औरैया // भाऊपुर गांव निवासी स्टेट बैंक में संविदा पर काम कर चुके शिवकांत की मौत के बाद मिले सुसाइड नोट ने ARTO कार्यालय के चालान अदायगी मामले में गबन का राज खोला था जिसके बाद कानपुर आरटीओ कार्यालय व लेखाकार की संयुक्त टीम ने मामले की जांच शुरू कराई थी दो बार एआरटीओ को पत्र भेजकर एक साल के चालान तलब किए गए जो अभी तक मुहैया नहीं कराए जा सके हैं,अब तीसरी बार में जोनल अधिकारी स्तर से ARTO को पत्र भेजकर एक साल के चालान का ब्योरा मांगा गया है,भाऊपुर निवासी दंपती शिवकांत व उसकी पत्नी सीमा ने 28 दिसंबर को जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी मामले में सामने आए सुसाइड नोट में ARTO कार्यालय में 19 लाख रुपये के गबन की बात सामने आई। आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर दर्ज हुए मुकदमे में ARTO के लेखाकार ललितकांत कटियार को जेल भेज दिया गया वहीं दूसरा नामजद आरोपी नेता मिश्रा फरार है। बता दें कि दिबियापुर थाना में ARTO अशोक कुमार ने लेखाकार ललितकांत पर चालान के अभिलेख लापता करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है,ऐसे में अभिलेख न होने का हवाला ARTO की ओर से लगातार दिया जा रहा है गबन की पर्तें फिलहाल खुलती नहीं दिख रही हैं। एक साल के चालान के मांगे गए ब्योरे के तहत बड़ी धांधली होने की चर्चा है। मामले को लेकर लगातार कानपुर ARTO अंबुज व सहायक लेखाधिकारी प्रदीप सिंह की संयुक्त जांच टीम जिले में आ रही है अभिलेखों को लेकर ARTO को दो बार पत्र से एक साल के चालान जांच टीम ने मांगे हैं अब तीसरी बार जोनल अधिकारी स्तर से अभिलेख तलब किए जा रहे हैं,सहायक लेखाधिकारी ARTO कार्यालय कानपुर प्रदीप कुमार ने बताया कि एक साल के चालान की अदायगी को लेकर दो बार ब्योरा मांगे जाने के बाद भी ARTO औरैया ने अभिलेख मुहैया नहीं कराए हैं अब जोनल अधिकारी स्तर से अभिलेख मांगे गए हैं अभिलेख मिलने के बाद ही गबन की वास्तविक हकीकत का पता चल सकेगा।

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