वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण से बेटियां बन रही निडर और सशक्त।*

*गोंडा मनकापुर से हिंदी संवाद न्यूज़ ब्यूरो हेड शिवमंगल शुक्ला की खास रिपोर्ट*


बेसिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश के अंतर्गत संचालित परिषदीय एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में 11 वर्ष से 14 वर्ष आयु वर्ग की छात्राओं को जो की विद्यालय में नामांकित हैं उनके अंदर आत्मरक्षा, आत्मसुरक्षा और आत्म बल का विकास करने के लिए, उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से शक्तिशाली बनाए जाने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जा रहा है।

 इस संदर्भ में ब्लॉक व्यायाम शिक्षक मनकापुर राजमंगल शुक्ला द्वारा बताया गया कि यह प्रशिक्षण समग्र शिक्षा परियोजना बेसिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश, भारत सरकार, महिला बाल सुरक्षा संगठन, दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम विकास संस्थान उत्तर प्रदेश के सहयोग से प्रदान किया जा रहा है। विद्यालयों में तैनात शारीरिक शिक्षा अनुदेशकों और ब्लॉक व्यायाम शिक्षक को विद्यालयों में प्रशिक्षण देने के लिए जिला प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण दिया गया जो की वर्तमान समय में विद्यालयों में संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं में महिला एवं बालिकाओं के प्रति अपराधों से सम्बंधित कानूनों, प्रावधानों के बारे में समझ विकसित करना, उनकी सुरक्षा हेतु विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों और उसकी सेवाओं के बारे में जानकारी उपलब्ध कराना, आत्मरक्षा में सक्षम व स्वयं के प्रति सशक्त बनाना, आत्मरक्षा की विभिन्न शैलियों को सीखने के उपरांत अन्य बालिकाओं को भी जागरूक करने में सक्षम हो सके इसके लिए प्रशिक्षण देना, बालिकाओं के प्रति होने वाले हिंसा की रोकथाम हेतु एक सुरक्षित माहौल बनाना, एवं असुरक्षा के कारण शिक्षा से वंचित होने वाली बालिका की शिक्षा में निरंतरता सुनिश्चित करना आदि है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 24 दिवसीय का है जिसमें मनकापुर सहित विभिन्न ब्लॉकों के शारीरिक शिक्षा अनुदेशक और ब्लॉक व्यायाम शिक्षक विभागीय आवंटन के अनुरूप जारी विद्यालयों की सूची के अनुसार संबंधित विद्यालयों में प्रशिक्षण सुचारू रूप से दे रहे हैं जिसकी मॉनिटरिंग राज्य परियोजना कार्यालय के द्वारा अप के माध्यम से ऑनलाइन की जा रही है और प्रशिक्षकों तथा बालिकाओं की उपस्थिति वीरांगना ऐप के माध्यम से हो रही है साथ ही साथ दिवस वार जो कार्य किया जा रहे हैं उसका भी फोटो, वीडियो वीरांगना ऐप के माध्यम से परियोजना कार्यालय को प्रेषित किया जा रहा है। ब्लॉक व्यायाम शिक्षक मनकापुर राजमंगल शुक्ल द्वारा बताया गया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम सुचारू रूप से तो संपन्न हो रहा है लेकिन अंतिम बैच जो की मुख्य रूप से झंझरी ब्लॉक का था उनके प्रशिक्षण करने के बाद उनकी सूची परियोजना कार्यालय से आज तक स्वीकृत न हो पाने के कारण मनकापुर के कई शारीरिक शिक्षा अनुदेशकों को प्रशिक्षण देने के लिए झंझरी ब्लॉक में विद्यालय आवंटित किया गया है इसको लेकर समस्त शारीरिक शिक्षा शिक्षक परेशान हो रहे हैं, उनका कहना है कि जब आखिरी बैच जो की झंझरी ब्लॉक का था, उनके द्वारा प्रशिक्षण लिया गया तो वह उस ब्लॉक में प्रशिक्षण क्यों नहीं दे रहे हैं, दूरस्थ ब्लॉक के शारीरिक शिक्षकों को अपने ब्लॉक के अतिरिक्त झंझरी ब्लॉक में प्रशिक्षण देने के लिए क्यों कहा जा रहा है। 

प्रश्न यह होता है की अल्प मानदेय में कार्य करने वाला शारीरिक शिक्षा अनुदेशक अपने ब्लॉक के अतिरिक्त अन्य ब्लॉक में जाकर विभाग द्वारा दिए जा रहे यात्रा भत्ता से 24 दिन का प्रशिक्षण सकुशल दे पाएगा या उसी ब्लॉक के प्रशिक्षण प्राप्त किए शारीरिक शिक्षकों द्वारा वहां का प्रशिक्षण देना उचित है?

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने