अम्बेडकर नगर।
अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के जौहरडीह मोहल्ले में एक पुलिसकर्मी पर एक दलित महिला के साथ बलात्कार, नशीली दवाओं का इस्तेमाल कर शोषण और जातिसूचक गालियाँ देकर प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगे हैं। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि मकान मालकिन ने इस अपराध में सहयोग किया। शुरुआत में पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन अदालत के हस्तक्षेप के बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
पीड़िता, जो मूल रूप से जलालपुर थाना क्षेत्र की निवासी है, अकबरपुर में किराए के मकान में रहकर पढ़ाई कर रही थी। उसी मकान में अकबरपुर कोतवाली में तैनात सिपाही भी रहता था। पीड़िता के अनुसार, सिपाही ने मकान मालकिन की मदद से उसका मोबाइल नंबर हासिल किया और उसे अश्लील संदेश भेजकर तथा फोन करके परेशान करना शुरू कर दिया।
एक दिन सिपाही ने पीड़िता को खाना देकर उसे खाने के लिए कहा। जब उसने मना किया, तो मकान मालकिन ने भी उसे खाने के लिए जोर डाला। खाना खाने के बाद पीड़िता बेहोश हो गई। होश आने पर उसने पाया कि उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे और राजेश उसके पास मौजूद था। राजेश ने उसे धमकी दी कि अगर उसने विरोध किया, तो वह उसके पति को सब बता देगा।
पीड़िता ने बताया कि सिपाही ने कई महीनों तक उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए। जब उसने विरोध किया, तो सिपाही ने उसके पति को सारी बातें बता दीं, जिसके बाद पति ने उसे छोड़ दिया। आरोप है कि सिपाही उसे लगातार जातिसूचक गालियाँ देता रहा और समझौते के लिए दबाव बनाता रहा।
पीड़िता ने थाने से लेकर एसपी तक शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अंततः उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर अकबरपुर कोतवाली में राजेश यादव और मकान मालकिन के खिलाफ आईपीसी की कड़ी धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
अकबरपुर थाना प्रभारी श्रीनिवास पांडे ने बताया कि अदालत के आदेश के बाद सिपाही राजेश यादव और मकान मालकिन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जाँच चल रही है।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know