बहराइच में नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे जनजाति समुदाय के लोगों ने आगामी लोकसभा चुनाव बहिष्कार का किया ऐलान किया


 बहराइच। यूपी के बहराइच जिले में कतर्नियाघाट जंगल से सटे गाँवो की लगभग 13 हजार से अधिक की आबादी नेटवर्क व डिजिटल सुविधाओं से वंचित है। इस मामले में लोग शिकायत कर आजिज आ चुके हैं, ऐसे में मोबाइल नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे जनजाति समुदाय ने अब आसन्न लोकसभा चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है। जनजाति समुदाय ने मंगलवार को जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए कहा नेटवर्क नही तो वोट नही। इस मामले में डीएम, एसपी व एसडीएम को ज्ञापन भी भेजा गया है।


आपको बताते चलें कि जनपद बहराइच के सीमावर्ती व जंगल क्षेत्र के विकासखंड मिहीपुरवा का न्याय पंचायत आम्बा जनजाति बाहुल्य है। न्याय पंचायत क्षेत्र में चार ग्राम पंचायत आम्बा, विशुनापुर, फ़क़ीरपुरी और बर्दिया है। जिसमें 13 हजार से अधिक की जनजातीय आबादी है। इन चारों गांवों में अब तक सिर्फ बीएसएनएल का मात्र एक टॉवर लगा हुआ जो सिर्फ शोपीस बनकर खड़ा हुआ है।

देश जहाँ डिजिटल इंडिया से जुड़कर तमाम बुलंदियों को छू रहा है वहीं यह क्षेत्र नेटवर्क न होने की वजह से आज भी पिछड़ा हुआ है। इन चारों गांवों में जनजाति समुदाय की संख्या अधिक है जिनका विकास नेटवर्क न होने की वजह से रुका हुआ है। लेकिन अब इन गांवों के जनजाति समुदाय के लोगों ने सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है।
थारू जनजाति समाजोत्थान समिति के बैनर तले जनजाति व अन्य समुदाय के लोग गांव में घूम-घूम कर लोगों को पोस्टर बाट रहे हैं व प्रदर्शन कर रहे हैं लोग एक सुर में बोल रहे हैं कि अगर गांव में किसी अन्य कंपनी का परमानेंट नेटवर्क वाला टॉवर नही लगा तो इस बार वह मतदान नही करेंगे।


वन अधिकार आंदोलन के संस्थापक व कार्यकर्ता समाजसेवी डॉ. जंग हिंदुस्तानी ने बताया कि नेटवर्क न होने की वजह से लोगों में नाराजगी है लोग प्रदर्शन कर हाथ में पोस्टर लेकर चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं। लेकिन उन्हें समझाया जा रहा है कि पहले ज्ञापन देकर प्रशासन को सूचित करें जिसके बाद सुनवाई न होने पर आंदोलन की कार्यवाही करें।

मंगलवार को बर्दिया गांव में मौजूदा प्रधान श्यामलाल, पूर्व प्रधान सीताराम, कौसर अली, अकबर अली, महिपाल चौधरी, राजू, हनुमान, अनिल कुमार, तनवीर आलम आदि ने हाथों में पोस्टर लेकर प्रदर्शन कर नाराजगी जाहिर की है।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने