उतरौला बलरामपुर - विकास खण्ड उतरौला अन्तर्गत ग्राम रुस्तम नगर के ग्रामीणों ने 30 जुलाई 2025 को एक प्रार्थना पत्र एस डी एम उतरौला को दिया था। उसी प्रार्थना पत्र के आधार पर खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया, और ग्रामीणों का सपना साकार हो गया, 1जुलाई 2025 को ग्राम वासियों की सामूहिक चेतना और संघर्ष आखिरकार रंग लाई है। राप्ती नदी के किनारे स्थित कटे हुए बंधे की मरम्मत का कार्य मंगल वार को ही युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है। ग्रामीणों के द्वारा सोम वार को दिये गए प्रार्थना पत्र के बाद प्रशा सन हरकत में आ गई और मंगलवार को जिले तथा तहसील स्तर के तमाम आला अधिकारि यों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। बताते चलें कि बीते वर्ष 2023 में आई बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त हुए इस बंधे को लेकर ग्रामीणों में भारी चिन्ता थी। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा, कि यदि मानसून से पूर्व बंधे की मरम्मत नहीं कराई गई तो उनकी जान-माल और कृषि भूमि को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। सोमवार को दिए गए प्रार्थना पत्र में ग्रामीणों ने प्रशासन को यह भी प्रस्ताव दिया था,कि यदि शासन से कोई मदद नहीं मिलती है, तो वे खुद चंदा इक ट्ठा करके मरम्मत करने को तैयार हैं। बस प्रशा सनिक अनुमति मिलनी चाहिए।आज मंगलवार को उपजिलाधिकारी उतरौला, तहसीलदार उतरौला,अधिशासी अभियन्ता सिंचाई विभाग,और अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बंधे की गम्भीर स्थिति को देखते हुए तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करा दिया। जे सी बी मशीनें, मजदूरों की टीम और विभागीय संसाधन मौके पर भेज दिए गए हैं।उपजिलाधिकारउतरौला ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि बंधे की मरम्मत शीघ्र पूरी कर ली जाएगी, और किसी भी दशा में उन्हें अब बाढ़ की चिन्ता नहीं करनी पड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे को शासन स्तर पर भी यह रिपोर्ट किया गया है, और आपदा प्रबंधन की ओर से भी सहायता ली जा रही है।
बांध निर्माण का कार्य शुरू होते ही ग्राम वासि यों में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्राम प्रधान गुलाब चन्द ने कहा,यह जीत पूरे गांव की एक जुटता की है। हमने जनहित में आवाज उठाई और प्रशासन ने उसे सुना। प्रार्थना पत्र देने वालो में प्रमुख ग्रामीणों में पूर्व प्रधान ओम प्रकाश मोर्या, अम्बिका प्रसाद,अर्जुन प्रसाद,अनवारूलहसन, राजेन्द्र प्रसाद,अशरफी लाल, गंगा राम, राम सजन, प्रमोद कुमार यादव, सुनील कुमार यादव सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रशासन का आभार व्यक्त जताते हुए कहा कि जहां एक ओर प्रशासन की तत्पर ता से जन विश्वास मज बूत हुआ है,वहीं पर ग्रामीणों के लिए भी प्रेरणा बन सकता है, जहां जनता की आवाज़ अनसुनी रह जाती है, यह घटना भी दर्शाती है कि जब जनहित में सामूहिक रूप से मुद्दे उठाए जाते हैं,तो प्रशा सन को भी जवाब देना पड़ता है। अब उम्मीद की जा रही है कि राप्ती नदी के इस रौद्र रूप का सामना इस बार ग्रामीणों को नहीं करना पड़ेगा, और समय से पहले बांध की मरम्मत कार्य पूर्ण हो जाएगा।
हिन्दी संवाद न्यूज से
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उतरौला बलरामपुर।
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