उतरौला (बलरामपुर)
हज़रत मोहम्मद साहब के छोटे नेवासे और हज़रत अली और जनाब फ़ातेमा के बेटे शहज़ादे हज़रत इमाम हुसैन के जन्म दिवस अरबी कैलेन्डर के अनुसार 3 शाबान के मौके पर मोहल्ला रफी नगर की मस्जिद मीर तालिब हुसैन और जामा मस्जिद मोहल्ला सुभाष नगर में भव्य महफ़िल का हुवा आयोजन हुवा जिसमे शिया सम्प्रदाय के सैकड़ो लोग मौजूद रहे ।
महेफिल की नेज़ामत ज़करिया रिज़वी ने की जिन्होंने हज़रत इमाम हुसैन अ०स० की शान के अच्छे कलाम के बीच शायरों को आवाज़ दी जिसमे
सैफ़ अली रिज़वी हमज़ा मोहसिन अनीस उतरौलवी अली जाफ़री अशकर रिज़वी नशशन रिज़वी अज्जु जाफ़री अक्कू जाफ़री साहेब आलम आदि शोहरा हज़रात ने अपने कलाम पेश की महेफिल के अन्त में  मौलाना मोहम्मद अली साहब ने जलसे को खेताब करते हुवे फरमाया कि काला रसूल अल्लाह स०अ०
 इंनलहुसैना व मिसबहुल होदा व सफीनतुन नजात
मेरा हुसैन हिदायत का चराग़ और नजात का जरिया हैं!
उन्होंने इमाम हुसैन को हिदायत का और नजात का जरिया बताया उन्होंने इमाम हुसैन अ०स० के साथ उनकी बहन हज़रत ज़ैनब स०अ० ज़िक्र भी किया कि अक़्लो की उरूज को हज़रत ज़ैनब कहेते है ।
महफ़िल में नफीस रिज़वी दानिश मास्टर शारिब डॉ नेहाल माही एडोकेट अनीसुल हसन एडोकेट समीर रिज़वी जफ़र जाफ़री अली अब्बास मोनू रिज़वी सज्जाद खान अम्मार रिज़वी एस आमिर सलमान रिज़वी गुड्डे रिज़वी शमसु रिज़वी अंसर रिज़वी हुसैन रिज़वी अहेमद अली अब्बास जाफ़री हैदर रिज़वी राशिद रिज़वी रज्जू जाफ़री मोहम्मद रिज़वी मास्टर बब्बू अली अब्बास रिज़वी फरमान रिज़वी के साथ सैकड़ो लोग मौजूद रहे ।

असगर अली
उतरौला 

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