राजकुमार गुप्ता/
मथुरा । छटीकरा में कुछ दिनों के अंतराल में  कई पशुओं की अचानक मौत हो जाने की जानकारी जब उपमुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर प्रतिभा सचान को हुई तो उन्होंने पशु चिकित्साधिकारी वृंदावन राकेश तिवारी को मय टीम के छटीकरा में पशुओं की अचानक हो रही मौत की जानकारी लेने के लिए भेजा । डॉक्टर राकेश तिवारी ने छटीकरा पहुंच कर पशु पालकों से बिंदुबार जानकारी हासिल की ओर पशुओं की मौत हो जाने के लक्षण जाने । और कुछ पशुओं को बारीकी से देखा भी।  इस दौरान डॉक्टर राकेश तिवारी ने पशुपालकों को आगाह किया कि पशुपालक तपती दोपहरी में कभी भी स्नान नहीं कराएं। अगर पशुओं को स्नान कराना हो तो प्रातः 7 बजे शाम को भी 7 बजे ही कराएं। इसके अलावा ध्यान रखें कि जिस चारे को पशुओं को खिला रहें हैं उस चारे पर कीटनाशक दवा का छिड़काव तो नहीं किया है। ऐसा चारा भी पशुओं की जान का खतरा बनता है। प्रत्येक पशु पालक को अपने पशु का बीमा जरूर कराना चाहिए। जिससे नुकसान की भरपाई हो सके । अधिक गर्मी के कारण भी पशुओं की मौत हो रही है। पशुओं को ठंडक में रखें। अचानक पशुओं के  बीमार हो जाने पर उत्तर प्रदेश की हेल्पलाइन 1962 पर कॉल कर उपचार कराएं। जरूरत पड़ने पर उनको भी सूचित करें । पशुपालकों की सेवा के लिए वह हमेशा तत्पर हैं।

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