हम युवाओं को ऐसे कौशल से सशक्त कर रहे हैं जो संस्कृति का संरक्षण भी करें और विश्व का स्वागत भी-जयवीर सिंह
लखनऊ: 27 जुलाई, 2025
उत्तर प्रदेश में पर्यटन सेवाओं की गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से, उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के अधीन संचालित मान्यवर कांशीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट (एमकेआईटीएम) राज्य भर के इच्छुक प्रतिभागियों के लिए गाइड प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित कर रहा है। यह कोर्स एमकेआईटीएम द्वारा संचालित कई लघु अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का हिस्सा है, जो उन व्यक्तियों को पेशेवर रूप से तैयार करता है जो पर्यटन क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। इसी क्रम में अब एमकेआईटीएम जल्द ही वाराणसी और कन्नौज के गाइड्स के लिए भी कक्षाओं की शुरुआत करने जा रहा है, जिससे यह प्रशिक्षण राज्य के और अधिक स्थलों तक पहुंचेगा।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ऑनलाइन माध्यम से संचालित किया जाता है, जबकि अंतिम परीक्षा एमकेआईटीएम परिसर, लखनऊ में आयोजित की जाती है। इस कोर्स के लिए आवेदन आमंत्रित करने हेतु समाचार पत्रों और एमकेआईटीएम की आधिकारिक वेबसाइट पर विज्ञापन प्रकाशित किया जाता है। परीक्षा में सफल प्रतिभागियों को एमकेआईटीएम द्वारा गाइड लाइसेंस और प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है, जिससे वे उत्तर प्रदेश में प्रमाणित गाइड के रूप में कार्य कर सकते हैं। अब तक नैमिषारण्य, अयोध्या और आगरा के प्रतिभागियों के लिए प्रशिक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त, कृष्ण-ब्रज सर्किट, बौद्ध सर्किट और रामायण सर्किट के लिए विशिष्ट गाइड प्रशिक्षण सत्र भी पूर्ण हो चुके हैं।
इस कार्यक्रम को केवल स्थानीय स्थलीय ज्ञान तक सीमित न रखते हुए व्यापक रूप से डिज़ाइन किया गया है। प्रतिभागियों को उत्तर प्रदेश के पर्यटन परिदृश्य, प्रमुख सर्किटों और स्थलों की जानकारी दी जाती है। इसके अतिरिक्त, उन्हें गाइडिंग स्किल्स, पर्यटक शिष्टाचार, व्यक्तित्व विकास, संचार कौशल (जैसे सार्वजनिक भाषण और प्रस्तुतीकरण) में भी प्रशिक्षित किया जाता है। कोर्स में भाषा दक्षता, प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण (सीपीआर सहित), डिजिटल पेमेंट और पर्यावरणीय जागरूकता जैसे विषय भी शामिल हैं, जिनमें जैव विविधता, प्रदूषण, पारिस्थितिक तंत्र, वैश्विक तापमान वृद्धि और संरक्षण की आवश्यकता पर विशेष बल दिया जाता है।
उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने बताया कि गाइड हमारे प्रदेश के सांस्कृतिक दूत होते हैं। वे आगंतुकों को हमारे इतिहास, परंपरा और आतिथ्य का परिचय देते हैं। एमकेआईटीएम के माध्यम से चलाए जा रहे गाइड प्रशिक्षण कार्यक्रम के ज़रिए हम ऐसे पेशेवर और जागरूक गाइड तैयार कर रहे हैं जो न केवल उत्तर प्रदेश की समृद्ध विरासत का प्रतिनिधित्व करें, बल्कि पर्यटकों के अनुभव को भी उल्लेखनीय रूप से बेहतर बनाएं। हमारा उद्देश्य पर्यटन क्षेत्र को युवाओं के लिए रोज़गार और गर्व का माध्यम बनाना है।
आगामी बैचों और पंजीकरण से जुड़ी जानकारी के लिए इच्छुक अभ्यर्थी एमकेआईटीएम की आधिकारिक वेबसाइट ीजजचरूध्ध्ूूूण्उापजउण्पद पर विज़िट कर सकते हैं।

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