केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान में बकरी पालकों को सामग्री वितरण
दिनांक 27.01.2025 को माननीय केन्द्रीय मंत्री प्रो0 एस.पी. सिंह बघेल, पशु पालन, मतस्य एवं डेयरी व पंचायतीराज मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली ने केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम में अनुसूचित जनजाति विकास कार्य योजना के अंतर्गत विकसित वार्षिक बकरी पालन विवरणिका- 2025 का मंत्री महोदय को कर कमलों से विमोचन किया गया इसके साथ ही केन्द्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में किसानों एवं बकरी पालकों के प्रति उत्साह वर्धन किया तथा अपील की कि आप लोग अधिक से अधिक संख्या में बकरी पालन करें ताकि आपकी आय में सुनिश्चित वृद्धि हो सके उन्होंने अपने कर कमलों से अनुसूचित जाति के 100 किसानों को पशु आहार का एक-एक 50 किग्रा का बैग तथा एक-एक थर्मस बोतल भी वितरित की ।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा, "बकरी पालन ग्रामीण क्षेत्रों के लिए आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्रोत है और यह देश के आर्थिक विकास में भी योगदान देता है । केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम इस दिशा में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है और अनुसंधान के माध्यम से बकरी पालन को और अधिक लाभकारी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है ।" उन्होंने संस्थान के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की सराहना की और कहा कि उनकी मेहनत और समर्पण से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में बकरी पालन की तकनीकियों में सुधार हो रहा है । इसके साथ ही उन्होंने बकरी पालन को अधिक प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी दी ।
संस्थान निदेशक डॉ0 मनीष कुमार चेटली द्वारा मंच पर मुख्य अतिथि माननीय सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री प्रो0 एस0 पी0 सिंह बघेल एवं विशिष्ट अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर एवं पटका पहनाकर स्वागत किया गया । निदेशक द्वारा संस्थान में चल रही विभिन्न शोध एवं अनुसंधान परियोजनाओं जैसे वैक्सीन किट, हर्बल प्रोडक्ट, तकनीकी स्थानांतरण, जीन एडिटिंग एवं कासा के उपयोग पर विस्तृत चर्चा की और किसान एवं बकरी पालकों के लिए उनके उपयोग के बारे में बताया । निदेशक ने बताया कि संस्थान द्वारा किसानों की आय को बढ़ाने के साथ-साथ अनुसूचित जाति एवं जनजाति के किसानों एवं महिला किसानों के विकास एवं सशक्तिकरण के लिए परियोजना एवं कार्यक्रम चलाए गये है ।
इस कार्याक्रम में डॉ0 मनीष कुमार चेटली, निदेशक केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम, फरह, मथुरा, के साथ परियोजना के नोडल अधिकारी डॉ0 गोपाल दास, डॉ0 अनुपम कृष्ण दीक्षित व डॉ0 अरविन्द कुमार, प्रधान वैज्ञानिक के साथ संस्थान के समस्त वैज्ञानिक, प्रशासनिक एवं तकनीकी वर्ग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे ।


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