मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में सेवा पखवाड़ा-2025 के अवसर
पर आयोजित ‘प्रबुद्ध वर्ग संवाद’ कार्यक्रम को सम्बोधित किया
वर्ष 2047 में आजादी के शताब्दी वर्ष में भारत हमारे पूर्वजों के संकल्पों, वर्तमान के सपनों और भावी पीढ़ी की आकांक्षाओं की पूर्ति करने वाला
होगा, वह आत्मनिर्भर और विकसित भारत होगा: मुख्यमंत्री
विकसित भारत के निर्माण की दृष्टि से प्रधानमंत्री जी ने देशवासियों को पंचप्रण और 09 संकल्पों जोड़ा, भारत विकसित तब बनेगा, जब उ0प्र0 विकसित बनेगा
गुलामी के कालखण्ड में देश के हुनर, विरासत
तथा मान बिन्दुओं को एक-एक करके नष्ट किया गया
श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने भारत
को गम्भीरतापूर्वक आगे बढ़ाने का प्रयास किया
वर्ष 2014 भारत के परिवर्तन तथा नये भारत की दृष्टि से निर्णायक
बना, जब देश ने श्री नरेन्द्र मोदी जी को अपना प्रधानमंत्री चुना
वर्ष 2014 से भारत ने जो यात्रा शुरू की, उसके परिणाम हम सभी के सामने, भारत दुनिया की चैथी अर्थव्यवस्था बना, इस वित्तीय वर्ष के अंत
तक भारत दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगा
हमारा इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत हुआ,
कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को मिला
देश में मेट्रो का दायरा 230 कि0मी0 से बढ़कर 1050 कि0मी0 हुआ
सामाजिक सुरक्षा का दायरा 19 प्रतिशत से बढ़कर 65 प्रतिशत से अधिक हुआ
भारत ने स्वयं को सबसे तेज गति से
उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया
प्रधानमंत्री जी ने एक बड़े जी0एस0टी0 रिफाॅर्म की घोषणा की,
नये रिफाॅर्म में अब केवल 05 व 18 प्रतिशत के स्लैब रह गए
विकसित भारत के संकल्प को अंगीकार करते हुए उ0प्र0
ने अपने विजन डाॅक्युमेण्ट की दिशा में कार्य प्रारम्भ किया
विजन डाॅक्युमेण्ट पर प्रदेश की विधायिका में 27-28 घण्टे तक
लगातार चर्चा हुई, 300 प्रबुद्धजन को प्रदेश के अलग-अलग
संस्थानों में चर्चा-परिचर्चा के लिए भेजा गया
विजन डाॅक्युमेण्ट के संदर्भ में 12 सेक्टर
चयनित कर लोगों के सुझाव आमंत्रित किए जा रहे
उ0प्र0 की अर्थव्यवस्था 12 लाख 75 हजार करोड़ रु0 से बढ़कर
इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 35 से 36 लाख करोड़ रु0 होने जा रही
अब उ0प्र0 का नागरिक अपने प्रदेश और अपने जनपद में कार्य प्राप्त कर रहा
57 हजार ग्राम पंचायतों में बी0सी0 सभी अपनी सेवाएं दे रही
आकाशीय विद्युत से होने वाली मृत्यु को रोकने, अर्ली वेदर अलर्ट
की सूचना देने तथा अन्य कार्यों के लिए उ0प्र0 स्वयं के
सैटेलाइट की दिशा में इसरो के साथ कार्य कर रहा
समर्थ उ0प्र0 पोर्टल पर सभी नागरिक विकसित
उत्तर प्रदेश@2047 के लिए अपने सुझाव अवश्य दें
लखनऊ: 21 सितम्बर, 2025:ः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देशवासियों को शताब्दी संकल्प से जुड़ने का आह्वान किया था। वर्ष 2047 में जब यह देश अपनी आजादी का शताब्दी वर्ष मना रहा होगा, उस समय हम कैसा भारत चाहते हैं। भारत हमारे पूर्वजों के संकल्पों, वर्तमान के सपनों और भावी पीढ़ी की आकांक्षाओं की पूर्ति करने वाला होगा। वह आत्मनिर्भर और विकसित भारत होगा। विकसित भारत के निर्माण के लिए हमारे क्या कर्तव्य होने चाहिए, इस दृष्टि से प्रधानमंत्री जी ने से देशवासियों को पंचप्रण और 09 संकल्पों जोड़ा था। स्वार्थी और विभाजनकारी राजनीति