*15 मई 2025* 

*"तुर्की की भूमिका वैश्विक शांति के विरुद्ध एक सुनियोजित चुनौती है" - डॉ. राजेश्वर सिंह*

*धर्म के नाम पर आतंक को बढ़ावा अस्वीकार्य – डॉ. सिंह ने तुर्की को दी चेतावनी"*

*"भारत की नीति अडिग, तुर्की की भूमिका घातक – डॉ. राजेश्वर सिंह का वैश्विक आह्वान"*

*"तुर्की की दोहरी नीति पर करारा प्रहार, डॉ. राजेश्वर सिंह ने बताया मानवता का अपमान"*

*" आतंक के संरक्षकों को सशक्त संदेश दे विश्व – डॉ. राजेश्वर सिंह का अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह"*

*लखनऊ।* सरोजनीनगर से भाजपा विधायक डॉ. राजेशवर सिंह ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन द्वारा पाकिस्तान के पक्ष में दिए गए हालिया बयान को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को प्रोत्साहन देने वाला बताते हुए उसकी तीव्र शब्दों में निंदा की है। उन्होंने इसे “आतंकवाद का खुला समर्थन” और “विश्व शांति के विरुद्ध एक घातक हस्तक्षेप” करार दिया।

*तुर्की का दोहरा आचरण और आतंक के प्रति सहिष्णु रुख -*

डॉ. सिंह ने कहा कि तुर्की लगातार उन तत्वों के साथ खड़ा रहा है जो कट्टरपंथ और वैश्विक आतंकवाद को पोषित करते हैं। उन्होंने तुर्की के इस दोहरे रवैये को चिन्हित करते हुए कहा: कश्मीर पर पाकिस्तान के पक्ष में लगातार बयानबाज़ी - जबकि पाकिस्तान को विश्व स्तर पर आतंकवाद का संरक्षक देश माना जाता है। मुस्लिम ब्रदरहुड और अन्य कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों के साथ तुर्की के सक्रिय संबंध जो वैश्विक चरमपंथ की जड़ें मजबूत करते हैं। सीरिया, लीबिया और अफगानिस्तान में चरमपंथी गुटों को तुर्की द्वारा दिए गए प्रत्यक्ष या परोक्ष समर्थन के आरोप - जिससे इन क्षेत्रों में स्थायित्व और शांति की संभावनाएं क्षीण हुईं।तुर्की के सरकारी मीडिया और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा चलाया गया भारत-विरोधी और जिहादी मानसिकता को पोषित करने वाला प्रचार अभियान।

*आतंकवाद पर भारत की नीति स्पष्ट, अडिग और सख्त -*

डॉ. सिंह ने कहा, “भारत ने सदैव आतंकवाद और कट्टरता के विरुद्ध स्पष्ट, सुसंगत और कठोर नीति अपनाई है। जो राष्ट्र ऐसी शक्तियों को संरक्षण और समर्थन प्रदान करते हैं, वे मानवता के विरोधी हैं। इन्हें वैश्विक समुदाय द्वारा अलग-थलग किया जाना समय की आवश्यकता है।”

*तुर्की के लिए चेतावनी और विश्व बिरादरी से आह्वान -*

डॉ. राजेश्वर सिंह ने तुर्की को स्पष्ट शब्दों में चेताया कि “धर्म की आड़ में आतंकवाद को प्रोत्साहित करना न केवल तुर्की के लिए, बल्कि पूरी सभ्य दुनिया के लिए आत्मघाती सिद्ध हो सकता है।” उन्होंने वैश्विक समुदाय से अपील की कि वह तुर्की की इस “खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना भूमिका” पर तत्काल संज्ञान ले और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसा सशक्त संदेश दे जिससे आतंक के संरक्षकों को स्पष्ट चेतावनी मिल सके।

यह बयान डॉ. राजेश्वर सिंह ने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने के संदर्भ में, सोशल मीडिया मंच X (पूर्ववर्ती ट्विटर) पर साझा किया है।

;लखनऊ। वरिष्ठ भाजपा नेता और सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेशवर सिंह ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन द्वारा पाकिस्तान के पक्ष में दिए गए हालिया बयान को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को प्रोत्साहन देने वाला बताते हुए उसकी तीव्र शब्दों में निंदा की है। उन्होंने इसे “आतंकवाद का खुला समर्थन” और “विश्व शांति के विरुद्ध एक घातक हस्तक्षेप” करार दिया।

*तुर्की का दोहरा आचरण और आतंक के प्रति सहिष्णु रुख -*

डॉ. सिंह ने कहा कि तुर्की लगातार उन तत्वों के साथ खड़ा रहा है जो कट्टरपंथ और वैश्विक आतंकवाद को पोषित करते हैं। उन्होंने तुर्की के इस दोहरे रवैये को चिन्हित करते हुए कहा: कश्मीर पर पाकिस्तान के पक्ष में लगातार बयानबाज़ी - जबकि पाकिस्तान को विश्व स्तर पर आतंकवाद का संरक्षक देश माना जाता है। मुस्लिम ब्रदरहुड और अन्य कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों के साथ तुर्की के सक्रिय संबंध जो वैश्विक चरमपंथ की जड़ें मजबूत करते हैं। सीरिया, लीबिया और अफगानिस्तान में चरमपंथी गुटों को तुर्की द्वारा दिए गए प्रत्यक्ष या परोक्ष समर्थन के आरोप - जिससे इन क्षेत्रों में स्थायित्व और शांति की संभावनाएं क्षीण हुईं।तुर्की के सरकारी मीडिया और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा चलाया गया भारत-विरोधी और जिहादी मानसिकता को पोषित करने वाला प्रचार अभियान।

*आतंकवाद पर भारत की नीति स्पष्ट, अडिग और सख्त -*

डॉ. सिंह ने कहा, “भारत ने सदैव आतंकवाद और कट्टरता के विरुद्ध स्पष्ट, सुसंगत और कठोर नीति अपनाई है। जो राष्ट्र ऐसी शक्तियों को संरक्षण और समर्थन प्रदान करते हैं, वे मानवता के विरोधी हैं। इन्हें वैश्विक समुदाय द्वारा अलग-थलग किया जाना समय की आवश्यकता है।”

*तुर्की के लिए चेतावनी और विश्व बिरादरी से आह्वान -*

डॉ. राजेश्वर सिंह ने तुर्की को स्पष्ट शब्दों में चेताया कि “धर्म की आड़ में आतंकवाद को प्रोत्साहित करना न केवल तुर्की के लिए, बल्कि पूरी सभ्य दुनिया के लिए आत्मघाती सिद्ध हो सकता है।” उन्होंने वैश्विक समुदाय से अपील की कि वह तुर्की की इस “खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना भूमिका” पर तत्काल संज्ञान ले और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसा सशक्त संदेश दे जिससे आतंक के संरक्षकों को स्पष्ट चेतावनी मिल सके।

यह बयान डॉ. राजेश्वर सिंह ने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने के संदर्भ में, सोशल मीडिया मंच X (पूर्ववर्ती ट्विटर) पर साझा किया है।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने