मुंगराबादशाहपुर। आधी रात- मुंगरा रैन बसेरे में मिली खामियां

आधी रात को रैन बसेरे का जायजा लेने पहुँची मीडिया

मुंगराबादशाहपुर,जौनपुर। नगर में बने रैन बसेरे में मिली खामियां, ड्यूटी पर नदारद मिले चौकीदार, अलाव की नहीं दिखी व्यवस्था, काफी देर तक आवाज़ देने के बाद आँख मलते हुए पहुंचे फ़हद राईन।

मुंगराबादशाहपुर नगर पालिका परिसर में बने रैन बसेरे का जायजा लेने के लिए जौनपुर धारा टीम बीती रात बारह बजे पहुंची तो गेट बंद मिला। काफी देर तक आवाज़ देने के बाद पंम्प पर सो रहे एक कर्मचारी आंख मलते हुए गेट पर आए और जब उनसे पूछा गया कि यहां किसकी ड्यूटी लगाई गई है तो उन्होंने कहा कि यहां पर चौकीदार की ड्यूटी है लेकिन वो बीमार होने के कारण आ नहीं पाएं और इस दौरान खुद हम ड्यूटी कर रहे हैं। पूंछे जाने पर उन्होंने अपना नाम फ़हद राईन बताया और कहा कि आपकी आवाज पहली बार में ही सुन लिए थे लेकिन आ नहीं पाए, इस तरह फ़हद अपनी लापरवाही छुपाने लगे। बातचीत करते हुए अंदर पहुंचे तो अलाव की व्यवस्था नहीं मिली और रजाई गददे मौजूद रहे व तीन यात्री सोते हुए मिले। सवाल यह है कि अगर ऐसे ही कोई राहगीर यात्री ठंड से बचाव के लिए रैन बसेरे मेंपहुंच जाए तो कड़ाके की सर्दी में आवाज लगाते रह जाएगा और साहब गहरी नींद में मस्त रहेंगे और राहगीरों को ऐसे ही ठंड में रात बिताने को विवश होंगें.. वहीं अलाव की व्यवस्था नदारद रही। शासन के आदेश को ताक पर रखकर केवल फॉर्मेलिटी अदा की जा रही है और शासन की मंशा पर पानी फेरने का काम किया जा रहा है यह हाल है रैन बसेरे का जो एकाएक जायजा लेने पर मिली खामियां तो जिले में बने दूसरे रैन बसेरों का हाल क्या होगा... यह तो भविष्य के गर्त में है। फिलहाल रैन बसेरों में लापरवाही सामने आई है जो राहगीरों के लिए दुखदायी साबित हो सकता है और उन्हें बाहर ठिठुरते हुए रात गुजरना पड़ सकता है।

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