से ऊपर उठकर हमें विकास को एजेण्डा बनाना होगा। समाज के सभी तबकों के लिए विकसित भारत चर्चा-परिचर्चा का विषय बनना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद गोरखपुर में सेवा पखवाड़ा-2025 के अवसर पर आयोजित ‘प्रबुद्ध वर्ग संवाद’ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत विकसित तब बनेगा, जब उत्तर प्रदेश विकसित बनेगा। उत्तर प्रदेश तब विकसित होगा, जब गोरखपुर विकसित होगा, जब यहां का एक-एक गांव और कस्बा विकसित होगा। शिवो भूत्वा शिवं यजेत के भाव के साथ इसके लिए हमें स्वयं को तैयार करना होगा। भारत की गुलामी का एक कारण यह भी था कि हमने अपने ही बन्धु-बान्धवो के साथ भेदभाव किया, जाति वैमनस्यता के आधार पर सामाजिकता को छिन्न-भिन्न किया। इसका दुष्परिणाम सैकड़ों वर्षों तक इस देश को भुगतना पड़ा। गुलामी की मानसिकता में पूरा देश आ गया। हम अपना ही वैभव और गौरव भूल गए। हमने अपनी विरासत को ही विस्मृत कर दिया। हमने भारत की परम्पराओं को पिछड़ेपन की निशानी मान लिया। संस्कृत की जगह अंग्रेजी को प्रमुखता दी। भारत के राष्ट्रीय नायकों के स्थान पर विदेशी लोगों को अपना हीरो मान लिया। भारत के सर्वश्रेष्ठ लेखकों की मौलिक कृति के स्थान पर विदेशी लेखकों के कार्य को महत्ता दी। गुलामी की इस मानसिकता में पूरा देश वर्षों तक जीता रहा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आजादी की लड़ाई में अलग-अलग लोगों ने प्रतिकार किया। हर कालखण्ड में भारत ने आक्रांताओं का विरोध किया, लेकिन इनमें एकजुटता का अभाव था। हम महाराज सुहेलदेव का सम्मान करते हैं, लेकिन इतिहास ने उन्हें विस्मृत कर दिया। उन्होंने आज से 01 हजार वर्ष पूर्व विदेशी आक्रांता सालार मसूद को नाको चने चबवाकर धूल-धूसरित कर दिया था। इसके बाद अगले डेढ़ सौ वर्षों तक भारत पर किसी विदेशी आक्रांता ने हमला करने का दुस्साहस नहीं किया। पृथ्वीराज चैहान, राणा सांगा और महाराणा प्रताप ने भी प्रभावी ढंग से अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाया था। छत्रपति शिवाजी महाराज और सिख गुरुओं का योगदान भी इस दिशा में महत्वपूर्ण है। हर कालखण्ड में लगातार यह कार्य होते रहे। भारत की आजादी की लड़ाई में सबसे पहले स्वदेशी ने देश को एक सूत्र में पिरोया। पहले आर्य समाज फिर आजादी की लड़ाई में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आगमन के बाद स्वदेशी ने एक नई हुंकार भरी थी। देखते ही देखते कुछ ही दशकों में भारत स्वतंत्र हो गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वतंत्र भारत अपनी दिशा तय नहीं कर पाया। जिन महापुरुषों को यह कार्य करना था, वह आजादी के कुछ ही समय बाद दिवंगत हो गए। सरदार वल्लभ भाई पटेल की असमय मृत्यु हो गयी। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आजादी के कुछ समय पहले ही पूरे परिदृश्य से अचानक गायब हो गए। ऐसे अनेक योद्धा थे, जो भारत को आगे बढ़ाना चाहते थे। डाॅ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी मात्र 33 वर्ष की अवस्था में कोलकाता विश्वविद्यालय के कुलपति बने। वह प्रखर शिक्षाविद थे और भारत के पहले उद्योग व खाद्य मंत्री बने। कश्मीर को भारत का हिस्सा बनाने के लिए उन्हें अपना बलिदान देना पड़ा था। जिन लोगों पर उस समय सुदृढ़ भारत की नींव के निर्माण का दायित्व था, उन्होंने गुलामी की मानसिकता से ही अपने कार्य प्रारम्भ किए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत कभी दुनिया में बल, बुद्धि और वैभव में अग्रणी था। गुलामी के कालखण्ड में यहां के हुनर, विरासत तथा मान बिन्दुओं को एक-एक करके नष्ट किया गया। इसके पीछे यही भाव था कि हम अपनी विरासत पर कभी गर्व न कर सकें। इसके बावजूद भारत अपनी यात्रा को आगे बढ़ाता रहा। वर्ष 1998 में जब श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी देश के प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने भारत को गम्भीरतापूर्वक आगे बढ़ाने का प्रयास किया। उन्होंने उस समय ग्रामीण मार्गों के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना सहित अन्त्योदय, अन्नपूर्णा, ए0पी0एल0 और बी0पी0एल0 के लिए राशन जैसी कल्याणकारी योजनाएं प्रारम्भ की थीं। दुर्भाग्य से उनकी सरकार राजनीतिक अस्थिरता का शिकार हो गयी और उनके द्वारा चलाए गए कार्यक्रम अधूरे रह गए। देश में एक बार फिर हताशा और निराशा का लम्बा दौर चला।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 भारत के परिवर्तन तथा नये भारत की दृष्टि से निर्णायक साबित हुआ, जब देश ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को अपना प्रधानमंत्री चुना। वर्ष 2014 से भारत ने जो यात्रा शुरू की, उसके परिणाम हम सभी के सामने हैं। आजादी के बाद से वर्ष 2014 के पहले तक भारत दुनिया की 11वीं अर्थव्यवस्था बन पाया था। वर्ष 2014 से अब तक भारत दुनिया की चैथी अर्थव्यवस्था बन गया है। इस वित्तीय वर्ष के अंत तक भारत दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। देश की प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 11 वर्षों में हमने हर एक क्षेत्र में नये प्रतिमान स्थापित किए हैं। हाइवे, एक्सप्रेस-वे, रेलवे, मेट्रो, नये आई0आई0टी0, आई0आई0एम0, आई0आई0आई0टी0 और एम्स तथा सेण्ट्रल यूनिवर्सिटी स्थापित हुई। देश में शिक्षा और स्वास्थ्य के नये केन्द्र विकसित हुए। भारत ने एक नये युग में प्रवेश किया है और जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। देश की आमदनी बढ़ी तो हमारा इन्फ्रास्ट्रक्चर भी मजबूत हुआ और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी लोगों को मिला। भारत पिछले साढ़े पांच वर्षों से 80 करोड़ लोगों को राशन का लाभ दे रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 1977 से 2017 तक गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस का कहर व्याप्त था। जापान ने इसकी वैक्सीन वर्ष 1905 में ही बना ली थी। भारत में इस वैक्सीन को आने में 100 वर्ष लग गए। वर्ष 2017 में प्रदेश में डबल इंजन सरकार के गठन के बाद इंसेफेलाइटिस के उपचार की दिशा में ठोस कदम उठाए गए और यह बीमारी प्रदेश से समाप्त हो गयी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 तक देश में 74 एयरपोर्ट बन पाए थे। वर्तमान में इनकी संख्या 107 है। पहले देश में केवल 07 एम्स थे। आज देश में 23 एम्स हैं। इन 11 वर्षों में लगभग 450 केन्द्रीय विश्वविद्यालय एवं शिक्षण संस्थान बने हैं। देश में मेट्रो का दायरा 230 कि0मी0 से बढ़कर 1050 कि0मी0 हुआ है। विगत 11 वर्षों में 04 करोड़ गरीबों को एक-एक आवास उपलब्ध हुआ है। 50 करोड़ लोग आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा का कवर प्राप्त कर रहे हैं। 10 करोड़ लोगों को उज्ज्वला योजना के तहत निःशुल्क गैस कनेक्शन दिए गए हैं। 