उतरौला बलरामपुर- खण्ड शिक्षा अधिकारी सुनीता वर्मा व जिला समन्वयक समेकित शिक्षा के दिशा-निर्देशन में बीआर सी उतरौला में आयोजित समेकित शिक्षा के अन्तर्गत दिव्यांग बच्चों के समा वेशी शिक्षा हेतु नोडल शिक्षकों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण का समापन शुक्रवार को किया गया। ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर शाह, मोहम्मद व सुमन त्रिपाठी के द्वारा दिव्यांगता के कारण,निवारण, प्रमुखएक्ट के साथ श्रवण बाधिता के विभिन्न आयामों को लेकर चर्चा की गई है। साथ ही ऐसे बच्चों के कक्ष प्रबंधन व शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी दी गई है। मास्टर ट्रेनर शैलेश कुमार पाण्डेय ने दृष्टिबाधित व मानसिक मंदता के बारे में विस्तृत रूप जानका री दी गई।नोडल शिक्ष कों को किस प्रकार क्षेत्र के दिव्यांग बच्चों की शैक्षिक और समायोजन के क्षेत्र में सकारात्मक भूमिका का निर्वाहन करना है। जिससे दिव्यांग बच्चों की शैक्षिक और शारीरिक क्षमता को बेहतरस्वरूप प्रदान किया जा सके। इसका भी प्रशिक्षण दिया गया है। खण्ड शिक्षा अधिकारी सुनीता वर्मा ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को शिक्षा देने की नई विधियों और उनके समग्र विकास के तरीकों को समझना था। ब्लॉक के नोडल शिक्षक दिव्यांगता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए यह सीखने के प्रयास में जुटे रहे, कि कैसे दिव्यांग बच्चों की शिक्षा को सुलभ और प्रभावी शाली बनाया जाए। इसके साथ ही उनकी देखभाल और उनके साथ संवाद स्थापित करने के तरीके पर भी प्रशिक्षण दिया गया। नोडल अध्यापकों को समेकित शिक्षा से सम्बंधित विभिन्न मुद्दों पर मार्ग दर्शन दिया है। इस दौरान नोडल टीचर्स को 'समर्थ एप' से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान भी मार्ग दर्शन प्रदान किया गया,ताकि वे अधिक प्रभावी तरीके से अपना कार्य कर सकें बृजेश चौधरी, मोहम्मद उस्मान, असलम राईनी, अनवार अहमद,आरती देवी, नीता निर्मल,शाही न आरा, नीतू सिंह, रुचि भदोरिया, सरिता वर्मा, चांदनी मौर्य, नीलम मिश्रा, पूनम मिश्रा, रंजन मिश्रा सहित नोडल के तमाम शिक्षक मौजूद रहे।
हिन्दी संवाद न्यूज से
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उतरौला बलरामपुर।
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