उतरौला बलरामपुर- नगर सहित आस-पास के ग्रामीण अंचलों में बिना अनुमति के संचालित हो रहे दो पहिया और चार पहिया वाहन की धुलाई केन्द्र शुद्ध पेयजल की भारी बर्बादी कर रहे हैं। प्रति दिन इन अवैध धुलाई केन्द्रों पर हजारों लीटर पानी बिना किसी रोक- थाम के बहाया जा रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशा सन की अनदेखी और नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए यह अवैध धंधा धड़ल्ले के साथ किया जा रहा है, मिली जानकारी के अनुसार, अधिकतर वाहन धुलाई केन्द्र बिना किसी वैध लाइसेंस के संचालित हो रहे हैं। इनके पास न तो जल संसाधन का उपयोग करने का अधि कार है और न ही पर्या वरण संरक्षण से सम्बंधित कोई प्रमाण पत्र नहीं है। इसके बाव जूद भी प्रशासन की ओर से कोई सख्त कार्यवाही नहीं की जा रही है। समाज सेवी/कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद खलील खां एडवोकेट का कहना है,कि यहां पर रोजाना हजारों लीटर पानी से वाहनों को धोने में बर्बाद होता है,जब कि कई इलाकों में लोग पानी की कमी से लोग जूझ रहे हैं। वहीं पर मोहम्मद अबरार खां व साबिर अली अंसारी ने प्रशासन से इन अवैध धुलाई केन्द्रों पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की है। लोकतंत्र सेनानी चौधरी इरशाद अहमद गद्दी ने बताया, शुद्ध पेयजल की बर्बादी से न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि भू- जल स्तर में भी भारी गिरावट आ रही है। उन्होंने प्रशासन से इन अवैध केन्द्रों को तुरन्त बन्द कराने की अपील की है।स्थानीय लोगों का आरोप है कि वाहन धुलाई केन्द्रों के अवैध संचालन के पीछे प्रशासनिक की मिली भगत है। लोगों ने इस पर सवाल उठाए हैं कि इतने बड़े पैमाने पर पानी की बर्बादी क्यों हो रही है, लेकिन किसी भी अधिकारी ने अब तक इसका कोई निरी क्षण नहीं किया। अब यह देखना है कि प्रशा सन कब जागता है और शुद्ध पेयजल की बर्बादी रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।

           हिन्दी संवाद न्यूज से
          असगर अली की खबर
            उतरौला बलरामपुर। 

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