11 करोड़ गरीबों के घर में शौचालय बन गए हैं। इस तरह जनकल्याणकारी कार्यों की एक लम्बी सूची है। आजादी के बाद से वर्ष 2014 तक सामाजिक सुरक्षा का दायरा 19 प्रतिशत था। वर्ष 2014 के बाद से अब तक इसका दायरा बढ़कर 65 प्रतिशत से अधिक हो गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत ने अर्थव्यवस्था, इन्फ्रस्ट्रक्चर सहित अन्य क्षेत्रों में एक लम्बी छलांग लगायी है। दुनिया में भारत ने अपने आप को सबसे तेज गति से उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया है। देश आज निवेश के सबसे अच्छे गंतव्य के रूप में स्थापित हुआ है। डिजिटल टेक्नोलाॅजी के क्षेत्र में भारत दुनिया को नेतृत्व प्रदान कर रहा है। देश इमर्जिंग टेक्नोलाॅजी को तेजी से अपना रहा है। भारत सबसे ज्यादा स्मार्ट फोन का प्रयोग करने वाला देश है। भारत की यात्रा अत्यन्त शानदार है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युवाओं के कल्याण के लिए विश्वस्तरीय संस्थानों की स्थापना की गयी। खेलो इण्डिया, फिट इण्डिया मूवमेण्ट, मिशन रोजगार, स्र्टाटअप, स्टैण्डअप जैसी अनेक योजनाओं से युवाओं के सपनों को उड़ान दी गयी है। महिलाओं के लिए बेटी बचाओ बेटी-पढ़ाओ, मातृ वंदना योजना जैसे कार्यक्रम चलाए गए हैं। 03 करोड़ ड्रोन दीदियां अलग-अलग गांवों में नेतृत्व दे रही हैं। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं के स्वालम्बन के कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद और विधान सभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण का लाभ महिलाओं को देने की दृष्टि से पारित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्नदाता किसानों के स्वायल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, किसान सम्मान निधि तथा सिंचाई की योजनाएं एवं किसानों के उत्पाद को क्रय केन्द्रों के माध्यम से खरीदने की व्यवस्था की गयी है। मण्डियों का सुदृढ़ीकरण किया गया है। श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाया गया। इस प्रकार समाज के हर तबके के लिए योजनाओं का संचालन किया गया है।
हाल ही में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री जी ने एक बड़े जी0एस0टी0 रिफाॅर्म की घोषणा की। इसके मात्र 18 दिनों में जी0एस0टी0 काउन्सिल ने एक बड़ा रिफाॅर्म सामने लाया। जी0एस0टी0 वन नेशन, वन मार्केट और वन टैक्स की अवधारणा पर आधारित है। जी0एस0टी0 लागू होने के पहले भारत का अप्रत्यक्ष कर 05 लाख 44 करोड़ रुपये था, जो जी0एस0टी0 के बाद एक वर्ष में ही 22 लाख 70 हजार करोड़ रुपये हो गया। पहले इसमें 05, 12, 18 तथा 28 प्रतिशत के 04 स्लैब थे। एक 5वां स्लैब भी था, जो लग्जरी उत्पादों के लिए था। जी0एस0टी0 के नये रिफाॅर्म में अब केवल 05 व 18 प्रतिशत के स्लैब रह गए हैं। 12 व 28 प्रतिशत के स्लैब समाप्त कर दिए गए हैं। उपभोक्ता वस्तुओं पर या तो शून्य टैक्स अथवा 05 प्रतिशत टैक्स की व्यवस्था की गयी है। टैªक्टर एवं उसके पाट्र्स पर स्लैब दर 05 प्रतिशत हो गयी है। विद्यार्थियों की शिक्षण सामग्री तथा बीमा टैक्स फ्री कर दिया गया है। अब लोगों की खरीद का दायरा बढ़ेगा। इससे रोजगार का सृजन भी होगा। यह प्रधानमंत्री जी द्वारा देशवासियों को दीपावली का उपहार है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में भारत के बगैर दुनिया का धु्रवीकरण असम्भव है। जब देश को प्रधानमंत्री जी के रूप में योग्य व यशस्वी नेतृत्व प्राप्त हुआ तो वह तेजी से विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचा है। प्रधानमंत्री जी ने देशवासियों को पंचप्रण दिलाए हैं, जिनमें गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति करना, सामाजिक एकता को बढ़ावा देना, अपने सैनिकों के प्रति कृतज्ञता का भाव रखना तथा नागरिक कर्तव्य शामिल है।
