एशियाई पैरा गेम: प्रधानमंत्री मोदी ने एशियाई पैरा खेलों के दल से की मुलाकात, भारत ने इस बार जीते 111 पदक
भारतीय पैरा एथलीटों ने एशियाई पैरा खेलों में इतिहास रचा है। उन्होंने हांगझोऊ एशियाई पैरा खेलों में 111 पदक जीते हैं, जिससे भारत के लिए यह सबसे बड़ी उपलब्धि है।
नई दिल्ली : एशियाई पैरा गेम प्रधानमंत्री मोदी ने एशियाई पैरा खेलों के दल से की मुलाकात, भारत ने इस बार जीते 111 पदक। भारतीय पैरा एथलीटों ने इतिहास रच दिया। उन्होंने हांगझोऊ एशियाई पैरा खेलों में 111 पदक जीते। यह प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बहु-खेल प्रतियोगिता में देश के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि देश बदलाव की बयार देख रहा है और उनकी एथलीट-केंद्रित सरकार खिलाड़ियों के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर कर रही है। प्रधानमंत्री ने दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में हांगझोऊ पैरा एशियाई खेलों में पदक जीतकर लौटे भारतीय खिलाड़ियों से मुलाकात की। उन्होंने इस दौरान कहा कि उनकी सरकार एथलीटों को सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी नीरज यादव ने एशिया पैरा गेम में दो स्वर्ण पदक जीत का इतिहास और भेंट स्वरूप अपना डिस्कस प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को गिफ्ट दिया। नीरज भारत के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने एशिया गेम रिकॉर्ड और एशिया रिकॉर्ड तोड़ा है। उन्होंने पैरा ओलंपिक खेलों में भी दो स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने कहा, 'आज हम देश में बदलाव की बयार देख रहे हैं। पहले जब कोई खेल को अपनाता था तो लोग इसे जीवन का एक तय हिस्सा नहीं मानते थे। लेकिन अब चीजें बदल रही हैं। आप लोग भारत के बाहर थे और चीन में खेल रहे थे। आपको पता नहीं होगा कि मैं भी आपके साथ था। मैं हर पल आपकी हर गतिविधि को, आपके प्रयासों को आपके विश्वास को मैं यहां बैठकर जी रहा था। आप सभी ने जिस तरह देश का मान बढ़ाया है वो वाकई ही शानदार है' प्रधानमंत्री ने कहा, 'खेल हमेशा से प्रतिस्पर्धी होते हैं। आप हर खेल में एक-दूसरे से मुकाबला करते हैं। एक-दूसरे को कड़ी टक्कर देते हैं। मैं जानता हूं कि एक मुकाबला आपके अंदर भी चलता है और आप खुद से भी प्रतिस्पर्धा करते हैं। आपको स्वयं से भी लड़ना पड़ता है। आप जीते हैं या सीखे हैं, हारना कुछ नहीं होता।' व्यक्तिगत एथलीट पर खर्च हो रहे 4-5 करोड़ रुपये। मोदी ने 2030 युवा ओलंपिक खेलों और 2036 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक को भारत में लाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई। उन्होंने कहा, 'देश ने हमेशा अच्छे एथलीट पैदा किए हैं, लेकिन शुरुआती वित्तीय सहायता की कमी उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन की राह में एक बड़ी बाधा बनकर आई। वह पुरानी सोच बदल गई है। आज व्यक्तिगत एथलीट पर 4-5 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। जब क्षमता को सही मंच मिलता है, तभी प्रदर्शन सुनिश्चित होता है। खेलो इंडिया और टारगेट ओलंपिक पोडियम जैसी योजनाएं सरकार की कुछ ऐसी बड़ी पहल हैं।' आप देश के लिए बन जाते हैं प्रेरणा। मोदी ने कहा कि जब भी कोई पैरा एथलीट सफल होकर घर लौटता है तो वह न सिर्फ खुद को गौरवान्वित महसूस करता है बल्कि देश के लिए प्रेरणा बन जाता है। उन्होंने कहा, 'आप हर किसी को सोचने पर मजबूर कर देते हैं।
अगर कोई दिव्यांग व्यक्ति इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तो यह उनके (सक्षम लोगों) लिए प्रेरणा बन जाता है। आपका प्रदर्शन जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को प्रेरित करके प्रभावित करता है।'
उमेश चंद्र तिवारी
9129813351
हिन्दी संवाद न्यूज़
भारत 

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