके दोनों हाथों की अंगूठियों को झटके से खींच लिया और दोनों बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। पूरा घटनाक्रम महज कुछ सेकंडों में अंजाम दिया गया,जिससे वृद्धा स्तब्ध रह गईं। घर पहुंचकर जब उन्होंने यह बात बताई,तब तक चोर काफी दूर निकल चुके थे। पीड़िता की इस हालत को देखते हुए उनके पुत्र दुर्गा प्रसाद गुप्ता उर्फ पुसु, जो कस्बे के प्रमुख कपड़ा व्यवसायी और ईंट भट्ठा मालिक हैं, तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने अपनी वृद्ध मां को सांत्वना दी, लेकिन घटना से स्तब्ध थे। दुर्गा प्रसाद ने बताया कि मां की उम्र अधिक होने के कारण वे सदमे में हैं। उन्होंने अज्ञात चोरों के खिलाफ मसकनवां पुलिस चौकी पर शनिवार सुबह लिखित तहरीर दी। तहरीर में विस्तार से घटना का ब्योरा दर्ज कराया गया है। मसकनवां चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक तेज नरायण गुप्ता ने शनिवार सुबह करीब 11 बजे घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, लेकिन अभी तक चोरों की पहचान नहीं हो सकी। चौकी प्रभारी ने कहा, "सीसीटीवी फुटेज से सुराग मिलने की उम्मीद है। चोरों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।" हालांकि, इलाके के लोग पुलिस की इस कार्रवाई पर भरोसा करने को तैयार नहीं। उनका कहना है कि पिछले एक वर्ष से अधिक समय से चौकी प्रभारी की तैनाती के बावजूद क्षेत्र में चोरियां और डकैतियां बढ़ती जा रही हैं। कई मामलों में मुकदमे दर्ज ही नहीं हुए, जबकि दर्ज मामलों का भी पर्दाफाश नहीं हो सका।स्थानीय व्यवसायी समुदाय में खलबली मच गई है। एक व्यापारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, "दिनदहाड़े ऐसी घटना होना शर्मनाक है। चौकी पुलिस की लापरवाही से अपराधी बेलगाम हो गए हैं। लोग अब चौकी जाने से कतराने लगे हैं।" एक अन्य निवासी ने बताया कि चौकी प्रभारी अक्सर पीड़ितों को धमकाते हैं कि "मैं जब चाहूं तब जाऊंगा।" इससे असुरक्षा की भावना और गहरा रही है।
 जिला प्रशासन को इस मामले में कड़े कदम उठाने की मांग उठ रही है ताकि कस्बे में शांति बहाल हो सके। यह घटना क्षेत्रीय अपराध की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाती है, जहां छोटे-मोटे धोखाधड़ी से लेकर बड़ी चोरियां आम हो गई हैं। पुलिस को जल्द से जल्द चोरों को पकड़ने की चुनौती है, वरना व्यवसायियों का विश्वास पूरी तरह डगमगा सकता है।

एम पी मौर्य 
हिन्दी संवाद न्यूज
गोंडा

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