राजकुमार गुप्ता 
मथुरा । मथुरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत बाटी के एस सी के लिए आरक्षित प्रधान पद पर पाल बघेल गडरिया समाज के व्यक्ति ने धनगर जाति प्रमाण पत्र (एस सी) को लगाकर प्रधान पद के लिए नामांकन किया था जिसमें उसकी जीत हो गई प्रतिद्वंदी प्रत्याशी ने इस मामले की शासन और प्रशासन को शिकायत की गई शिकायत के आधार पर जिलाधिकारी गाजियाबाद की अध्यक्षता में गठित स्कूटनी समिति ने मामले की गंभीरता को लेते हुए जांच उपरांत एक दो बार नहीं तीन बार निरस्त कर दिया जिसकी अपील मंडल आयुक्त मेरठ के यहां की गई वहां से भी मंडल स्तर पर गठित स्कूटी समिति ने धनगर जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया जिसके आधार पर जिलाधिकारी ने प्रधान को उसके पद से हटा दिया है इस मामले में एससी एसटी एक्ट के तहत पुलिस में मामला बिचाराधीन है। 

जानकारी के अनुसार मथुरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत बाटी का प्रधान पद 2021 में हुए चुनाव में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित था। प्रधान पद के लिए विभिन्न अनुसूचित जाति के लोगों ने चुनाव में भाग लिया इसी में संजय बघेल पुत्र दरियाव सिंह ने भी गाजियाबाद की सदर तहसील से जारी धनगर जाति प्रमाण पत्र अनुसूचित जाति के आधार पर प्रधान पद का चुनाव लड़ा जिसमें संजय बघेल निर्वाचित हो गए। 
इस चुनाव में  प्रेमचंद पुत्र रामजीलाल जाटव ने भी प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ा था जो मामूली अंतर से चुनाव हार गया था। 
प्रेमचंद ने निर्वाचित प्रधान संजय बघेल की जाति प्रमाण पत्र को चुनौती देते हुए शासन और प्रशासन के साथ जिलाधिकारी गाजियाबाद को शिकायती पत्र देकर जांच और कार्रवाई की मांग की थी शिकायत पर जिलाधिकारी गाजियाबाद की अध्यक्षता में पांच सदस्यों वाली स्कूटनी समिति का गठन किया गया । 
समिति ने अपने फैसले में संजय बघेल के द्वारा  तथ्यों को छुपा कर बनबाये धनगर अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया गया। 
संजय बघेल के द्वारा विभिन्न तरीके के आरोपों और प्रत्यारोपण के बीच गाजियाबाद की जिला स्तरीय स्कूटनी समिति ने संजय बघेल के जाति प्रमाण पत्र को लगातार तीन बार निरस्त किया गया इस आदेश को चुनौती देते हुए मंडल आयुक्त मेरठ के समक्ष अपील की  जिस पर मंडल स्तरीय स्कूटनी समिति ने जांच और सुनवाई को पूर्ण करते हुए संजय बघेल प्रधान के धनगर अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया गया। 
मंडल आयुक्त मेरठ के आदेश के जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कार्रवाई करते हुए 14 जून को दिए अपने आदेश के अनुसार निर्वाचित प्रधान संजय बघेल को प्रधान पद से हटा दिया गया है। 
बताया जाता है संजय बघेल के विरुद्ध प्रेमचंद की शिकायत पर अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अलावा विभिन्न सुसंगत धाराओं में मामला पुलिस के स्तर पर बिचाराधीन है। 
मथुरा में यह पहला मामला नहीं है इससे पूर्व नगर निगम मथुरा वृंदावन के अड़ूकी बार्ड 10 से पाल बघेल और गडरिया समाज के व्यक्ति ने धनगर अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र से पार्षद का चुनाव लड़ा था एस मामले में भी कानूनी कार्रवाई के बाद उसे पार्षद पद की कुर्सी गवानी पड़ी थी ।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने