मुख्यमंत्री ने मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर में मण्डल स्तरीय वृहद रोजगार मेला का शुभारम्भ किया, युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किये

वृहद रोजगार मेला से लगभग 15 हजार युवाओं को रोजगार प्राप्त हो रहा,
वर्ष में दूसरी बार मण्डल स्तरीय वृहद रोजगार मेला का आयोजन: मुख्यमंत्री

सरकार टाटा टेक्नोलाॅजी के साथ मिलकर 150 विश्व स्तरीय आई0टी0आई0 बनाने जा रही

आज पूरे विश्व में उ0प्र0 के स्किल्ड युवाओं की मांग

इजरायल ने 1200 युवाओं के अपने लक्ष्य के सापेक्ष उ0प्र0 से 5000 युवाओं का चयन किया, 
इजरायल फिर से प्रदेश के युवाओं की मांग कर रहा, जर्मनी में अच्छे नर्सिंग प्रोफेशनल्स की अत्यधिक मांग

एक प्लेसमेंट सेल के माध्यम से युवाओं की कैरियर काउंसलिंग कर उनको देश व विदेश में रोजगार के अवसर से जागरूक कराना होगा,
युवाओं को उस देश की भाषा सीखने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने हांेगे

शिक्षण संस्थान युवाओं की स्किल मैपिंग कर उनकी क्षमता को पहचान कर उनका मार्गदर्शन करें

इण्डस्ट्री की मांग को समझकर सभी आई0टी0आई0, पाॅलीटेक्निक उसके अनुसार ट्रेड व पाठ्यक्रम तैयार करें

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना व मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना के साथ युवाओं को जोड़कर आगे बढ़ाने का प्रयास करें

