जौनपुर। सहकार भारती का 45वां स्थापना दिवस मनाया गया

सहकारिता के क्षेत्र में योगदान देने वालों को किया सम्मानित 

सहकार भारती की यह विशेषता है कि हम कार्य को अकेले नही समूह में करते हैं: मुरली पाल

जौनपुर। सहकार भारती जौनपुर के तत्वाधान में रविवार 22जनवरी 2023 को 45वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर सम्मान समारोह कार्यक्रम जिलाध्यक्ष कुंवर प्रदीप सिंह रिंकू की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। 

कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि मुरली पाल प्रांत कार्यवाह काशी प्रांत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विशिष्ट अतिथि डॉ अरुण कुमार सिंह प्रदेश संगठन प्रमुख सहकार भारती उत्तर प्रदेश व मंचासीन अतिथियों द्वारा सहकार भारती के संस्थापक श्रद्धेय लक्ष्मण राव इनामदार व भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्य अतिथि मुरली पाल ने कहा कि समाज के सभी लोगों को सहकारिता के क्षेत्र में आगे आने की जरूरत है। जो कार्य आज सहकार भारती कर रही है, वह काफी महत्वपूर्ण है। हमें सभी चुनौतियों को स्वीकार करते हुए सहकारिता को संस्कार आधारित करना ही होगा। पारिवारिक भावना का विस्तार करते हुए पूरा समाज अपना परिवार है, इस भावना से कार्य करना होगा यही सहकारिता है। हमें सहकारी शब्द को पुनः स्थापित करना है इस संकल्प को लेकर चलना होगा। सहकार का कार्य समर्पण भाव से करना है। निरंतर करना है, इस भाव से चलते रहना है। कार्य की पहचान बनानी है। सहकारिता का कार्य अकेले नहीं हो सकता, इस कार्य को मिलजुल कर परस्पर सहयोग से करना है। सहकार भारती की यह विशेषता है कि हम कार्य को अकेले नही समूह में करते हैं और समूह तभी स्वस्थ होता है जब उसमें परस्पर विश्वास होता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मुरली पाल ने कहा कि आज सहकार भारती ने स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने में लगे जौनपुर के विभिन्न सामाजिक,आर्थिक एवं धार्मिक संस्थाओं को एक साथ लेकर कार्यक्रम किया । यह बहुत ही सराहनीय है। इससे इस क्षेत्र में कार्य करने वालों का उत्साहवर्धन होगा। विशिष्ट अतिथि डा अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सहकारिता अपने उद्देश्य से भटक रही है, सहकारी संस्थाओ मे गिरावट आ रही है जिसके कारण लक्ष्य की परती सम्भव नही हो सकता है। ईसी को दृष्टिगत रखते हुए सहकारी क्षेत्र मे शुद्धि, बुद्धि और स्मृद्धी लाने  के लिये स्वर्गीय लक्ष्मण राव ईनामदार ने सहकार भारती की स्थापना 11 जनवरी 1979 को की। सहकार भारती का आज देश के 29 प्रदेशों और 700 जनपदों मे संगठनात्मक रुप से कार्यरत है। मुख्य अतिथि द्वारा सहकारिता के क्षेत्र मे, समाजिक, धार्मिक क्षेत्र मे अपना अतुलनीय योगदान देने वाले लगभग 55 व्यक्तियों /संस्थाओं को प्रतीक चिन्ह देकर और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम मे स्वागत उद्बोधन जिला संगठन प्रमुख विवेक सिंह ने किया। जौनपुर जनपद के सहकारिता क्षेत्र के मर्मज्ञ श्री राम समुझ जो कई बार जिला सहकारी बैंक जौनपुर के चेयरमैन रहे उन्होंने भी कार्यक्रम में अपने संबोधन में सहकारी समितियों में वर्तमान में आई गिरावट की ओर इंगित करते हुए आवाहन किया की सहकारिता आम जन की सहभागिता से संचालित होनी चाहिए इसमें राजनैतिक और प्रशासनिक हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। इसका संचालन जनता द्वारा हो तथा इसका प्रबंध पेशेवर सहकारी बंधुओं द्वारा होगी तभी समाज का उत्थान करने में सफल होगी। उन्होंने आशा व्यक्त की की सहकार भारती जो कार्य कर रही है वह सराहनीय है। सहकारिता में सुधार होगा और सहकारिता जन आंदोलन बनेगी ऐसा विश्वास हो रहा है। सुभाष कुशवाहा ने सहकारिता ही नही बल्कि सभी क्षेत्रों में व्याप्त भ्रष्टाचार का उल्लेख करते हुए इसे दूर कर कैसे समाज का भला किया जाए इस दिशा में कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। सुभाष सिंह प्रधानाचार्य ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सुरेन्द्र जायसवाल ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री अनन्त कुमार मिश्र प्रदेश सह संपर्क प्रमुख, श्री विश्वनाथ दूबे सह विभाग संयोजक काशी विभाग, डा सत्यदेव सिंह पूर्व उपाध्यक्ष सहकारी बैंक, प्रीति गुप्ता , महिला प्रमुख जौनपुर, विवेक कुमार सिंह, जिला संगठन प्रमुख, राजेश सिंह उपाध्यक्ष, राम सिंह मौर्य, अध्यक्ष केंद्रीय उपभोक्ता भंडार, दीपक सिंह अध्यक्ष क्रय-विक्रय, कैलाश सिंह, सचिव DCF सहित विभिन्न सहकारी समितियों के अध्यक्ष एवं भाजपा नेता नीरज सिंह, आशीष गुप्ता, बृह्मेश शुक्ला, भूपेन्द्र सिंह, ज्योतिशाचर्य रजनीकांत दिवेदी, विमल सिंह,सह संगठन प्रमुख रजनी सिंह, सह महिला प्रमुख द्वय अर्चना सिंह, रजनी साहू अन्य गणमान्य  स्थानीय लोग उपस्थित रहे। अन्त में राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम के समाप्ति की घोषणा की गई।

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