उतरौला बलरामपुर - सोमवार को मोहल्ला रफ़ी नगर के निवासी मरहूम मीर नाजिम हुसैन के इमामबाड़े से सुबह लगभग 9:00 बजे जुलूस ए अमारी निकाला गया। जुलूस ए अमारी की शुरुवात मज लिस से की गई। जिसे मौलाना मोहम्मद अली ने खिताब किया। अपने बयान में उन्होंने इमाम हुसैन जैसी शख्सीयत से लोगों को रूबरू करा या। अन्त में उन्होंने इमा म हुसैन की 4 साल की बेटी का मसाएब बयान भी किया। जिसे सुनकर वहां पर मौजूद सभी लोग बिलख कर रो पड़े। जुलूस में शिया समुदाय के लोग काला लिबास पहने नंगे पैर, नौहाख्वानों के दर्द भरे नौहे के साथ मातम भी किया। अज़ादारों को जगह जगह पानी,सर बत,चाय,व फल भी वितरित किया गया। जुलूस अपने मुख्य मार्ग से होता हुआ गांधी पार्क, हाटन रोड तिरा हा, कस्बा चौकी, सुन्नी जामा मस्जिद ज्वाला माई महारानी मन्दिर, हनुमान गढ़ी, पिपलेश्वर मन्दिर, गोण्डा मोड़ तिराहा, दुःख हरण नाथ मन्दिर से होता हुआ कर्बला पर पहुंचकर समापन हुआ। जुलूस ए अमारी में ज़ुलजना, अलम व ताबूत भी शामिल रहा। और भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। इसी तरह में ग्राम अमया देवरिया में दरगा ह हज़रत अब्बास से सुबह 9:00 बजे जुलूस ए अमारी निकाला गया। जुलूस ए अमारी की शुरुवात मजलिस से हुई। जिसको मौलाना इब्ने अब्बास ने खिताब किया। जुलूस में शिया समुदाय के लोग काला लिबास पहने नंगे पैर, नौहा ख्वानों के दर्द भरे नौहे के साथ मातम किया। मातमदारों को जगह जगह पानी, शर्बत,चाय,व फल भी वितरित किया गया। जुलूस को मिशन अस्पताल से होते हुए, उतरौला ब्लॉक, डाक बंगला पर पहुंचकर एक मजलिस का खिताब हुआ, जिसको मौलाना इब्ने अब्बास ने खिताब किया। मजलिस के बाद जुलूस कर्बला पर पहुंच कर दोपहर लगभग एक बजे समाप्त हुआजुलूस में अलम,ताबूत ज़ुलज ना  व अमारी भी शामि ल रहा। जिसमें तुलसी पुर, रैगांवा, रेहरा माफ़ी, बजहा, मल्हीपुर से आय हुए भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।मौलाना इब्ने अब्बास ने बताया कि आज ही के दिन इमाम हुसैन का लुटा हुआ काफिला मदीना पहुंचा था। जिनकी याद में हम लोगआठ रबीउल अव्वल को जुलूस ए अमारी निकालते हैं।
सुरक्षा के मद्दे नज़र पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहा।

         हिन्दी संवाद न्यूज से
        असगर अली की खबर
          उतरौला बलरामपुर। 

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