मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर कल 01 अक्टूबर, 2025 को श्री गोरखनाथ मन्दिर परिसर, गोरखपुर में शारदीय नवरात्रि की महानवमी तिथि पर कन्या पूजन का अनुष्ठान करेंगे
दिनांक 02 अक्टूबर को विजयादशमी पर
गुरु गोरखनाथजी का विशिष्ट पूजन कर करेंगे
दिनांक 02 अक्टूबर को गोरक्षपीठाधीश्वर की अगुवाई
में भव्य पारम्परिक विजयादशमी शोभायात्रा निकाली जाएगी
लखनऊ: 30 सितम्बर, 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी कल 01 अक्टूबर, 2025 को पूर्वान्ह 11 बजे श्री गोरखनाथ मन्दिर परिसर, गोरखपुर में शारदीय नवरात्रि की महानवमी तिथि पर कन्या पूजन का अनुष्ठान करेंगे। इस अवसर पर वह मातृशक्ति के पांव पखारकर नारी सम्मान की सनातन आस्था का संदेश देंगे।
महानवमी के अगले दिन दिनांक 02 अक्टूबर को गोरक्षपीठ में विजयादशमी पर्व पर नाथपंथ की विशिष्ट परम्परा के अनुसार दिनभर अनुष्ठान का क्रम जारी रहेगा और शाम को गोरक्षपीठाधीश्वर की अगुवाई में भव्य पारम्परिक विजयादशमी शोभायात्रा निकाली जाएगी। शारदीय नवरात्रि पर गोरक्षपीठ में शक्ति उपासना विशिष्ट होती है।
गोरक्षपीठाधीश्वर दिनांक 02 अक्टूबर को विजयादशमी पर प्रातः 09 बजे से गुरु गोरखनाथजी का विशिष्ट पूजन कर करेंगे। उनके द्वारा श्रीनाथ जी के पूजन के बाद गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित समस्त देव विग्रहों का पूजन किया जाएगा। अपरान्ह 01 बजे से 03 बजे तक गोरक्षपीठाधीश्वर का तिलकोत्सव कार्यक्रम मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम में गोरक्षपीठाधीश्वर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देंगे। अपरान्ह 04 बजे से गोरक्षपीठाधीश्वर की भव्य शोभायात्रा निकलेगी। पीठाधीश्वर, गुरु गोरक्षनाथ का आशीर्वाद लेकर अपने रथ पर सवार होंगे। तुरही, नगाड़े व बैंड बाजे की धुन के बीच गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा मानसरोवर मंदिर पहुंचेगी। यहां पहुंचकर गोरक्षपीठाधीश्वर गोरक्षपीठ से जुड़े मानसरोवर मंदिर पर देवाधिदेव महादेव व अन्य देव विग्रहों की पूजा-अर्चना व अभिषेक करेंगे। इसके बाद उनकी शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान पहुंचेगी।
यहां चल रही रामलीला में वह प्रभु श्रीराम का राजतिलक करेंगे। इसके साथ ही प्रभु श्रीराम, माता जानकी, लक्ष्मण जी व हनुमानजी का पूजन कर आरती भी उतारी जाएगी। रामलीला मैदान से शोभायात्रा पुनः गोरखनाथ मंदिर पहुंचेगी और सायंकाल 07 बजे से दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने परिसर में पारम्परिक प्रसाद का वितरण का होगा। इस भोज में अमीर-गरीब और जाति-मजहब के विभेद से परे बड़ी संख्या में सर्वसमाज के लोग शामिल होते हैं। नाथपंथ की परम्परा के अनुसार हर वर्ष विजयादशमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में पीठाधीश्वर की उपस्थिति में पात्र पूजा का कार्यक्रम होता है।
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