तहसील क्षेत्र के अन्नदाता इस समय उर्वरक और बीज की भारी कमी से जूझ रहे हैं। रब की बुआई के लिए खाद गन्ना सहका री समिति उतरौला, सहकारी समिति , रेडवालिया, सहकारी समिति, चिरकुटिया सहकारी समिति शाहपुर इटई,आदि सहकारी समिति जैसी प्रमुख सहकारी समितियों पर खाद की उपलब्धता नदारद दिखाई पड़ रहीं है।
बीज की आपूर्ति न होने से अन्नदाताओ के लिए समस्या गहरी हो गई है। अब सवाल यह उठता है कि किसानों को उर्वरक और बीज कहां से मिलेगा।अगर कहीं उर्वरक उपलब्ध है तो वह जमाखोरों के पास पहुंच चुका है, जहां से उर्वरक की सप्लाई प्राप्त करना अन्नदाताओं के लिए टेढ़ी खीर बन गई है। जमाखोरों के पास बड़ी मात्रा में उर्वरक होने के बाव जूद, भी छोटे व मझोले अन्नदाताओं को सप्लाई नहीं मिल पा रही है, जो उनके लिए आर्थिक संकट का कारण बना हुआ है।
अन्नदाता इस दुविधा में हैं कि अगर उर्वरक और बीज समय पर नहीं मिलते हैं तो उनकी फसल कैसे तैयार होगी खेत की नमी समाप्त होने पर उसकी सिचाई करनी पड़ेगी। यह स्थि ति उनके भविष्य के लिए एक गम्भीर चिंता का विषय बन चुका है।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की खबर
उतरौला बलरामपुर।
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