मुख्यमंत्री ने कौशल प्रदर्शनी का अवलोकन किया

 
लखनऊ: 04 फरवरी, 2024

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज गोरखपुर में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित मण्डल स्तरीय वृहद रोजगार मेला का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्हांेने विभिन्न कम्पनियों में चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किये तथा कौशल प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज वर्ष में दूसरी बार गोरखपुर में मण्डल स्तरीय वृहद रोजगार मेला का आयोजन हो रहा है। इस रोजगार मेला में गोरखपुर मण्डल के समस्त जनपदों के साथ-साथ अन्य समीपवर्ती जनपदों के युवा अभ्यर्थियों ने प्रतिभाग किया। इसमें लगभग 15 हजार युवाओं को रोजगार प्राप्त हो रहा है। जो नौजवान आज यहां प्लेसमेंट नही पाये हैं, वे प्रयास करते रहंे। उनके लिए भी शासन द्वारा रोजगार सृजन का कार्य हो रहा है। हर हाथ को काम आज उत्तर प्रदेश शासन की प्राथमिकता मंे है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज का उत्तर प्रदेश नये भारत का एक नया उत्तर प्रदेश है, जहां हर क्षेत्र में सफलता के नित नये प्रतिमान स्थापित हो रहे हंै। नये माॅडल दिये जा रहे हंै। व्यावसायिक शिक्षा विभाग डाटा टेक्नोलाॅजी से जुड़कर वैश्विक मानकों के अनुरूप नये कोर्सेज के लिए कार्य कर रहा है। आज पूरे विश्व में उत्तर प्रदेश के स्किल्ड युवाओं की मांग को देखते हुए हम सभी को उस दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है। इसे ध्यान में रखते हुये सरकार टाटा टेक्नोलाॅजी के साथ मिलकर 150 विश्व स्तरीय आई0टी0आई0 बनाने जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शासन ने व्यावसायिक शिक्षा विभाग के माध्यम से इजरायल, रूस, जर्मनी से संवाद स्थापित करके युवाओं को रोजगार के लिए वहां भेजने का कार्य किया है। इजरायल ने 1200 युवाओं के अपने लक्ष्य के सापेक्ष उत्तर प्रदेश से 5000 युवाओं का चयन किया है। वहां इन युवाओं को निःशुल्क भोजन व आवास के साथ 1.50 लाख रुपये प्रतिमाह वेतन प्राप्त होगा। यहां के युवा आई0टी0आई0 करके
1.50 लाख रुपये प्रतिमाह कमाएंगे, इससे उनके घर के साथ-साथ पूरे गांव, राज्य व राष्ट्र में खुशहाली आएगी।
जर्मनी में भी अच्छे नर्सिंग प्रोफेशनल्स की अत्यधिक मांग है। हमें इसके लिए ध्यान देना होगा। एक प्लेसमेंट सेल के माध्यम से युवाओं की कैरियर काउंसलिंग कर उनको देश व विदेश में रोजगार के अवसर से जागरूक कराना होगा। युवाओं को उस देश की भाषा सीखने के लिए भी प्रशिक्षित करने के कार्यक्रम शुरू करने हांेगे। प्रशिक्षण के दौरान ही युवाओं को उस देश की भाषा सिखा दी जाएगी, तो उन्हें एक बेहतरीन पैकेज की प्राप्ति होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मध्य पूर्व एशिया व दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में भी कुशल युवाओं की मांग है। इजरायल फिर से उत्तर प्र्र्रदेश के युवाओं की मांग कर रहा है। इसके लिए कौशल विकास विभाग के साथ ही सम्बन्धित शैक्षणिक संस्थाओं को युवाओं को उस योग्य बनाने का प्रयास करना होगा। उन्हें उस प्रकार के कोर्सेज व वहां की भाषा को सिखाने के लिए कार्य करने होंगे। हम सभी को उनको इन अवसरों का लाभ देना होगा। सभी प्रशिक्षण संस्थाओं को इसके लिए कार्य करना होगा।
प्रदेश में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं, जिससे 01 करोड़ 10 लाख युवाओं को नौकरी प्राप्त होगी। इण्डस्ट्री की मांग को समझकर सभी आई0टी0आई0, पाॅलीटेक्निक उसके अनुसार ट्रेड व पाठ्यक्रम तैयार करें। युवाओं को जाॅब व सुरक्षा की गारंटी मिलनी चाहिए। युवाओं को ट्रेनिंग से जोड़कर उन्हें आगे बढ़ाना होगा। प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना व मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना के साथ युवाओं को जोड़कर आगे बढ़ाने का प्रयास करें। इस योजना में आधा मानदेय सरकार व आधा मानदेय इण्डस्ट्री द्वारा दिया जाता है। इससे युवा अपनी शिक्षा के दौरान परिवार पर निर्भर न होकर आत्मनिर्भर रहेंगे। इसमें उसको शिक्षा के साथ मानदेय भी प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एम0एस0एम0ई0 में 96 लाख यूनिट हैं। इन 96 लाख यूनिट को बाजार व तकनीक से जोड़कर एक्सपोर्ट के लिए अच्छी पैकेजिंग की सुविधा प्राप्त करनी होगी। इससे वैश्विक मांग के अनुसार उत्पाद की व्यवस्था कर सकेंगे। इसके अलावा भी अन्य कार्य कर सकते हैं। नौजवान को आज अच्छे पैकेज पर जाॅब प्राप्त हो रही है, जो यह दिखाती है कि कोई भी कार्य जैसे कारीगरी, हस्तशिल्प इत्यादि से बेहतर आय प्राप्त की जा सकती है। इसके लिए शासन भी प्रशिक्षण की व्यवस्था कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत सरकार प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एवं राज्य सरकार विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के रूप में यह कार्यक्रम चला रही है। इसमें प्रशिक्षण के साथ ही उन्हें टूल्स भी दिये जा रहे हैं। सरकार द्वारा उद्यमियों को ब्याज रहित लोन देने का कार्य किया जा रहा है। इसमें पहले चरण में 05 लाख रुपये व उसके बाद 7.5 लाख रुपये तक का ऋण दिया जा रहा है। अगर एक युवा को कार्य के लिए ऋण दिया जाता है, तो वह स्वरोजगार के साथ दूसरों को भी रोजगार देने का माध्यम बनता है। सरकार युवा उद्यमियों को एक नये प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा करने जा रही है। इसमें लाखों युवा रोजगार से जुड़ सकते हंै। मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना व ब्याज रहित ऋण के कार्य को सरकार लगातार बढ़ा रही है।  
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन के अनुरूप विगत कुछ वर्षों के प्रयासों के फलस्वरूप आज उत्तर प्रदेश के लोगों का पैसा राज्य में ही खर्च हो रहा है। प्रदेश का सी0डी0 रेशियो आज 42 प्रतिशत से बढ़कर 56 प्रतिशत हो चुका है। यह राज्य के विकास में बड़ा योगदान दे रहा है। इन्हीं प्रयासों के कारण आज देश में उत्तर प्रदेश छठवीं अर्थव्यवस्था से दूसरी अर्थव्यवस्था बन चुका है। प्रदेश खुद को देश में एक अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित कर रहा है। उत्तर प्रदेश की इस उपलब्धि में युवाओं की बड़ी भूमिका है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शिक्षण संस्थान युवाओं की स्किल मैपिंग कर उनकी क्षमता को पहचान कर उनका मार्गदर्शन करें। इसके लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 संस्थानों के लिए एक मंच का कार्य कर रही है। इस शिक्षा नीति में परम्परागत पाठ्यक्रम के साथ ही स्किल पर भी ध्यान दिया गया है, ताकि शिक्षा प्राप्त करने के बाद युवाओं को रोजगार के लिए भटकना न पड़े। इससे बेरोजगारी में और कमी आएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शासन के प्रयासों के बाद आज उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर 19 प्रतिशत से घटकर मात्र 02 प्रतिशत रह गयी है। आज प्रदेश में विकास के हर क्षेत्र में सम्भावनाएं हैं। हमें उनका रजिस्ट्रेशन करते हुए उन्हें स्किल्ड करके उनके योग्य नौकरी देने की आवश्यकता है। इस कार्य को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है। नौकरी के साथ कार्य स्थल पर उनके रहने व शोषण से बचाव के भी कार्य करने की आवश्यकता है। सरकार इसके लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है। निजी क्षेत्र को भी इससे जुड़ने के लिए विभिन्न इन्संेटिव कार्यक्रम शासन द्वारा चलाए जा रहे हैं।
प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कपिलदेव अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर है। भारत को विश्व गुरु बनाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रदेश सरकार युवाओं को लगातार कौशल विकास और रोजगार से जोड़ने का अभियान चला रही है। आज उत्तर प्रदेश तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अन्तर्गत परम्परागत पाठ्यक्रम के साथ कौशल विकास के पाठ्यक्रम जोड़े गये हैं। ताकि हर युवा के हाथ में हुनर हो और प्रदेश का युवा नौकरी लेने के बजाय नौकरी देने वाला बने। इसी दृष्टिकोण को प्रदेश सरकार आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है।
ज्ञातव्य है कि इस मण्डल स्तरीय वृहद रोजगार मेला में एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग, टेलीकाॅम, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन, आई0टी0, मैनेजमेन्ट, टेक्सटाइल्स एवं अपैरल, शुगर इत्यादि सेक्टरों की 221 से अधिक कम्पनियों एवं नियोक्ता संस्थाओं ने प्रतिभाग किया। प्रतिभाग करने वाली कम्पनियों एवं नियोक्ताओं द्वारा 18,134 युवाओं को जाॅब आॅफर की गयी।  
सांसद श्री रवि किशन शुक्ला ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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