मथुरा।छाता,जहां सरकारी विभाग आम जनमानस की समस्याओं के निदान व निपटारे के लिए जाने जाते हैं ,वहीं क्षेत्र की जनता और सरकारी विभाग के कर्मचारी व अधिकारी स्वयं एक गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं, छाता तहसील मुख्यालय स्थित मुख्य प्रशासनिक भवन में बना हुआ पिछला दरवाजा जल भराव होने के कारण वर्षों से बंद पड़ा हुआ है, जो सब की परेशानी का सबक बना हुआ है, वहीं कुछ कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह द्वार कर्मचारियों अधिकारियों की सुगमता के लिए बनवाया गया था और कुछ वर्षों पूर्व तक यह आवागमन के लिए चालू था लेकिन कुछ लापरवाह अधिकारियों की वजह से इस पर ताला डलवा दिया गया।
जिसके कारण राजस्व संग्रह अमीन व लेखपालों तथा कर्मचारियों को प्रथम द्वितीय तृत्तीय तल तक जाने के लिए मुख्य प्रशासनिक भवन का सहारा लेना पड़ता है, वहीं कुछ अधिवक्ताओं ने भी इस बारे में अपनी राय रखते हुए कहा कि यह पिछला गेट यदि सुचारू रूप से चालू कर दिया जाए तो अधिवक्ताओं व कर्मचारियों को भी काफी सहूलियत मिलेगी ,लेकिन जलभराव होने के कारण पिछले गेट के चैनल पर ताला डाला हुआ है, जहां पर पेड़ पौधे भी उगे है ,आपको बता दें कि अभी हाल ही में इस द्वार के समीप तहसीलदार कार्यालय का पुनरुद्धार किया गया था, जिस पर एक शौचालय का निर्माण बाहर के साइड में कराया गया लेकिन प्रशासन ने इस द्वारा को खुलवाना मुनासिब नहीं समझा। तहसील कर्मियों ने इस दरवाजे को शीघ्र ही खुलवाए जाने तथा इस पर जमा जल भराव को हटाए जाने की उच्च अधिकारियों से मांग की है। वही उप जिलाधिकारी छाता श्वेता का ध्यान आकर्षित कराया गया तो दरवाजा खोलने के संबंध मे चुप्पी साध ली और जल भराव की समस्या पर कहा कि शीघ्र ही निस्तारण कराया जाएगा।
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