नागरिक कर्तव्य हमारा राष्ट्रीय चरित्र बनना चाहिए। विकसित भारत 140 करोड़ भारतीय का संकल्प बनना चाहिए। विकसित भारत के संकल्प को अंगीकार करते हुए उत्तर प्रदेश ने अपने विजन डाॅक्युमेण्ट की दिशा में कार्य प्रारम्भ किया है। इस दिशा में उत्तर प्रदेश विधायिका में 27-28 घण्टे तक लगातार चर्चा हुई। अब हम लोगों के बीच में इस चर्चा को आगे बढ़ा रहे हैं। हमने समाज के अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े 300 प्रबुद्धजन के साथ लखनऊ में चर्चा की थी। हमने इन्हें प्रदेश के अलग-अलग संस्थानों में चर्चा-परिचर्चा के लिए भेजा है। अब तक 100 से अधिक अकादमिक चर्चाएं हुई हैं।
मुख्यमंत्री जी ने प्रबुद्धजन का आह्वान करते हुए कहा कि विजन डाॅक्युमेण्ट के संदर्भ में लोगों से चर्चा-परिचर्चा करें और उनके सुझावों को आमंत्रित करें। हमने विजन डाॅक्युमेण्ट के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जल संसाधन, स्किल डेवलपमेण्ट, इम्प्लाॅयमेण्ट, इन्फ्रास्ट्रक्चर, सर्विस सेक्टर, इमर्जिंग टेक्नोलाॅजी जैसे 12 सेक्टर चयनित किए हैं। इन क्षेत्रों में लोगों के सुझाव आमंत्रित किए जा रह हैं। नये भारत के नये उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत के आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के अनुरूप हमें अपने आप को तैयार करना है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेशवासियों के सामने पहचान का संकट था। आज उत्तर प्रदेश के नाम से लोगों के चेहरे पर चमक आ जाती है। प्रदेश का परसेप्शन सकारात्मक हुआ है। लोगों को यह विश्वास हुआ है कि उत्तर प्रदेश भी विकसित उत्तर प्रदेश बनने की यात्रा पर निकल पड़ा है। जो उत्तर प्रदेश वर्ष 2017 के पहले देश के विकास का बैरियर और एक बीमारू राज्य था तथा सभी केन्द्रीय योजनाओं में पीछे रहता था, वही उत्तर प्रदेश आज बीमारू नहीं है, बल्कि सभी योजनाओं में या तो प्रथम स्थान पर है या टाॅप 03 में है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था में व्यापक परिवर्तन हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युवा, किसान, महिला, श्रमिक सहित जीवन के सभी क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश ने कुछ नया किया है। हमने भ्रष्टाचार पर प्रहार किया और लीकेज को रोका। जी0एस0टी0 लागू होने के पूर्व, उत्तर प्रदेश में 17 प्रकार के टैक्स थे। अब केवल जी0एस0टी0 लगता है। पहले केवल 49 हजार करोड़ रुपये का टैक्स एकत्र होता था, गत वित्तीय वर्ष में यह बढ़कर 01 लाख 15 हजार करोड़ रुपये हुआ है। एक्साइज 12 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 55 हजार करोड़ रुपये हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब धन आया तो उसे प्रदेश के विकास तथा गरीब कल्याणकारी योजनाओं में लगाया गया। जिस प्रदेश की पहचान पहले वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया से थी, आज उसी प्रदेश की पहचान वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट तथा वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल काॅलेज से बन रही है। उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था 12 लाख 75 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 35 से 36 लाख करोड़ रुपये होने जा रही है। प्रति व्यक्ति आय में तीन गुना बढ़ोत्तरी हुई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कृषि के साथ ही, परम्परागत उद्यमों पर भी ध्यान दिया गया। प्रदेश में एम0एस0एम0ई0 का बहुत बड़ा बेस है। पहले एम0एस0एम0ई0 सेक्टर को तबाह कर दिया गया था। हमने ओ0डी0ओ0पी0 योजना के माध्यम से इसे तेजी के साथ आगे बढ़ाया है। 96 लाख एम0एस0एम0ई0 इकाइयां प्रदेश में हैं, जिनमें लगभग 02 करोड़ लोग रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। इन्हें 05 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर दिया गया है। जी0एस0टी0 में पंजीकृत किसी व्यापारी के साथ दुर्घटना होने पर उसे 10 लाख रुपये का सुरक्षा बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज प्रदेश में सभी जनपदों में बिना भेदभाव के विद्युत उपलब्ध करायी जा रही है। प्रदेश की सड़कें किसी भी अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर हैं। एक्सप्रेस-वे में उत्तर प्रदेश की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है। देश में सर्वाधिक शहरों में मेट्रो का संचालन उत्तर प्रदेश में हो रहा है। देश की पहली रैपिड रेल उत्तर प्रदेश में चल रही है तथा देश का पहला वाॅटर-वे भी यहां प्रारम्भ हुआ है। उत्तर प्रदेश अलग-अलग सेक्टर में एक नई छलांग लगाकर आगे बढ़ रहा है। आज देश में सर्वाधिक निवेश प्रस्ताव उत्तर प्रदेश को प्राप्त हो रहे हैं। हमें अलग-अलग सेक्टरों में 45 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। पहले यह लोगों के लिए कल्पना भी नहीं थी, आज यह वास्तविकता है। यह निवेश रोजगार का सृजन भी कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। पहले उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक लोग पलायन करके दूसरे राज्यों में जाते थे और उन राज्यों के विकास में योगदान देते थे। हाल ही में हुए एक सर्वे में यह तथ्य सामने आया है कि अब उत्तर प्रदेश का नागरिक अपने ही प्रदेश और अपने जनपद में ही कार्य प्राप्त कर रहा है। 60 लाख लोगों को प्रदेश में हुए औद्योगीकरण से रोजगार प्राप्त हुआ है। साढ़े आठ लाख से अधिक नौजवानों को बिना किसी सिफारिश के सरकारी नौकरी दी गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में केवल 03 हजार पुलिस कार्मिकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था थी। हमने रिफाॅर्म किए। हाल ही में हमने 60,200 पुलिस कार्मिकों की भर्ती सम्पन्न की है। इन्हें हम एक साथ प्रदेश के ही टेªनिंग केन्द्रों में प्रशिक्षण दे रहे हैं। कुछ शहरों को छोड़कर अन्य सभी शहरों में सबसे हाईराइज बिल्डिंग वर्तमान में पुलिस अवस्थापना सुविधाओं से जुड़ी होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में 51 निजी विश्वविद्यालय खुल चुके हैं। हर मण्डल में एक-एक सरकारी विश्वविद्यालय खुल चुका है। यह कार्य पहले भी हो सकते थे। जब हमारी सरकार बनी थी, उस समय 06 मण्डलों में कोई भी विश्वविद्यालय नहीं था। हम हर जनपद में एक-एक मेडिकल काॅलेज की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। आज प्रदेश के किसान खुशहाल हैं। विगत साढ़े आठ वर्षों में 23 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि को सिंचाई की सुविधा दी गयी है। 16 लाख निजी नलकूपों को निःशुल्क बिजली कनेक्शन से जोड़ा गया है। ट्यूबवेल को सोलर पैनल से जोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने टेक होम राशन प्लाण्ट लगवाए। प्रदेश में ऐसे 204 टी0एच0आर0 प्लाण्ट हैं, जिनके माध्यम से महिलाएं प्रतिमाह 08 हजार रुपये कमा रही हैं। यह परिवर्तन की एक नई कहानी है। ऐसे परिवर्तन हर सेक्टर में हो सकते हैं। प्रदेश की 57 हजार ग्राम पंचायतों में बी0सी0 सभी अपनी सेवाएं दे रही हैं। इनका टर्नओवर 01 हजार करोड़ रुपये है। यह महिला स्वावलम्बन का एक उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश की हर ग्राम पंचायत में एक-एक ग्राम सचिवालय बनाया गया है। इसमें माॅडर्न शाॅप या किराना की दुकान भी बनायी गयी है। इसमें एक वेयर हाउस भी बनाया जा सकता है, जो अतिरिक्त आमदनी का जरिया हो सकता है। ग्राम पंचायत में गांव के ही युवा को पंचायत सहायक के रूप में रोजगार मिला है। इसी तरह सामुदायिक शौचालयों के माध्यम से गांव की ही एक महिला को रोजगार दिया गया है। गांवों को ग्रामीण हाट बनाकर जोड़ा जा रहा है। 1,500 की आबादी वाला कोई गांव यदि वित्त आयोग द्वारा दी गयी धनराशि के अतिरिक्त आय करता है तो उस आय से 05 गुना अधिक धनराशि राज्य सरकार उस गांव को प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज गांव में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो रही है। गांव में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लग रहे हैं, जिससे सेफ गांव की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इस प्रकार हर क्षेत्र में अपार सम्भावनाएं हैं और हर सेक्टर में कार्य हो रहा है। यह विकसित भारत का विकसित उत्तर प्रदेश है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में इमर्जिंग टेक्नोलाॅजी के लिए भी कार्य किए गए हैं। प्रदेश में डिफेंस मैन्युुफैक्चरिंग काॅरिडोर का कार्य आगे बढ़ रहा है। आॅपरेशन सिन्दूर में प्रयोग होने वाली ब्रह्मोस मिसाइल लखनऊ में बन रही है। आकाशीय विद्युत से होने वाली मृत्यु को रोकने, अर्ली वेदर अलर्ट की सूचना किसानों तथा नागरिकों को देने तथा अन्य कार्यों के लिए के लिए उत्तर प्रदेश स्वयं के सैटेलाइट की दिशा में इसरो के साथ कार्य कर रहा है। उत्तर प्रदेश में फार्मा पार्क बनाया जा रहा है। हमारा राज्य देश और दुनिया में दवाओं की सप्लाई करेगा। इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। टेली कंसल्टेशन से उपचार के साथ ही, वर्चुअल कक्षाएं भी संचालित हो सकती हैं। आज ए0आई0 के माध्यम से हर क्षेत्र में अभूतपूर्व सुविधाएं दी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि समर्थ उत्तर प्रदेश पोर्टल पर सभी नागरिक विकसित उत्तर प्रदेश/2047 के लिए अपने सुझाव अवश्य दें। जनपद के विकास से जुड़े सर्वश्रेष्ठ 03 सुझावों को सम्मानित किया जाएगा। इसी प्रकार राज्य के विकास से जुड़े सर्वश्रेष्ठ 05 सुझावों को सम्मानित किया जाएगा। इन सुझावों के माध्यम से आप भी विकसित भारत के विकसित उत्तर प्रदेश अभियान के सारथी बन सकते हैं।
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
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