मुख्यमंत्री ने डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी की
जयन्ती के अवसर पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी
भारत माता के महान सपूत डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना
पूरा जीवन राष्ट्रमाता के लिए समर्पित किया था : मुख्यमंत्री
डॉ0 मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत की पहली सरकार में उद्योग और खाद्य मंत्री के रूप में देश में
खाद्य आत्मनिर्भरता और औद्योगीकरण की जो नींव रखी, उसकी झलक नए भारत में स्पष्टतः दिखायी देती
खाद्य आत्मनिर्भरता और औद्योगीकरण की जो नींव रखी, उसकी झलक नए भारत में स्पष्टतः दिखायी देती
प्रधानमंत्री जी ने डॉ0 मुखर्जी जी के सपने को साकार किया
लखनऊ : 06 जुलाई, 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयन्ती के अवसर पर आज यहां डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय के परिसर में स्थापित उनकी प्रतिमा के सम्मुख चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज भारतमाता के महान सपूत डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं पावन जयन्ती है। उनका जन्म 06 जुलाई, 1901 को हुआ था। वे महान शिक्षाविद, प्रखर राष्ट्रवादी राजनेता और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उन्होंने पूरा जीवन राष्ट्रमाता के लिए समर्पित किया था। वे जीवन पर्यन्त भारत की एकता और अखण्डता के लिए कार्य करते रहे। देश की आजादी के आन्दोलन में उन्होंने सक्रिय भूमिका निभायी। देश की आजादी के पूर्व, बंगाल में अकाल की त्रासदी के दौरान डॉ0 मुखर्जी ने मानवता की सेवा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया था। मात्र 33 वर्ष की आयु में कोलकाता विश्वविद्यालय के सबसे युवा कुलपति के रूप में उन्होंने अपनी सेवाएं दीं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डॉ0 मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत की पहली सरकार में उद्योग और खाद्य मंत्री के रूप में देश में खाद्य आत्मनिर्भरता और औद्योगीकरण की जो नींव रखी, उसकी झलक नए भारत में भी स्पष्टतः दिखायी देती है। तत्कालीन सरकार की तुष्टीकरण की नीति के विरोध में उन्होंने मंत्रिमण्डल से त्याग पत्र देकर भारतीय जनसंघ की स्थापना की तथा उसके प्रथम अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दीं। तत्कालीन सरकार द्वारा देश के संविधान में धारा 370 जोड़कर देश की सम्प्रभुता और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने तथा जम्मू कश्मीर में परमिट सिस्टम लागू करने के विरुद्ध सर्वप्रथम डॉ0 मुखर्जी ने अपनी आवाज उठायी। उस समय उन्होंने देश को ‘एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे’ का नारा दिया था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने डॉ0 मुखर्जी जी के सपने को साकार किया है। डॉ0 मुखर्जी के संकल्पों को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर में धारा 370 को सदैव के लिए समाप्त कर, वहां लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बहाल कर उसे मजबूती के साथ विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य हुआ है। आज जम्मू कश्मीर तेजी के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है। यह डॉ0 मुखर्जी के संकल्पों की विजय है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी के भारत की एकात्मकता और अखण्डता के लिए दिए गए बलिदान के लिए देश उनका सदैव स्मरण करेगा।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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