सम्मानित पत्रकारबन्धुओं द्वारा आज कलक्ट्रेट में हुई घटना के सम्बन्ध में वस्तुस्थिति से अवगत कराने की अपेक्षा की गई है। तत्क्रम में पीड़ित के शपथपत्र पर दिये गये बयान, प्रमाणिक वीडियो शिकायत की पुष्टि हेतु प्रेसनोट के साथ संलग्न किया जा रहा है।
डीएम श्री अरविन्द सिंह ने रेहरा बाजार निवासी राजू द्वारा आत्माघाती प्रयास के मामले में मजिस्टीरियल जांच के दिये आदेश। 
दोषियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर गुण्डा एक्ट के तहत कार्यवाही के दिए आदेश। 
रेहरा बाजार थाने में तैनात विपक्षियों एवं पुलिस उत्पीड़न से तंग आकर राजू ने उठाया आत्मघाती कदम, राजू ने शपथपत्र पर दिया बयान। 
बुधवार को राजू पुत्र सुधई निवासी ग्राम सोनपुर थाना रेहरा बाजार द्वारा गांव के निवासी विपक्षियों जो कि पुलिस के कार्मिक हैं, उनके द्वारा रास्ता अवरुद्ध किए जाने, पीड़ित की प्राइवेट भूमि पर जबरन रास्ता सृिजत करने का दबाव बनाने एवं प्रयास करने तथा इस प्रकरण में कई बार स्थानीय थाना पुलिस एवं जनपदीय पुलिस उच्चाधिकारियों से मिलकर अपनी पीड़ा व्यक्त करने के पश्चात भी तथा कथित रूप से स्थानीय पुलिस के पक्षपात पूर्ण रवैए से आहत होकर कलेक्ट्रेट में आत्मदाह का प्रयास किये जाने का प्रकरण सामने आया है, जिसे तत्परता के कारण तुरन्त रोक लिया गया।
घटना की निष्पक्ष जांच के लिए जिलाधिकारी श्री अरविंद सिंह ने मजिस्ट्रियल जांच तथा दोषियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाही के आदेश दे दिए हैं। जिलाधिकारी ने यह आदेश दिए हैं कि घटना के लिए दोषी कोई भी व्यक्ति चाहे वह पुलिस विभाग में की क्यों न हो। ऐसे व्यक्तियों को कानून के तहत दण्डित किया जाएगा।
मामला थाना रेहरा बाजार अन्तर्गत ग्राम सोनपुर निवासी राजू पुत्र सुधई का है। पीड़ित राजू ने शपथ पत्र पर अपने बयान में कहा है कि उसके खेत के रास्ते पर विपक्षी कन्हई थाना रेहरा बाजार में पुलिस चौकीदार है तथा उसका भाई गुरुचरन थाना रेहरा में ही कान्स्टेबल है। उनके द्वारा सार्वजनिक रास्ते पर अवैध कब्जा कर पीड़ित के सार्वजनिक रास्ते को अवरुद्ध कर दिया गया तथा पीड़ित की निजी प्राइवेट जमीन पर भी जबरन कब्जा कर रास्ता निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
पीड़ित राजू पुत्र सुधई ने शपथपत्र पर अपने बयान में कहा है कि उसके द्वारा रेहरा बाजार थाने में बार-बार मामले की शिकायत की गई। पीड़ित के बयान के मुताबिक गुरुचरण डायल 112 में ड्यूटी करता है और जब भी उसके द्वारा डायल 112 पुलिस को सूचित किया जाता है तो पुलिस कोई कार्यवाही करने के बजाय उल्टा उसी को प्रताड़ित करती है और अपमानित करती है। 
 शपथ पत्र पर दिए गए अपने बयान मेें राजू ने कहा है कि उसने दो बार पुलिस अधीक्षक बलरामपुर से भी मिलकर अपनी शिकायत दर्ज करायी थी। पुलिस अधीक्षक को शिकायत के बाद भी पुलिस द्वारा मामले में कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई जिससे अत्यन्त व्याकुल एवं क्षुब्ध होकर पीड़ित *बुधवार को पहली बार कलेक्ट्रेट पहुंचा* और विपक्षी पुलिस कर्मियों के साथ स्वयं को खत्म कर लेने की बात कहते हुए आत्मघाती प्रयास किया। जिसे तत्काल ही कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों द्वारा सहानुभूतिपूर्वक रोका गया और मजिस्ट्रेट्स द्वारा उसकी बात को सुना गया।
पीड़ित राजू ने अपने लिखित बयान में कहा है कि क्योंकि विपक्षीगण रेहरा थाने में ही तैनात हैं, इसलिए बार-बार पुलिस के आलाधिकारी को शिकायत करने के बाद भी उसकी शिकायत नहीं सुनी जा रही है और विपक्षी द्वारा उसका रास्ता अवरुद्ध कर दिया गया है तथा शिकायत करने पर पुलिस द्वारा उल्टा उसी का ही उत्पीड़न किया जा रहा है। थाना पुलिस व जनपदीय पुलिस से न्याय न मिलने पर अत्यन्त व्याकुल होकर *राजू बुधवार को पहली बार कलेक्ट्रेट पहुंचा और आत्मघाती प्रयास किया।*  जिसे कलेक्ट्रेट कर्मियों की तत्परता से घटित होने से बचा लिया गया।  
डीएम द्वारा घटना का कड़ा संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए मजिस्ट्रियल इंक्वायरी गठित कर दी गई है और दोषियों चाहे वह पुलिस विभाग में ही क्यों न हों, के विरूद्ध गुंडा एक्ट के तहत कारवाई के आदेश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने माननीय उच्च न्यायालय द्वारा याचिका संख्या- 4161/2023 दिनांक  25.05.2023 को हरवीर बनाम उ0प्र0 राज्य व अन्य में पारित आदेश के क्रम में मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन द्वारा निर्गत शासनादेश संख्या-72/2024/129पी0/छः-पु0 -6-2024- 6-6099/114/2023 दिनांक 21 जून 2024 के क्रम में आदेश पारित करते हुए सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी व्यक्ति की प्राइवेट भूमि पर पुलिस द्वारा कब्जा नहीं किया अथवा कराया जाएगा। और यदि माननीय हाईकोर्ट तथा मुख्य सचिव महोदय के आदेश अनुपालन नहीं किया जाता है तो संबंधित पुलिस अधिकारी-कर्मचारी के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है इसी तरह का प्रकरण गैंडास बुजुर्ग में था, जिससे क्षुब्ध होकर दलित राम बुझारत द्वारा आत्महत्या कर ली गई थी। जिस प्रकरण में मा0 हाईकोर्ट की निगरानी में गठित एसआईटी जांच कर रही है।

           हिन्दी संवाद न्यूज़ से
                वी. संघर्ष✍️
              बलरामपुर। 

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