उतरौला (बलरामपुर) तहसील उतरौला क्षेत्र में जिगना घाट व मस्जिदिया के ग्रामीणों ने राप्ती नदी के कटान के बाद जनपद सिद्धार्थ नगर की सीमा में कृषि भूमि चले जाने के बाद उसे वापस दिलाने की गूहार मुख्यमंत्री पोर्टल पर लगाई है। ग्रामीण बजरंगी मिश्रा ने बताया कि कई वर्षों से दोनों गांवों की जमीन राप्ती नदी के धारा परिवर्तन से जनपद  सिद्धार्थ नगर  की तरफ चली गई थी, जिसके बाद वहां के किसानों ने उस जमीन पर अनाधिकृत रूप से कब्जा कर खेती करने लगे हैं। जब भी हम लोगों ने अपने खेत पर खेती करने की कोशिश कर कर रहे हैं, तो कब्जे धारियों ने हम लोगों को खेती करने के लिए नहीं दे रहे हैं। तमाम विवाद के बाद सीमा  निर्धारण के लिए जिलाधिकारी बलरामपुर द्वारा व जिलाधिकारी  सिद्धार्थनगर से पत्राचार कर विगत 12 जून को दोनों जिलों के राजस्व टीम का गठन कर जमीन का सीमांकन करा दिया गया था। लेकिन अब तक बलरामपुर जिले के किसान अपनी जमीन पर कब्जा नहीं पा सकें।
  ग्रामीण देव दीपक अवधनंदन प्रसाद, जोखू राम, बच्चू लाल, खान बहादुर, विनय कुमार, बेचन, जितियांवन, कृष्णा नन्द, राम नन्दन, तिलक राम, सूर्य प्रसाद, अनवर मकसूद, बिस्मिल्लाह, मुबारकअली, पीतांबर, राम सेवक, लक्ष्मी नारायण, रामपट, मकबूल, नूरुल हसन,अब्दुल हाजी सहित दर्जनों ने खेत को कब्जे से मुक्त कराने की मांग की है।
असगर अली
उतरौला 

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