जौनपुर। कमजोर लोग प्राइवेट सेंटरों पर जाने को हैं मजबूर, अधिकारी भी उदासीन
                 
22 सीएचसी में सिर्फ दो पर एक्सरे गरीब व कमजोर लोग प्राइवेट सेंटरों पर जाने को हैं मजबूर, अधिकारी भी उदासीन

जौनपुर। जनपद में स्वास्थ व्यवस्था को बेहतर करने का दम्भ भरने वाले सांसद व विधायकों के साथ साथ डीएम व सीएमओ को शायद इसकी जानकारी हो कि उनके जिले में संचालित 22 सीएचसी व 85 पीएचसी पर एक्सरे की व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो चुकी है। मड़ियाहूं व महराजगंज सीएचसी को छोड़ बाकी किसी भी सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पर मौजूदा समय में एक्सरे नहीं हो रहा है। प्राथमिक स्वास्थ केन्द्रों पर तो व्यवस्था ही नहीं है।

इस अव्यवस्था के चलते गरीब मरीजों को या तो अधिक कीमत देकर तहसील मुख्यालयों पर स्थित प्राइवेट संस्थानों में एक्सरे कराना पड़ रहा है, या फिर अधिक किराया खर्च कर जिला अस्पताल आना पड़ रहा है। मरीजों की परेशानी को लेकर स्वास्थ विभाग तनिक भी गम्भीर नजर नहीं आ रहा हैं। जांच पड़ताल की तो पता चला कि मौजूदा समय में केवल जिला अस्पताल, मड़ियाहूं व महराजगंज सीएचसी पर एक्सरे हो रहा है। बाकी 20 सीएचसी व 85 पीएचसी से मरीज मायूस लौट जाते हैं। नहीं हैं एक्सरे मशीन सीएचसी सतहरिया, सिकरारा के चांदपुर सीएचसी, सिरकोनी सीएचसी नेहरूनगर, सीएचसी नौपेड़वा, धर्मापुर सीएचसी व चोरसंड सीएचसी, मुफ्तीगंज सीएचसी, सीएचसी रेहटी आदि में सुविधा नहीं है।

जौनपुर। ग्रामीण अंचलों में संचालित होने वाले सीएसची पर एक्सरे मशीन न चलने के कारण जिला अस्पताल में काफी संख्या में लोग एक्सरे कराने के लिए आते हैं। टेक्निशियन डा. अनिल त्रिपाठी की मानें तो हर रोज करीब 90 से 100 मरीजों का एक्सरे करना पड़ता है।

यहां पर मशीने हैं पर टेक्निशयन नहीं

सीएचसी बदलापुर में मार्च 2022 से एक्सरे मशीन खराब है। उसी समय से टेक्निशियन का भी स्थानान्तरण गैर जनपद हो गया। तभी से पद रिक्त चल रहा है। डोभी सीएचसी पर एक साल से एक्सरे मशीन खराब होकर पड़ी है। उसे ठीक कराने की जहमत विभाग नहीं उठा रहा है।

‘उच्चाधिकारियों को कई बार पत्र लिखा गया, लेकिन आज तक किसी टेक्निशियन की नियुक्ति नही हो पायी। वर्षों से रखी मशीन अब शायद ठीक ढंग से काम भी नहीं करेगी। ’
डा. रोहित लाल 
सीएचसी अधीक्षक खुटहन

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