उतरौला बलरामपुर - नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही रिमझिम बारिश और कहीं-कहीं मूसलाधार वर्षा ने जहां एक ओर गर्मी से बेहाल लोगों को राहत दी है,वहीं किसा नों के चेहरों पर भी मुस्कान व प्रसन्नता लौट आई है। लगातार हो रही बारिश धान की फसल के लिए वरदान साबित हो रही है। कई सप्ताह तक बारिश नहीं होने के कारण जहां लोग भीषण गर्मी से परेशान थे, वहीं खेतों की सूखी मिट्टी देखकर किसानों की आंखें भी नम हो चली थीं। लेकिन अब मौसम की करवट ने उम्मीदों की फसल को सींच दी है। हालांकि यह राहत केवल खेतों और किसानों तक सीमि त नजर आ रही है।नगर क्षेत्र की जर्जर व्यवस्था ने आमजन का जीना भी मुहाल कर दिया है।
नगर में विभिन्न स्थानों पर टूटी-फूटी सड़कें, उफनती नालियां और कीचड़ भरे रास्ते नगर पालिका परिषद की उदासीनता की कहानी खुद बयां कर रही हैं।
स्वास्थ्य केन्द्र का मुख्य द्वार बना जलजमाव का केन्द्र सामुदायिक स्वा स्थ्य केन्द्र उतरौला के मुख्य द्वार पर ही बनी सोलिंग को हटा दिया गया है,जिससे वहां कीचड़ और जलभराव की स्थिति बन गई है। एम्बुलेंस को मरीजों तक पहुंचने में भारी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। बारि श के कारण से कीचड़ इतना बढ़ गया है कि मरीज़ों और उनके परि जनों को अस्पताल में प्रवेश करते समय भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।राजा बाजार का तिराहा बना जलभराव व गंदगी का गढ़ नगर के राजा बाजा र में स्थित पूर्व प्रधाना चार्य मुजीबुल हसन के तिराहा पर कई महीने पहले नाला खोद दिया गया था, परन्तु आज तक कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। नाले कीखुदाई के बाद से न तो निर्माण कार्य पूर्ण हुआ और न ही गड्ढों को भरा गया, जिससे क्षेत्रवासी निरन्त र परेशान रहते हैं।वार्डों की हालत दयनीय बनी हुई है, बच्चे व बुजुर्ग काफी परेशान होते हुए दिखाई पड़ रहे हैं।
नगर के विभिन्न वार्डों में कूड़े के ढेर,बहती नालियां,कीचड़ और जर्जर सड़कें आमजन को रोज़ाना कीचड़ से होकर गुजरन के लिए मजबूर होना पड़ रहा हैं। स्कूली बच्चों से लेक र दोपहिया,चार पहिया वाहन चालकों, महिला ओं, बुजुर्गों और राहगी रों को भी भारीमुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।जनप्रतिनिधियों की बेरुखी से लोग हता श हो रहें हैं। नगर निवा सियों का कहना है कि वह कई महीनों से सभा सदों, नगर पालिका अध्यक्ष और सम्बन्धित अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं, किन्तु कोई भी सुनने वाला नहीं है हालात जस के तस बने हुए हैं। न तो कोई सुन वाई हो रही है और न ही सुधार कार्यों की पहल भी दिख रही है। जनता की अरज़ियां अब थककर निराशा में बदल चुकी हैं।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की खबर
उतरौला बलरामपुर।
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