उतरौला(बलरामपुर)
 रविवार को मरहूमा निगार फ़ातिमा की बरसी की मजलिस के साथ साथ  तमाम मरहूमीन के इसाले सवाब की मजलिस का दो दिवसीय मजलिसों के सिलसिले की अंतिम मजलिस आज विश्व विख्यात मौलाना जनाब कल्बे रुशैद साहब क़िब्ला ने शिया जामा मस्जिद में खेताब की बीते दिन कल शनिवार सुबह 10 बजे एक मजलिस विश्व विख्यात मौलाना वासी हसन खान साहब क़िब्ला ने खेताब की जबकि दूसरी मजलिस शाम 7 बजे विश्व विख्यात आलिम मौलाना मोहम्मद हुसैन हुसैनी साहब क़िब्ला ने खेताब की मौलाना वासी हसन साहब ने कहा कि मुसलमानों के लिये रमज़ान मग़फ़ेरत का साल में एक मौका है जब कि मोहम्मद हुसैन हुसैनी साहब ने कुल्लो नगसिन जायकतुल मौत आयते क़ुरानी की फ़ज़ीलत को बताया व इमामे ज़माना इमाम मेहंदी अ०स०  के हवाले से रवायात बयान की बाहर से आये हुवे मौलाना कल्बे रुशैद साहब ने फ़रमाया की अल्लाह के इबादत गुज़ारी खोये रहो हक़तल्फ़ी मत करो दो दिवसीय मजलिस में दूर दराज से लोग आ कर शामिल हुवे मजलिस से पूर्व कुरआने पाक की तिलावत हुई मौलाना जायर अब्बास साहब ने तिलावत की हमज़ा अनीस उतरौलवी अली अब्बास शहज़ादे जाफरी सफदर उतरौलवी आदि ने मजलिसों में कलाम पेश किये मजलिस में मौलाना सिब्ते हैदर साहब इमामे जुमा शिया जामा मस्जिद मौलाना मोहम्मद अली साहब क़िब्ला समेत सैकड़ो लोगो ने शिरकत की अंत मे सोगवारान सफवान अस्करी शाज़िब रिज़वी फ़ैज़ रिज़वी से आये हुवे लोगो का शुक्रिया अदा किया ।
असगर अली
उतरौला 

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